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फडणवीस का परमबीर के लेटर बम से कनेक्शन, शिवसेना का भाजपा पर पलटवार
शिवसेना ने आरोप लगाया है कि फडणवीस के मोदी-शाह से मिलने के बाद परमबीर सिंह की चिट्ठी लीक हुई है। शिवसेना ने सामना में लिखा है कि भाजपा परमबीर सिंह के मुद्दे को बेवजह तूल दे रही है और सरकार को बदनाम करने के लिए परमबीर सिंह का इस्तेमाल कर रही है।
मुंबई: महाराष्ट्र एक बार फिर चर्चा में है। कोरोना वायरस के बढ़ते मामले तो हैं ही, लेकिन एक वजह यहां चल रहा सियासी बवाल भी है। मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया की जांच के बीच इस्तीफा देने वाले मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह के पत्र ने महाराष्ट्र की राजनीति में खलबली मचा दी है। इसे लेकर भाजपा लगातार शिवसेना सरकार पर हमलावर है और अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग कर रही है। इस बीच बड़ी खबर आ रही है कि बीजेपी नेता मुंबई पुलिस कमिश्नर से आज मुलाकात करेंगे। साथ ही परमबीर सिंह के दावे की सही से जांच कराने की मांग भी करेंगे।
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शिवसेना ने कहा- बेवजह मुद्दे को तूल दे रही सरकार
इधर शिवसेना ने भी अपने मुखपत्र सामना में आरोप लगाया है कि फडणवीस के मोदी-शाह से मिलने के बाद परमबीर सिंह की चिट्ठी लीक हुई है। शिवसेना ने सामना में लिखा है कि भाजपा परमबीर सिंह के मुद्दे को बेवजह तूल दे रही है और सरकार को बदनाम करने के लिए परमबीर सिंह का इस्तेमाल कर रही है। ये सबकुछ साजिश का हिस्सा है।
शिवसेना ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए लिखा कि परमबीर सिंह भरोसे के लायक अधिकारी नहीं है, उन पर बिल्कुल विश्वास नहीं किया जा सकता, ऐसा भाजपा सोचती थी। लेकिन उसी परमबीर सिंह को आज भाजपा सिर पर बैठाकर नाच रही है। पुलिस आयुक्त पद से हटते ही परमबीर सिंह ने गृह मंत्री पर आरोप लगाए कि उन्होंने सचिन वाजे को 100 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य दिया था। परमबीर सिंह के खिलाफ सरकार ने कार्रवाई की, इसलिए उन्होंने ऐसे आरोप लगाए।
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फडणवीस के मोदी-शाह से मुलाकात के बाद परमबीर की चिट्ठी हुई लीक
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा कि देवेंद्र फडणवीस, मोदी और शाह से मिले और उसके दो दिन बाद परमबीर सिंह ने ऐसा पत्र लिख डाला। पत्र को लेकर विपक्ष जो हंगामा करता है, वो किसी साजिश का हिस्सा ही लगता है। एक तरफ राज्यपाल राजभवन में बैठकर अलग ही शरारत कर रहे हैं तो दूसरी तरफ केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर दबाव डाल रही है।
इतना ही नहीं चेतावनी देते हुए शिवसेना ने आगे लिखा कि महाविकास अघाड़ी के पास आज भी बहुत अच्छा बहुमत है, बहुमत पर हावी होने की कोशिश करोगे तो आग लगेगी। यह चेतावनी ना होकर वास्तविकता है। किसी अधिकारी की वजह से सरकार ना ही बनती है और ना ही गिरती है।