सड़क पर सुखा रहे पैसे: बाढ़ में बहा बेटी की शादी का सामान, भीग गए गरीब के रुपए

बाढ़ पीड़ित यह मजदूर परिवार को अगले महीने अपनी बेटी की शादी करनी थी। यह परिवार अब बचे हुए भीगे रुपयों को सड़क पर सुखाने के लिए मजबूर है। जिससे अपनी बेटी की शादी कर सके।

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Published on: 2 Sep 2020 6:52 AM GMT
सड़क पर सुखा रहे पैसे: बाढ़ में बहा बेटी की शादी का सामान, भीग गए गरीब के रुपए
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सड़क पर सुखा रहे पैसे: बाढ़ में बहा बेटी की शादी का सामान, भीग गए गरीब के रुपए

मुंबई: प्राकृतिक आपदा की मार सबसे ज्यादा गरीबों को ही झेलनी पड़ती है। महाराष्ट्र के भंडारा में आई बाढ़ ने तांडव मचा कर रखा है, लोग परेशान हैं। लोगों के घर और समान सबकुछ बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। तो वहीं दूसरी तरफ एक मजदूर परिवार पर एक अलग तरह की ही मुसीबत आ गई है। मजदूर परिवार ने बेटी की शादी के लिए बड़ी मुश्किल से पैसे जमा किये थे, जमा किये गए पैसे बाढ़ में भीग गए।

शादी के लिए इकट्ठा किया गया सारा सामान भी बाढ़ में बह गया

बता दें कि बाढ़ पीड़ित यह मजदूर परिवार को अगले महीने अपनी बेटी की शादी करनी थी। यह परिवार अब बचे हुए भीगे रुपयों को सड़क पर सुखाने के लिए मजबूर है। जिससे अपनी बेटी की शादी कर सके। और तो और पैसों के अलावा शादी के लिए इकट्ठा किया गया सारा सामान भी बाढ़ के पानी में बह गया। इस गरीब परिवार पर चारों तरफ से आफत आ गई है। अगले महीने बेटी की शादी होनी थी। विदर्भ में वैनगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से बाढ़ आ गई है।

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स्लम एरिया की झुग्गियों में रहने वाले गरीबों पर मुसीबत

काफी दिनों बाद यहां के कुछ इलाकों में बाढ़ के पानी का असर कुछ कम हुआ है, लेकिन नुकसान की कई खौफनाक तस्वीरें सामने आ रही हैं। किसी का सामान खराब गया तो किसी का मकान टूट गया। स्लम एरिया की झुग्गियों में रहने वाले गरीब लोगों को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।

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गोंदिया जिले में 1994 के बाद ऐसी तबाही

इस बाढ़ ने भंडारा और गोंदिया जिले में 1994 के बाद ऐसी तबाही मचाई है। जिले के 62 गांव पर इसका खासा असर देखने को मिला है। बाढ़ से करीब 18,000 लोग प्रभावित हुए हैं। जिन्हें सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया है। जिले के कई मकान, किसानों की धान की फसल समेत कई चीज़ें इस बाढ़ की चपेट में आ गई हैं।

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बचाव कार्य जारी है

बाढ़ग्रस्त इलाकों में रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की 4 टीमों को पुणे से नागपुर एयरलिफ्ट किया गया है। ये टीमें नागपुर व चंद्रपुर जिले में प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू ऑपरेशन में सहयोग कर रही हैं। चंद्रपुर के ब्रह्मपुरी इलाके के 5 गांव में वैनगंगा नदी का पानी भर गया है।

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