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महाराष्ट्र में अब नहीं लगेगा लॉकडाउन, इस तारीख से पटरी पर दौड़ेगी ट्रेन
महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ रहे मामलों के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि राज्य में फिर से लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। सरकार ने लोकल ट्रेन को शुरू करने का निर्णय लिया है।
मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ रहे मामलों के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि राज्य में फिर से लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। सरकार ने लोकल ट्रेन को शुरू करने का निर्णय लिया है। इस बाबत रेल मंत्रालय ने राज्य सरकार से एसओपी (स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसिजर) सौंपने के लिए बोला है।
बता दें कि उद्धव सरकार ने गृह मंत्रालय से अत्यावश्यक सेवाओं और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कर्मचारियों के लिए लोकल ट्रेन शुरू करने की सिफारिश की थी। राज्य सरकार की सिफारिश के बाद अब रेल मंत्रालय ने उद्धव ठाकरे सरकार से लोकल ट्रेन सेवा शुरू करने के लिए सुझाव देने के लिए कहा है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार लोकल ट्रेन को सभी फास्ट ट्रेन के स्टेशन पर रोका जाएगा। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि अगले हफ्ते तक मुंबई की लाइफ लाइन कहे जाने वाली लोकल ट्रेन फिर से पटरी पर दौड़ने लगेगी।
मालूम हो कि महाराष्ट्र शिक्षा विभाग ने स्कूलों को खोलने के लिए तारीखों का सुझाव भी दिया है। विभाग ने कहा कि कक्षा 1 से 5वीं तक सितंबर में खोले जाने चाहिए।
जबकि कक्षा 6 से 8वीं तक के अगस्त और 9 से 10वीं तक 12 जुलाई से स्कूल खुलने चाहिए। वहीं 10वीं का रिजल्ट आने के बाद 11 क्लास के स्कूल खोल दें।
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दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह और सीएम केजरीवाल के बीच इन मुद्दों पर हुई बात
उधर दिल्ली में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए रविवार को गृहमंत्री अमित शाह ने बैठक बुलाई थी। ये बैठक करीब 1 घंटे 20 मिनट चली। इस हाई लेवल मीटिंग में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया, दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल सहित गृह मंत्रालय के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह की यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण थी, क्योंकि राजधानी में कोरोना के कारण बिगड़ते हालात के पीछे केंद्र, राज्य और एमसीडी प्रशासन के बीच उचित तालमेल न होने की बातें सामने आती रही हैं।
सूत्रों ने बताया कि मीटिंग में दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने केंद्र के सामने कई मांगें रखी हैं। दिल्ली सरकार चाहती है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के लिए क्षमता बढ़ाई जाए। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी अस्पतालों में कोविड मरीजों का इलाज होना चाहिए।
दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार से कहा कि प्राइवेट अस्पतालों पर कैपिंग रेट लागू किया जाए। प्राइवेट लैब्स में भी कोरोना टेस्ट किया जाए जहां जांच की कीमत किफायती रखी जाए। कोरोना टेस्ट भी अन्य बीमारियों में होने वाले टेस्ट की तरह ही होना चाहिए और रिपोर्ट आसानी से मिलनी चाहिए।
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