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Maharashtra Political Crisis: शरद पवार और अजित के बीच शक्ति परीक्षण कल, दोनों गुटों ने बुलाई अलग-अलग बैठक

Maharashtra Political Crisis Update: दोनों गुटों के बीच छिड़ी वर्चस्व की जंग में कल की तारीख काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। दरअसल दोनों गुटों की ओर से कल अलग-अलग बैठक बुलाई गई है।

Anshuman Tiwari
Published on: 4 July 2023 3:33 AM GMT
Maharashtra Political Crisis: शरद पवार और अजित के बीच शक्ति परीक्षण कल, दोनों गुटों ने बुलाई अलग-अलग बैठक
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Maharashtra Political Crisis (Photo - Social Media)

Maharashtra Political Crisis Update: महाराष्ट्र की सियासत में इन दिनों भूचाल आया हुआ है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में अजित पवार की बगावत के बाद अब पार्टी पर कब्जे की जंग छिड़ गई है। दोनों गुट एक-दूसरे को बाहर निकालने और नई टीम बनाने में जुटे हुए हैं। एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने भी सख्त तेवर अपनाते हुए कहा है कि अजित पवार का मतलब एनसीपी नहीं है और मैं आने वाले दिनों में उन्हें और उनका साथ देने वाले बागियों को सबक सिखाऊंगा।

दोनों गुटों के बीच छिड़ी वर्चस्व की जंग में कल की तारीख काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। दरअसल दोनों गुटों की ओर से कल अलग-अलग बैठक बुलाई गई है। इन बैठकों को शरद पवार और अजित पवार के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। शरद पवार गुट की बैठक दक्षिण मुंबई के यशवंतराव चव्हाण केंद्र में होगी जबकि अजित पवार गुट की बैठक बांद्रा स्थित भुजबल नॉलेज सिटी में होगी। अब सबकी निगाहें इन दोनों अलग-अलग बैठकों पर लगी हुई हैं।

अब एनसीपी पर कब्जे की जंग

एनसीपी में बगावत के बाद अब दोनों गुट अपनी अपनी ताकत दिखाने की कोशिश में जुट गए हैं। पार्टी पर कब्जा करने की जंग में दोनों गुटों ने अपने-अपने वफादार नेताओं की तैनाती भी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में अजित पवार गुट ने शरद पवार के खास माने जाने वाले महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जयंत पाटिल को पद से हटाकर सुनील तटकरे को नया प्रदेश अध्यक्ष बना दिया है। अनिल पाटिल को व्हिप की जिम्मेदारी साथी गई है। दूसरी ओर शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने अजित पवार का साथ देने वाले सभी नेताओं के प्रति सख्त रुख अपनाया है।

शरद पवार ने पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे के अलावा बागियों का साथ देने वाले शिवाजीराव गर्जे, विजय देशमुख, एसआर कोहली और नरेंद्र राणे को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया है।

दोनों गुटों की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ उठाए गए इस कदम को पार्टी पर कब्जे की जंग से जोड़कर देखा जा रहा है। इसके साथ ही विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग को लेकर दोनों गुटों ने विधानसभा अध्यक्ष के सामने याचिकाएं भी दाखिल कर दी हैं। पार्टी के सिंबल पर कब्जे की जंग में दोनों गुटों की ओर से चुनाव आयोग के पास भी अलग-अलग दावे किए गए हैं।

दोनों गुटों के बीच शक्ति परीक्षण कल

एनसीपी में हुई बगावत के बाद कल का दिन सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि कल दोनों गुटों की अलग-अलग बैठक होने वाली है। इस बैठक से यह तस्वीर काफी हद तक साफ होने की उम्मीद है कि कौन-कौन नेता किसके साथ जुड़ा हुआ है। शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने वाले अजित पवार गुट की बैठक कल सुबह 11 बजे बुलाई गई है।

अजित पवार और उनके सहयोगी नेताओं ने 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। अब यह देखने वाली बात होगी कि उनकी बैठक में कितने विधायक हिस्सा लेते हैं। दूसरी ओर शरद पवार गुट की बैठक कल दोपहर एक बजे शुरू होगी। माना जा रहा है कि इस बैठक के जरिए शरद पवार यह साबित करने की कोशिश करेंगे कि पार्टी के अधिकांश नेता अभी भी उनके साथ बने हुए हैं।

शरद की बैठक में हलफनामे के साथ आना होगा

दिलचस्प बात यह है कि शरद पवार ने इस बैठक में सभी नेताओं और पदाधिकारियों को हलफनामे के साथ आने को कहा है। इससे साफ है कि नेताओं के प्रति भरोसे को लेकर वे अभी भी आश्वस्त नहीं हैं। दोनों बैठकों को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि एनसीपी में बगावत के बाद पदाधिकारियों की यह पहली बैठक होगी।

दोनों गुटों ज्यादा से ज्यादा विधायकों और पदाधिकारियों को अपने साथ जोड़ने की कोशिश में जुटे हुए हैं और ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों गुटों में आखिर कौन प्रभावी साबित होता है। दोनों गुटों की ओर से बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं और ऐसे में अभी यह पूरी तरह साफ नहीं हो सका है कि इस जंग में कौन किसका साथ दे रहा है।

इस बीच पहला बदलने का खेल भी शुरू हो चुका है। सांसद अमोल कोल्हे अभी तक अजित पवार गुट के साथ माने जा रहे थे मगर अब उन्होंने शरद पवार के नेतृत्व में विश्वास व्यक्त किया है। कोल्हे रविवार को अजित पवार के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए राजभवन भी पहुंचे थे मगर सोमवार को उन्होंने ट्वीट करते हुए खुद को और शरद पवार के साथ बताया।

Anshuman Tiwari

Anshuman Tiwari

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