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Manipur Violence: आलोचनाओं का सामना कर रहे CM बीरेन सिंह नहीं देंगे इस्तीफा, बोले- इस महत्वपूर्ण मोड़ पर...
N Biren Singh on Manipur Violence: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हिंसा की चपेट में है। इस बीच आलोचनाओं का सामना कर रहे सीएम एन बीरेन सिंह ने ट्वीट कर इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है।
N Biren Singh on Manipur Violence: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर हिंसा की आग में झुलस रहा है। तीन महीने होने को हैं लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी जातीय हिंसा (Ethnic Violence in Manipur) थमने का नाम नहीं ले रही। हिंसा और कानून-व्यवस्था की वर्तमान स्थितियों को लेकर लगातार आलोचनाएं झेल रहे मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (CM N. Biren Singh) ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने ऐसे समय ट्वीट किया है जब उनके इस्तीफे की एक फटी हुई तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। उस फोटो के साथ दावा किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री बीरेन सिंह गवर्नर अनुसुइया उइके (Governor Anusuiya Uikey) को अपना इस्तीफा सौंपना चाहते थे। इसके लिए वो गवर्नर हाउस के लिए निकले, मगर जनता के दबाव में उन्होंने अपना फैसला बदल दिया।
सीएम बीरेन सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि, 'मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि इस महत्वपूर्ण मोड़ पर मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दूंगा।'
At this crucial juncture, I wish to clarify that I will not be resigning from the post of Chief Minister.
— N.Biren Singh (@NBirenSingh) June 30, 2023
समर्थकों की गुजारिश पर लौटे मुख्यमंत्री
मणिपुर की राजधानी इंफाल में बड़ी संख्या में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के समर्थक सीएम आवास के सामने इकट्ठा हो गए। सभी ने अपने मुख्यमंत्री से इस्तीफा नहीं देने की गुजारिश की। इसके बाद मुख्यमंत्री वापस आवास लौट गए।
गृहमंत्री से मिले थे CM बीरेन सिंह
गौरतलब है कि, मणिपुर हिंसा पर केंद्र लगातार नजर बनाए हुए है। इस बीच रविवार को मुख्यमंत्री बीरेन सिंह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हिंसा और राज्य के ताज़ा हालात पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले। गृह मंत्री के साथ मीटिंग के बाद बीरेन सिंह ने कहा था कि, केंद्र और राज्य सरकार हिंसा को नियंत्रित करेगी। राज्य में एक बार फिर शांति बहाल हो, इसके प्रयास जारी हैं। सीएम बीरेन से मुलाकात के बाद गृहमंत्री शाह ने राज्यपाल अनुसुइया उइके से भी मुलाकात की थी।
'शांति समिति' का हुआ था गठन
केंद्र सरकार ने मणिपुर में अलग-अलग जातीय समूहों (मैतई और कुकी) के बीच शांति स्थापित करने की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए 10 जून को गवर्नर की अध्यक्षता में एक 'शांति समिति' का गठन किया था। राज्य सरकार ने परस्पर विरोधी दलों और समूहों के बीच बातचीत शुरू करने के लिए भी आवश्यक कदम उठाए। बावजूद हिंसा की ताज़ा घटनाएं हुई हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी दो दिनों की यात्रा पर मणिपुर गए हैं।