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Maratha Reservation: मराठा आरक्षण पर महाराष्ट्र में बवाल, बीड में हिंसा के बाद लगा कर्फ्यू, इंटरनेट पर बैन, तीन लोगों ने की सुसाइड की

Maratha Reservation: बीड में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। मराठा आरक्षण के समर्थकों ने तीन विधायकों के घरों और कार्यालय को निशाना बनाया है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 31 Oct 2023 10:50 AM IST (Updated on: 31 Oct 2023 10:56 AM IST)
Maratha Reservation
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Maratha Reservation (photo: social media )

Maratha reservation: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया है। प्रदर्शनकारियों ने अब आगजनी और तोड़फोड़ शुरू कर दी है। महाराष्ट्र का बीड जिला हिंसा और आगजनी से सबसे ज्यादा प्रभावित है और स्थानीय प्रशासन ने एहतियात के तौर पर यहां कर्फ्यू लगा दिया है। बीड में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। मराठा आरक्षण के समर्थकों ने तीन विधायकों के घरों और कार्यालय को निशाना बनाया है।

हिंसा पर उतारू भीड़ ने दो विधायकों के घरों और तीसरे के दफ्तर में आग लगा दी। इनमें से दो विधायक एनसीपी के और एक विधायक भाजपा से जुड़ा हुआ है। वाहनों को फूंकने की घटनाएं भी सामने आई हैं। जालना में तीन आरक्षण समर्थकों ने पिछले 12 घंटे के दौरान सुसाइड करने की कोशिश की।

आरक्षण आंदोलन के उग्र हो जाने के बाद महाराष्ट्र के शिंदे सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं। इस मुद्दे को सुलझाने के लिए शिंदे सरकार रात भर एक्टिव मोड में रही। देर रात तक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की गई। इस मुद्दे पर आज कैबिनेट बैठक होने की संभावना है जिसमें विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी जा सकती है।

Maratha Reservation: मराठा आरक्षण पर महाराष्ट्र में बवाल, बीड में हिंसा के बाद लगा कर्फ्यू, इंटरनेट पर बैन, तीन लोगों ने की सुसाइड की

जारंगे की भूख हड़ताल से मुद्दा गरमाया

महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण का मुद्दत शिंदे सरकार के लिए गले की हड्डी बन गया है। मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जारंगे के भूख हड़ताल पर बैठने के बाद यह मामला काफी गरमा गया है। जारंगे पिछले 6 दिनों से जालना के अंतरौली में भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार की सुबह उनसे बातचीत की थी जिसके बाद वै पानी पीने पर तैयार हुए थे।


परिवहन निगम की बसों में जमकर तोड़फोड़

मराठा आरक्षण का मुद्दा गरमाने के बाद पिछले दो दिनों के दौरान राज्य परिवहन निगम के 13 बसों में तोड़फोड़ की गई है। प्रदर्शनकारियों के उग्र तेवर को देखते हुए 250 में से 30 डिपो बंद करने पड़े हैं। भारी पथराव के बाद पुणे और बीड के बीच चलने वाली बस सेवा को बंद कर दिया गया है।

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सोमवार की रात एक हजार से अधिक लोगों की भीड़ ने बीड बस डिपो में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की थी। इस दौरान उग्र भीड़ ने स्टेशन का कंट्रोल रूम तोड़ने के साथ ही साठ बसों में भी तोड़फोड़ की थी। आंदोलनकारियों ने कर्नाटक बस डिपो की एक बस भी फूंक दी थी।


हमले और आगजनी के बाद लगा कर्फ्यू

प्रदर्शनकारियों ने एनसीपी कार्यालय, एक स्थानीय बीजेपी कार्यालय, एक ज्वैलरी की दुकान और शिवसेना नेता कुंडलिक खांडे के कार्यालय पर हमले किए। भीड़ ने बीड शहर के पास एक होटल में भी आग लगा दी। इन घटनाओं को देखते हुए बीड कलेक्टर ने जिले के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया है। बीड में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए बीड में अतिरिक्त सुरक्षा बल की तैनाती की गई है।

आरक्षण समर्थकों ने विधायकों के घरों और कार्यालय को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है। आंदोलनकारियों ने दो विधायकों के घरों और तीसरे के दफ्तर में आग लगा दी। इस बीच मराठा आरक्षण की मांग को लेकर भूख हड़ताल करने वाले मनोज जारंगे ने लोगों से तोड़फोड़ और आगजनी से दूर रहने की अपील की है।


आज कैबिनेट बैठक में होगी मराठा आरक्षण पर चर्चा

दूसरी ओर मराठा आरक्षण का मुद्दा गरमाने के बाद राज्य की शिंदे सरकार इस मुद्दे का समाधान खोजने में जुटी हुई है। सोमवार की रात शिंदे सरकार पूरी तरह एक्टिव मोड में दिखी और देर रात तक मुख्यमंत्री शिंदे और राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बैठक के दौरान इस मुद्दे पर गहराई से चर्चा की।

जानकार सूत्रों का कहना है कि आज शिंदे सरकार की कैबिनेट बैठक के दौरान इस मुद्दे पर विचार किया जाएगा। इस बैठक के दौरान विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का फैसला भी किया जा सकता है। मराठा कैबिनेट उपसमिति की बैठक के बाद मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि जस्टिस संदीप शिंदे की कमेटी की रिपोर्ट स्वीकार कर ली गई है और इसे मंगलवार को कैबिनेट बैठक के दौरान रखा जाएगा।

मराठा आरक्षण आंदोलन के बीच शिवसेना के दो सांसदों और भाजपा के एक विधायक ने इस्तीफा दे दिया है। राज्य के कई अन्य इलाकों में भी विभिन्न संगठन मराठा आरक्षण के समर्थन में उतर आए हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में यह आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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