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शराब फैक्ट्री के विरोध में मातृ सदन आश्रम, व्यापरियों को GST में बदलाव की जानकारी
मातृ सदन के संत लंबे समय से गंगा और पर्यावरण को बचाने के लिए आंदोलन करते आये हैं। इस दौरान स्वामी शिवानंद ने सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब अन्य राज्यों में पूरी तरह शराबबंदी हो सकती है तो उत्तराखंड जैसी देवभूमि में शराब की फैक्ट्रियां क्यों लगाई जा रही हैं।
उत्तराखंड: पर्वतीय क्षेत्रों में शराब की फैक्ट्री लगाए जाने के विरोध में हरिद्वार में चल रहे आंदोलन को मातृ सदन आश्रम का भी समर्थन मिला है। देवभूमि सिविल सोसायटी द्वारा देवपुरा तिराहे पर किए जा रहे आंदोलन को समर्थन देने मातृ सदन आश्रम के अध्यक्ष स्वामी शिवानंद पहुंचे।
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मातृ सदन के संत लंबे समय से गंगा और पर्यावरण को बचाने के लिए आंदोलन करते आये हैं। इस दौरान स्वामी शिवानंद ने सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब अन्य राज्यों में पूरी तरह शराबबंदी हो सकती है तो उत्तराखंड जैसी देवभूमि में शराब की फैक्ट्रियां क्यों लगाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार श्रद्धालुओं को उत्तराखंड आने का निमंत्रण देती है और दूसरी तरफ शराब का उत्पादन करती है। इससे देवभूमि की छवि धूमिल होगी। वहीं पिछले 22 दिनों से आंदोलन कर रहे देवभूमि सिविल सोसायटी के पदाधिकारियों ने कहा कि उनके आंदोलन को कई सामाजिक और धार्मिक संगठनों का समर्थन मिल रहा है। आगे आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
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जीएसटी को लेकर सिडकुल मैनुफैक्चरिंग एसोसिएशन की ओर से आयोजित कार्यशाला
जीएसटी के तहत कर की वसूली बढ़ाने और ज्यादा से ज्यादा व्यापरियों को कर प्रणालियों का लाभ देने के लिए सरकार लगातार व्यापरियों को जागरूक कर रही है। हरिद्वार के औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल में जीएसटी की विभिन्न योजनाओं से उद्यमियों को अवगत करवाया गया। सिडकुल मैनुफैक्चरिंग एसोसिएशन की ओर से आयोजित कार्यशाला में केंद्र और राज्य के कर विभाग के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
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कार्यशाला में व्यापारियों को जीएसटी में हो रहे बदलावों के अलावा कर सेटलमेंट स्कीम के बारे में जानकारी दी गई। व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी एक बड़ा बदलाव है समय समय पर इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन होना जरुरी है।