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पांच महीने बाद आज खुलेगा मां वैष्णो देवी का दरबार, दर्शन के लिए कड़ी शर्तें
करीब पांच महीने से बंद मां वैष्णो देवी की यात्रा रविवार से फिर शुरू हो रही है। कोरोना संकट के कारण 18 मार्च से ही वैष्णो देवी की यात्रा बंद पड़ी है।
अंशुमान तिवारी
नई दिल्ली: करीब पांच महीने से बंद मां वैष्णो देवी की यात्रा रविवार से फिर शुरू हो रही है। कोरोना संकट के कारण 18 मार्च से ही वैष्णो देवी की यात्रा बंद पड़ी है। हालांकि यात्रा की शुरुआत के मौके पर भी कोई रौनक नहीं दिख रही है। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की ओर से हर रोज सिर्फ दो हजार भक्तों को ही यात्रा की अनुमति दी गई है। इनमें सौ भक्त ही बाहरी राज्यों के होंगे।
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कराना होगा कोरोना टेस्ट
वैष्णो देवी की यात्रा शुरू होने से पहले कटरा में कोरोना की जांच के लिए तीन सेंटर बनाए गए हैं। बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए इन सेंटर्स में कोरोना टेस्टिंग कराना अनिवार्य होगा। इन यात्रियों की रिपोर्ट कुछ ही मिनटों में आ जाएगी और इसके बाद ही उन्हें यात्रा की अनुमति दी जाएगी। वैसे यात्रा की शुरुआत के मौके पर भी सबकुछ दुरुस्त नहीं दिख रहा है क्योंकि वैष्णो देवी के मुख्य पुजारी सुदर्शन, उनके परिवार के 3 लोग और उनके एक सहयोगी को पॉजिटिव पाया गया है।
मास्क लगाकर करनी होगी चढ़ाई
सूत्रों ने बताया कि यात्रा में शामिल होने वाले भक्तों को 14 किलोमीटर की चढ़ाई मासंक व फेस कवर लगाकर ही करनी होगी। कोरोना के संक्रमण के कारण श्राइन बोर्ड ने इस मामले में काफी सख्ती की है। बोर्ड की ओर से अभी खच्चर और पिट्ठू की सुविधा नहीं शुरू की गई है। वैसे यात्रियों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैटरी ऑपरेटेड व्हीकल्स, पैसेंजर रोपवे और हेलीकॉप्टर की सुविधा मुहैया कराया जाएगी।
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सिर्फ दो हजार भक्तों को दर्शन की अनुमति
सूत्रों का कहना है कि प्रशासन की ओर से श्राइन बोर्ड को हर रोज 5000 भक्तों को वैष्णो देवी की यात्रा करने की अनुमति दी गई थी मगर श्राइन बोर्ड की ओर से कोरोना संकट को देखते हुए इसमें कटौती कर दी गई है। अब रोज सिर्फ 2000 यात्री ही मां वैष्णो देवी के दरबार में पहुंच सकेंगे।
श्राइन बोर्ड से जुड़े सूत्रों का कहना है कि यात्रा के पहले हफ्ते के बाद स्थितियों की समीक्षा की जाएगी और और उसी हिसाब से यात्रियों की संख्या कम करने या बढ़ाने के संबंध में फैसला लिया जाएगा।
ऑनलाइन कराना होगा रजिस्ट्रेशन
सूत्रों के मुताबिक पहले हफ्ते के दौरान रोज बाहरी राज्यों के सिर्फ सौ भक्त ही मां वैष्णो देवी के दरबार में पहुंच सकेंगे। रविवार को यात्रा में शामिल होने वाले लोगों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए शनिवार शाम को लिंक ओपन की गई। रजिस्ट्रेशन शुरू होने के कुछ सेकंड के भीतर ही यात्रियों का कोटा पूरा हो गया। रविवार को उन्हीं यात्रियों को दर्शन की अनुमति दी जाएगी जिनका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो चुका है।
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खुद करनी होगी खाने-पीने की व्यवस्था
मां वैष्णो देवी के दर्शन की शुरुआत तो हो गई है मगर अभी भी बाहर से आने वाले यात्रियों को खाने-पीने की व्यवस्था खुद करनी होगी क्योंकि कटरा में अधिकांश होटल अभी भी बंद पड़े हैं। जो होटल खुले हैं, उन्होंने यात्री कम होने के कारण अपना किचन नहीं शुरू किया है।
होटल संचालकों का कहना है कि अभी यात्रियों की संख्या काफी कम है और ऐसे में किचन शुरू करना काफी महंगा पड़ेगा। उनका कहना है कि जब तक यात्रियों की संख्या नहीं बढ़ जाती तब तक किचन की सुविधा भी पूरी तरह बंद रहेगी।
बच्चों और बुजुर्गों को अनुमति नहीं
श्राइन बोर्ड से जुड़े सूत्रों का कहना है कि 10 साल से कम उम्र के बच्चों और 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को अभी यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। सूत्रों के मुताबिक कोरोना की स्थितियों को देखकर इस संबंध में आगे फैसला किया जाएगा। प्रसाद की भी चुनिंदा दुकानों को ही खोलने की अनुमति दी गई है, लेकिन यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन करना होगा।
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