TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

यहां मर्द बन जाते हैं औरत! जानें इस मंदिर की क्या है सच्चाई

मंदिर एक ऐसा स्थान, जहां पर पुरुष और महिला में कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर पुरुष को मंदिर जाने से पहले औरत का भेषभूषा अपनाना पड़ता है।

Shreya
Published on: 15 Feb 2020 2:06 PM IST
यहां मर्द बन जाते हैं औरत! जानें इस मंदिर की क्या है सच्चाई
X
यहां मर्द बन जाते हैं औरत! जानें इस मंदिर की क्या है सच्चाई

मंदिर एक ऐसा स्थान, जहां पर पुरुष और महिला में कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर पुरुष को मंदिर जाने से पहले औरत का भेषभूषा अपनाना पड़ता है। केरल के कोल्लम जिले में स्थित इस मंदिर में पुरुष को जाने से पहले महिला की तरह तैयार होकर जाना पडता है। इस मंदिर का नाम कोट्टनकुलगरा श्रीदेवी मंदिर है।

यह भी पढ़ें: पुलिसकर्मियों ने किया बलात्कार: शर्मशार हुई खाकी, जानें पूरा मामला

स्त्री का भेष धारण किए बिना नहीं मिलती एंट्री

बताया जाता है कि ये मंदिर काफी प्राचीन है। कोट्टनकुलगरा श्रीदेवी मंदिर की परम्परा काफी अनोखी है। दरअसल, इस मंदिर में पुरुष स्त्री का रुप धारण किए बिना प्रवेश नहीं कर सकते हैं। माना जाता है कि ये मंदिर एक देवी का मंदिर है, जिनकी पूजा केवल महिलाएं ही कर सकती हैं। ऐसे में अगर कोई पुरुष माता के दर्शन करना चाहता है और मंदिर में पूजा करनी है तो उसे महिला का रुप लेना आवश्यक है।

पुरुषों को भी करना पड़ता है सोलह श्रृंगार

इस मंदिर में जाने के लिए पुरुष को महिलाओं की तरह साड़ी पहननी पड़ती है। यहीं नहीं उनको महिलाओं की तरह ही सोलह श्रृंगार भी करना पड़ता है। इस मंदिर परिसर में एक कमरा बनाया गया है, जहां पर पुरुषों के सजने के लिए सारे इंतजाम किए गए हैं। इस कमरे में पुरुषों के सजने के लिए स्त्रियों की वेशभूषा (साड़ी) से लेकर नकली बाल व गहने मौजूद हैं। पुरुष अपनी मन्नत पूरी होने के बाद मंदिर में महिलाओं का सारा सामान भेट करते हैं।

यह भी पढ़ें: भारत में आएगी भयंकर तबाही! अगर हो गया ऐसा तो मच जाएगा हाहाकार

चाम्याविलक्कू उत्सव का होता है आयोजन

कोट्टनकुलगरा श्रीदेवी मंदिर में चाम्याविलक्कू उत्सव मनाया जाता है। इस समारोह में शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से पुरुष यहां आते हैं। मर्दों के अलावा यहां ट्रांसजेंडरों की भी काफी भीड़ उमड़ती है। उनका कहना है कि जहां एक ओर सारे समाज में उन्हें अपमान का सामना करना पड़ता है तो वहीं इस मंदिर में उन्हें सम्मान मिलता है। इस मंदिर को लेकर वहां के लोगों में काफी आस्था है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर में दर्शन करने के बाद लोगों की सारे मन्नतें पूरी होती हैं।

यह भी पढ़ें: इस वजह से मॉडल को टिंडर ने कर दिया ब्लॉक, जानिए पूरा मामला?



\
Shreya

Shreya

Next Story