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जामिया कांड का आरोपी सोशल मीडिया पर है एक्टिव, स्कूल सर्टिफिकेट से निकला सच
जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी के छात्रों ने गुरुवार को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर जामिया से राजघाट तक सीएए के खिलाफ मार्च निकाला। इस मार्च के दौरान उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक युवक ने प्रदर्शन के दौरान गोली चला दी
नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी के छात्रों ने गुरुवार को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर जामिया से राजघाट तक सीएए के खिलाफ मार्च निकाला। इस मार्च के दौरान उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक युवक ने प्रदर्शन के दौरान गोली चला दी, जिसमें एक प्रदर्शनकारी छात्र घायल हो गया है। वहीं, पुलिस ने गोली चलाने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया और उससे पूछताछ कर रही है। जानकारी के मुताबिक आरोपी छात्र नाबालिग है और घर पर यह कहकर निकला था कि वह स्कूल जा रहा है। स्कूल सर्टिफिकेट के अनुसार आरोपी की उम्र अभी 18 साल नहीं हुई है।
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आरोपी ग्रेटर नोएडा के जेवर का रहने वाला है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही है कि उसके पास हथियार कहां से और कैसे आया। आरोपी खुद को राम भक्त बता रहा है। वह सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय है। उसके फेसबुक पोस्ट और पुलिस की पूछताछ के दौरान बताया कि वह कासगंज में हुए तिरंगा यात्रा के दौरान मारे गए छात्र चंदन का बदला लेना चाहता था।
आरोपी के पोस्ट से इस बात की जानकारी भी मिली है कि वह शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन से भी काफी आक्रोशित था। जेवर से शाहीन बाग प्रदर्शन को खत्म करने की बात उसने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखी है। आरोपी के परिजनों को इस घटनाक्रम के बारे में जानकारी मिल चुकी है, जिसके बाद से वह काफी चिंतित हैं।
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एक चश्मदीद ने घटना के बारे में बताते हुए कहा कि हमारा मार्च चल रहा था कि एक युवक अचानक दूसरी दिशा से सामने आया और हवा में पिस्तौल लहराते हुए बोला कि आओ मैं तुम्हें आजादी देता हूं और फिर उसने गोली चला दी।
गोली लगने से पास ही खड़े शादाब आलम को गोली लग गई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ कर रही है। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने जामिया से राजघाट तक मार्च करने की अनुमति नहीं दी थी। इसके बाद भी स्थानीय लोग प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतर गए।