TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

मोदी भैंसा! इसका मेकअप खर्च लड़कियों से भी है ज्यादा, कमाता है लाखों

हैरानी की बात तो ये है कि चार साल के इस भैंसे के सोशल मीडिया पर लक्ष्मी डेयरी फार्मिंग के नाम से बने फेसबुक पेज पर साढ़े पांच लाख से अधिक फॉलोअर हैं। मात्र चार साल में इसका वजह 15 कुंतल हैं।

Shivakant Shukla
Published on: 22 Jan 2020 2:06 PM IST
मोदी भैंसा! इसका मेकअप खर्च लड़कियों से भी है ज्यादा, कमाता है लाखों
X

नई दिल्ली: दुनिया में सैकड़ों देश हैं, उन्हीं देशों में एक है 'भारत', हर देश की अपनी अलग पहचान है। लेकिन कुछ ऐसे कारनामे हैं जो सिर्फ भारत देश में ही होते हैं तो आइए आपको हम एक हैरान कर देने वाली खबर से रूबरू करवाते हैं। वैसे तो आपने कई तरह के भैंसे देखे होंगे, भैसों की कई नस्लें होती हैं। आज हम आपको जिसके बारे में बताने जा रहे हैं वो देखकर के तो आपका दिमाग पूरी तरह से चकरा जाएगा।

दरअसल, पंजाब के फाजिल्का जिले के गांव बैरोकी के रहने वाले शेरबाज सिंह ने एक भैंसा पाल रखा हैं जिसका नाम मोदी भैंसा रखा है। वैसे इनके पास में एक बड़ा डेयरी फ़ार्म है और उसमे दर्जनों भैंसे है लेकिन उसमे से मोदी भैंसा सबसे ज्यादा ख़ास है। इसका वजन अभी फ़िलहाल पूरे 15 क्विंटल है और इसे खूबसूरत बनाने में हर महीने 10 हजार रूपये खर्च होते है। यही नहीं इस भैसे को खूब भर भर के गेहूं का दलिया, चना, चूरी और खांडा आदि खिलाया जाता है जिससे कि ये और भी ज्यादा समृद्ध और मोटा ताजा सा नजर आने लगता है।

ये भी पढ़ें—ईरान का प्लान ट्रंप: बदला लेने के लिए अब डोनाल्ड पर ऐसे हमला कराएगा ये देश

यही नहीं इस भैंसे के लिए ख़ास तौर पर एक आदमी रखा गया है जो इसके सींगो पर रंग रोगन से लेकर के इस भैंसे की मसाज करने का भी काम करता है। इनके पास एक लक्ष्मी नाम की भैंस भी है जिसने एक साथ 24 लीटर दूध देकर के आल इंडिया चैंपियन का खिताब भी जीत रखा है जो अपने आप में बेहद ही गजब है।

सोशल मीडिया पर एक्टिव भैंसा

हैरानी की बात तो ये है कि चार साल के इस भैंसे के सोशल मीडिया पर लक्ष्मी डेयरी फार्मिंग के नाम से बने फेसबुक पेज पर साढ़े पांच लाख से अधिक फॉलोअर हैं। मात्र चार साल में इसका वजह 15 कुंतल हैं।

ये भी पढ़ें—बड़े बाप की बेटियां! रखती हैं ऐसा शौक कि आपको नहीं होगा यकीन

ऐसे होती है इसकी सेवा

इस भैंसे को फिट रखने के लिए उसे सुबह शाम सैर पर करवाई जाती है। बैठने के लिए गद्दे लगाए जाते हैं। गर्मी से बचाने के लिए कूलर का प्रबंध किया गया है तो सर्दी से बचाने से बचाने के लिए अंगीठी भी जलाई जाती है। समयानुसार गेहूं का दलिया, चना-चूरी, सरसों की खल और खांडा खिलाया जाता है। इसके अलावा मुर्राह नस्ल के इस भैंसे की उम्र चार साल और वजन 15 क्विंटल है। खूबसूरती पर हर महीने 10 हजार रुपए प्रतिमाह खर्च होते हैं।



\
Shivakant Shukla

Shivakant Shukla

Next Story