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Cabinet Decisions: गन्ना किसानों को मोदी सरकार का गिफ्ट, नए सीजन के लिए बढ़ाए दाम...लाखों किसानों को फायदा

Sugarcane FRP: केंद्र के इस फैसले से उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के किसानों को खासा लाभ होगा। यूपी गन्ना उत्पादन मामले में नंबर वन राज्य है। यहां लाखों किसान गन्ने की खेती से जुड़े हैं।

Aman Kumar Singh
Published on: 28 Jun 2023 11:55 AM GMT
Cabinet Decisions: गन्ना किसानों को मोदी सरकार का गिफ्ट, नए सीजन के लिए बढ़ाए दाम...लाखों किसानों को फायदा
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गन्ना किसानों को मोदी सरकार का गिफ्ट (Social Media)

Modi Cabinet Decisions : देश भर के गन्ना किसानों के लिए खुशखबरी है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 'द कमीशन फॉर एग्रीकल्चर कॉस्ट्स एंड प्राइज' की सिफारिश पर गन्ना एफआरपी (Sugarcane FRP) बढ़ाने को हरी झंडी दे दी है।2023-24 सीजन के गन्ने एफआरपी में 10 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि की घोषणा की गई है। अब, गन्ने की नई FRP 315 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। केंद्र के इस फैसले से सबसे ज्यादा खुश उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के किसान हैं। बता दें, इन दोनों राज्यों में बड़े पैमाने पर गन्ना उत्पादन होता है।

गौरतलब है कि, खरीफ फसलों के एमएसपी (MSP of Kharif crops) बढ़ाने के बाद मोदी सरकार ने देश भर के गन्ना किसानों को बड़ी सौगात दी है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट मीटिंग में सरकार ने अगले सीजन के लिए गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्य (Fair and Remunerative Prices) में वृद्धि का फैसला लिया।

गन्ने के FRP में 10 रुपए की वृद्धि

कैबिनेट मीटिंग में लिए फैसलों की जानकारी देते हुए सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर (I&B Minister Anurag Thakur) ने बताया कि, 'गन्ना किसानों के लिए केंद्र सरकार ने गन्ने के एफआरपी (Sugarcane FRP) में 10 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि का फैसला लिया है।' आपको बता दें, गन्ना पर FRP अर्थात उचित व लाभकारी मूल्य निर्धारित करने के जरिए गन्ना किसानों को उनकी उपज की गारंटीड रकम दी जाती है।

देश के 5 करोड़ गन्ना किसानों को फायदा

नरेंद्र मोदी सरकार (Modi government) के गन्ने के FRP में बढ़ोतरी फैसले का फायदा देश के 5 करोड़ गन्ना किसानों को मिलेगा। इतना है नहीं, गन्ना मिलों (Sugarcane Mills in India) और उससे जुडी गतिविधियों में काम करने वाले 5 लाख कर्मियों को भी इस फैसले का लाभ मिलेगा। केंद्र सरकार ने बताया कि, गन्ने का FRP 315 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है, जबकि उत्पादन की लागत 157 रुपए प्रति क्विंटल है। अर्थात, 10.25 प्रतिशत के रिकवरी रेट के हिसाब से उत्पादन लागत (Production Cost) से 100.6 फीसद अधिक गन्ना किसानों को एफआरपी दिया जा रहा है।

2014-15 में गन्ने का FRP 220 रुपए प्रति क्विंटल था

सीजन 2023-24 के लिए गन्ना का FRP 2022-23 के मुकाबले 3.28 प्रतिशत ज्यादा है। नए FRP के जरिए खरीद एक अक्टूबर 2023 से शुरू होने वाले नए गन्ने के सीजन (Sugarcane Season 2023-24) से लागू होगी। सीएसीपी अर्थात Commission for Agricultural Costs and Prices की सिफारिशों के आधार पर राज्यों और दूसरे हितधारकों (stakeholders) के साथ राय-मशविरा के बाद गन्ने का नया FRP तय किया गया है। यहां ये भी जान लें कि, मोदी सरकार जब सत्ता में आई थी तब 2014-15 में गन्ने का एफआरपी 220 रुपए प्रति क्विंटल हुआ करता था। इन 9 सालों में FRP में करीब 100 रुपए तक की वृद्धि हुई है।

Aman Kumar Singh

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