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Sea Plane भरेंगे उड़ानः सफर के लिए हो जाएं तैयार, आपके शहर में होंगे ये रूट्स
देश के प्रमुख शहरों में सी-प्लेन सेवा शुरू करने के लिए बंदरगाह, पोत परिवहन व जलमार्ग मंत्रालय ने कई रूटों की पहचान की है। इन रूट्स में कई राज्यों के शहर शामिल हैं।
लखनऊ: सी प्लेन (Sea Plane) पर सफर करने की ख्वाइश रखते हैं तो जल्द ही आपकी इस ख्वाइश को केंद्र सरकार पूरा करने की तैयारी में है। मोदी सरकार देश के प्रमुख शहरों के बीच सी प्लेन सर्विस शुरू करने की योजना बना रही है। इसके लिए सरकार तैयारियों में जुट गयी है। पोत परिवहन व जलमार्ग मंत्रालय ने सरकार की मंशा को पूरा करने के लिए प्रोजेक्ट का खाका तैयार करना शुरू कर दिया है और सी प्लेन प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने की जिम्मेदारी सागरमाला डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड को देने की योजना है।
केंद्र सरकार ने शुरू किया सी प्लेन परियोजना पर काम
दरअसल, केंद्र सरकार के सी प्लेन प्रोजेक्ट के जरिए प्रमुख शहरों को जोड़ने की योजना को पोत परिवहन व जलमार्ग मंत्रालय ने अमली जामा पहनाने की तयारी कर ली है। बताया जा रहा है कि सागरमाला डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड इस परियोजना का हिस्सा होगी। जिसका प्रशासनिक नियंत्रण मंत्रालय के पास ही रहेगा।
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इन प्रमुख शहरों के बीच उड़ान भरेगा सी प्लेन
जानकारी के मुताबिक, देश के प्रमुख शहरों में सी-प्लेन सेवा शुरू करने के लिए बंदरगाह, पोत परिवहन व जलमार्ग मंत्रालय ने कई रूटों की पहचान की है। इन रूट्स में कई राज्यों के शहर शामिल हैं। ये रूट्स हैं प्लेन में शामिल-
-अंडमान-निकोबार व लक्षदीप के कई द्विपो के बीच सी प्लेन सर्विस
-असम में गुवाहाटी रिवरफ्रंट व उमरांसो जलाशय
-दिल्ली के यमुना रिवरफ्रंट से यूपी के अयोध्या तक
-टिहरी, श्रीनगर व चंड़ीगढ़
-पंजाब और हिमाचल प्रदेश के कई पर्यटन स्थलों में भी सी प्लेन को जोड़ा जाएगा।
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-महाराष्ट्र में मुंबई से शिरडी, लोनावाला, गणपतिपुल के बीच भी सी-प्लेन सेवा शुरू करने की योजना है। इसके अलावा नागपुर के खिंडसी डैम और इराई डैम चंद्रपुर के बीच सी प्लेन रूट्स।
-गुजरात के सूरत से द्वारका, मांडवी और कांडला के बीच सी-प्लेन यात्रा।
क्या है सी प्लेन की खासियत:
सी प्लेन प्लेन जमीन और पानी दोनों से उड़ान भर सकता है।
पानी और जमीन दोनों पर सी प्लेन को लैंड भी कराया जा सकता है।
महज 300 मीटर के रनवे से सी प्लेन उड़ान भर सकता है।
300 मीटर की लंबाई वाले जलाशय का इस्तेमाल हवाई-पट्टी के रूप में संभव है।
सी-प्लेन सर्विस के फायदे ये
देश की एयर कनेक्टिविटी पर काम कर रही सरकार की सी प्लेन सेवा देश का अर्थव्यवस्था और ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर के लिए गेम चेंजर साबित हो सकती है।
इस सर्विस के जरिये तेजी से यात्रियों और कारोबारियों का माल सुरक्षित और आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाया जा सकेगा।
वहीं बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
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देश के कई धार्मिक और पर्यटन स्थल सीधे सी-प्लेन सेवा से जुड़ सकेंगे।
घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को नई ऊंचाई मिलेगी।
पहाड़ी, दुरस्थ क्षेत्रों और नदी व जलाशयों के बीच एयर कनेक्टिविटी दुरुस्त होगी।
गौरतलब है कि भारत को अपना पहला सी प्लेन 31 अक्टूबर 2020 में गुजरात में मिला। प्रधानमंत्री मोदी ने अहमदाबाद में केवडिया और साबरमती के बीच सी-प्लेन ऑपरेशन का उद्घाटन किया था।
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