सीएम योगी के दमदार फैसले: साल 2020 होगा इतिहास में दर्ज, यूपी में हुए ये बदलाव

आबादी के हिसाब से भारत के सबसे बड़े राज्य के लिए ये साल सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण रहा। कोरोना जैसी विकराल बीमारी से हर कोई जूझ रहा था, तब सबसे ज्यादा जनसंख्या वाली यूपी को संभालना, सीएम योगी के लिए जरूर कठिन रहा होगा।

Shivani
Published on: 31 Dec 2020 4:46 PM GMT
सीएम योगी के दमदार फैसले: साल 2020 होगा इतिहास में दर्ज, यूपी में हुए ये बदलाव
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लखनऊ: साल 2020 का आज आखिरी दिन है। बीता एक साल भले ही चुनौतीपूर्ण रहा। कोरोना समेत कई आपदाओं को भारत ने झेला लेकिन इन सब के बीच इस साल को यूपी वाले केवल मुश्किलों के लिए नहीं बल्कि मुख़्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बड़े और दमदार फैसलों के लिए जरूर याद करेंगे। सीएम योगी ने साल 2020 में ऐसे फैसले लिए, जो यूपी के लिए टर्निंग पॉइंट बन गया। शुरुआत राम मंदिर की नींव से हुई तो योगी सरकार ने यूपी में अपराध, भूमाफियाओं, दबंगों और लव जिहाद जैसे मामलों में सख्त आदेश जारी किए।

चलिए जानते हैं योगी सरकार के साल 2020 में लिए गए महत्वपूर्व फैसलों के बारे में, जिन्होंने यूपी के इतिहास में अपनी जगह बना ली है।

आबादी के हिसाब से भारत के सबसे बड़े राज्य के लिए ये साल सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण रहा। कोरोना जैसी विकराल बीमारी से हर कोई जूझ रहा था, तब सबसे ज्यादा जनसंख्या वाली यूपी को संभालना, सीएम योगी के लिए जरूर कठिन रहा होगा। पर उन्होंने यूपी के स्वास्थ्य क्षेत्र से लेकर आर्थिक, आपराधिक और दशकों से लोगों की आस्था से जुड़े राम मंदिर तक के मुद्दे पर पूरी जिम्मेदारी के साथ दमदार फैसलों से व्यवस्था बनाये रखी और लोगों को सुरक्षित माहौल देने की पूरी कोशिश की।

योगी सरकार के 2020 में बड़े फैसले

मुख़्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास, तरक्‍की, रोजगार, शिक्षा,कृषि और स्‍वास्‍थ्‍य के क्षेत्र में बेहतर काम किए।सीएम योगी के फैसलों ने एक तरफ कोरोना को मात दी, तो दूसरी तरफ विकास की रफ्तार कम नहीं होने दी।

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1- कोरोना संकट के बीच अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की नींव

दशकों से भारत समेत दुनिया भर के हिन्दुओं को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का इंतज़ार था। इस साल भव्य राम मंदिर का शिलान्यास होना था।कोरोना का संकट आया तो लोगों में एक आशंका उठी कि शायद उन्हें राम मंदिर के लिए अभी और इंतज़ार करना पड़े। लेकिन मुख्यमंत्री योगी ने इस संकट के बीच भी हिन्दुओं की आस्था को बनाये रखने और इंतज़ार को खत्म करते हुए श्रीराम के भव्य मंदिर का शिलान्यास और भूमि पूजन का कार्यक्रम आयोजित करवाया। पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों पूजन हुआ और इस अद्भुत दृश्य को पूरी दुनिया ने देखा।

2- यूपी में माफियाओं के बुरे दिनों की शुरुआत:

योगी आदित्यनाथ ने पहले ही प्रदेश में अपराधियों और माफियाओं को काबू में आ जाने के लिए ललकारा था। ऐसे में इस साल योगी सरकार ने माफियाओं पर अंकुश लगाने और उनके साम्राज्य का अंत करने के लिए सम्पत्तियों को जब्त करने और अवैध इमारतों पर बुलडोजर चलाने के आदेश जारी किये। अतीक, मुख्तार समेत इनके गैंग के लोगों के लिए ये साल कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक रहा। अपराधियों के खिलाफ सबसे बड़ा और प्रभावी अभियान चलाया गया, जिसमे प्रशासन के बुलडोजर के पहियों के नीचे माफियाओं की अवैध सम्पत्तियाँ चकनाचूर हो गयी।

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3- यूपी दंगों में सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों से वसूली

जब केंद्र के सीएए कानून के विरोध में यूपी में प्रदर्शन शुरू हुए, उस दौरान माहौल बिगाड़ने के लिए दंगाइयों ने जमकर उपद्रव मचाया। सरकारी सम्पत्तियों का नुकसान किया। तोड़फोड़ और आगजनी की। योगी सरकार ने इन उपद्रवियों, दंगाइयों को सबक सिखाने के लिए छतिग्रस्‍त की गई सरकारी संपत्तियों के नुकसान की भरपाई उन्ही से करवाने का फैसला लिया और वसूली के लिए योगी सरकार ने रिकवरी अध्‍यादेश जारी किया। ऐसे दंगाइयों के पोस्टर चौराहों पर लगाए गए।

Delhi Violence

4- कमिश्नरेट प्रणाली की शुरुआत

इस साल योगी सरकार के आदेश के बाद यूपी में कमिश्नरेट सिस्टम की शुरुआत हुई। इसके तहत दो जिलों लखनऊ और नोएडा (गौतमबुद्धनगर) में पुलिस कमिश्‍नरी सिस्‍टम लागू किया गया। वहीं यूपी पुलिस व्‍यवस्‍था को नया रूप देने की कोशिश शुरू हुई।

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5- महिला सुरक्षा पर फैसले, लव जेहाद के खिलाफ कानून

साल के अंत में योगी सरकार ने लव जिहाद और धर्मानान्तरण को लेकर सख्त कानून बनाया। पहचान छिपा कर दूसरे समुदाय की महिलाओं से झांसा देकर शादी करने वालों की अब यूपी में खैर नहीं होगी। लव जिहाद विरोधी कानून लागू किया गया, जिसमे कड़ी सजा का प्रावधान है।

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इसके अलावा महिलाओं से छेड़खानी, यौन शोषण करने वाले दोषियों के पोस्‍टर चौराहों पर लगाने का फैसला लिया। महिलाओं के स्वावलंबन, महिला सुरक्षा और सम्मान के साथ नवरात्रि में मिशन शक्ति की शुरुआत की गई। प्रदेश भर में थाने, तहसीलों और ब्‍लाकों में महिला हेल्‍प डेस्‍क और पिंक महिला पुलिस तक की सुविधा दी गई।

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6- नोएडा फिल्म सिटी

मनोरंजन जगत में अपनी पहचान बनाने और प्रदेश को इंटरटेनमेन्ट हब बनाने के लिए नोएडा फिल्म सिटी बनाने का सीएम योगी ने फैसला लिया। ये फिल्म सिटी केवल यूपी के लिए ही नहीं भारत के लिए भी बड़ी उपलब्धि है। योगी सरकार नोएडा में दुनिया की सबसे बड़ी और भव्‍य फिल्‍म सिटी बनाने की तैयारी में हैं।

7- यूपी में रोड- एयर कनेक्टिविटी: जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लेकर एक्सप्रेसवे तक

योगी सरकार के इस साल के बड़े फैसलों में जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को शामिल किया जाना लाजमी है। इसके निर्माण के लिए Logo और डिजाइन तय करने का काम भी 2020 में किया गया। इसके अलावा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे,गंगा एक्सप्रेसवे, कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर काम शुरु हुआ। योगी सरकार ने यूपी में बेहतर एयर कनेक्टिविटी पर फैसला लिया। साथ ही दुनिया का सबसे लंबा एक्‍सप्रेस वे गंगा एक्‍सप्रेस वे के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की शुरुआत की।

jewar airport

8-यूपी में डिफेंस एक्सपो

योगी सरकार ने इस साल एशिया की सबसे बड़ी हथियारों की प्रदर्शनी का आयोजन किया। उत्तरप्रदेश में पहली बार लखनऊ में डिफेंस एक्सपो की मेजबानी की। देश की रक्षा उत्पादन इकाइयों ने यूपी की राजधानी लखनऊ से दुनिया को 'मेक इन इंडिया' की ताकत दिखाई।

9-ODOP के बहाने 'मेक इन यूपी' का संदेश

योगी आदित्यनाथ की सरकार ने एक जिला एक उत्पाद योजना (ODOP) के जरिए 'मेक इन यूपी' का संदेश दिया। योगी सरकार ने स्‍थानीय उत्‍पादों को बढ़ावा देने के लिए ओडीओपी (एक जिला, एक उत्पाद) के तहत बड़ी योजनाओं की शुरुआत की। रोजगार और कारोबार को बढ़ावा दिया।

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10- कोरोना में जरूरतमंदों के लिए फैसले

कोरोना संकट से निपटने के लिए लॉकडाउन का एलान हुआ तो लोगों पर आर्थिक संकट बन आया। इस दौरान सीएम योगी ने आदेश दिया कि कोई भूखा न सोने पाए। यूपी में 40 लाख से अधिक मजदूरों को भोजन से लेकर, राशन, दवा के साथ ही 1 हजार रुपये का भत्‍ता दिया गया। युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए मिशन रोजगार के तहत 4 लाख से ज्‍यादा नॉकरिया दीं।

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