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Monsoon Update Today: नोएडा-दिल्ली में झमाझम बारिश, भीषण गर्मी में लोगों के मिली बड़ी राहत, जानिए यूपी का हाल

Monsoon Update Today: दिल्ली एनसीआर में शुक्रवार को झमाझम बारिश हुई। भीषण गर्मी में लोगों को राहत मिली है।

Neel Mani Lal
Published on: 16 Jun 2023 4:55 AM GMT (Updated on: 16 Jun 2023 10:20 AM GMT)
Monsoon Update Today: नोएडा-दिल्ली में झमाझम बारिश, भीषण गर्मी में लोगों के मिली बड़ी राहत, जानिए यूपी का हाल
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Monsoon Update Today (photo: social media )

Monsoon Update Today: भीषण गर्मी से त्राहि त्राहि कर रहे इंसानों और सभी जीव जंतुओं को बारिश का शिद्दत से इंतजार है। भीषण गर्मी में दिल्ली एनसीआर में झमाझम बारिश से लोगों को राहत मिली। आधे घंटे तक जमकर बदरा बरसे। लोगों ने बारिश का भी खूब मजा भी लिया। यूपी में भी जल्द ही बारिश से होने की संभावना है।

निजी पूर्वानुमान एजेंसी "स्काईमेट वेदर' ने अगले चार हफ्तों में भारत में कमजोर मानसून की भविष्यवाणी की है, जिससे कृषि पर प्रभाव के बारे में चिंता बढ़ गई है। स्काईमेट के मुताबिक, एक्सटेंडेड रेंज प्रेडिक्शन सिस्टम कम से कम 6 जुलाई तक एक निराशाजनक दृष्टिकोण पेश कर रहा है। इसमें कहा गया है कि बुवाई के महत्वपूर्ण समय में बारिश की कमी से स्थितियां अच्छी नहीं दिख रहीं।

चक्रवात का असर

मौसम एजेंसी ने कहा कि अरब सागर में चक्रवात बिपार्जॉय ने पहले केरल में मानसून की शुरुआत में देरी की और अब बारिश वाली प्रणाली की प्रगति को बाधित कर रहा है, जिससे इसे प्रायद्वीप के आंतरिक क्षेत्रों तक पहुंचने से रोका जा रहा है।

मानसून की बारिश आमतौर पर 15 जून तक महाराष्ट्र, ओडिशा और तेलंगाना के आधे हिस्से, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार को कवर कर लेती है, लेकिन मानसून की धारा अभी भी इन क्षेत्रों में बसने के लिए जूझ रही है। वर्तमान में, मानसून की वृद्धि की दृश्य अभिव्यक्ति उत्तर-पूर्व और पश्चिमी तट तक सीमित है। दुर्भाग्य से, निकट भविष्य में बंगाल की खाड़ी के ऊपर मौसम प्रणालियों के उभरने के कोई संकेत नहीं हैं, जो मानसून के महत्वपूर्ण चालक हैं।

मौसम विभाग के अनुसार बीते तीन दिन में मानसून ने कोई प्रगति नहीं की है और वह बहुत सीमित क्षेत्र में अटका हुआ है। अभी दो तीन दिन तक यूपी बिहार में मानसून पहुंचने के आसार नहीं हैं। पूर्वी यूपी में 20 जून से पहले बारिश के आसार नहीं हैं। इसको लेकर खेती की स्थिति में निराशाजनक दृष्टिकोण बन रहा है।

सूखे जैसी स्थिति

स्काईमेट वेदर ने कहा कि भारत के मध्य और पश्चिमी हिस्से, जो मुख्य मानसून क्षेत्र का निर्माण करते हैं, मौसम की शुरुआत में अपर्याप्त वर्षा के कारण सूखे के प्रभाव से निपटने में चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून की सामान्य तिथि के एक सप्ताह बाद 8 जून को केरल पहुंचा था।

Neel Mani Lal

Neel Mani Lal

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