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तो इसलिए ट्रंप के कार्यक्रम से मोटेरा स्टेडियम बनाने वाले शख्स को रखा गया दूर
इस स्टेडियम में 1 लाख 10 हजार लोगों के बैठने की क्षमता है, जो मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड से दस हजार ज्यादा है। इसमें 76 कॉर्परेट बॉक्स हैं, जबकि 4 ड्रैसिंग रूम, 3 प्रैक्टिस ग्राउंड, इंडोर प्रैक्टिस पिच, ट्रेंनिग सेंटर और एक 55 रूम का क्लब हाउस है।
अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद के मोटेरा में सरदार पटेल स्टेडियम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहुंचे। यह दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है। मोटेरा का सरदार पटेल स्टेडियम 63 एकड़ में फैला है।
इस स्टेडियम में 1 लाख 10 हजार लोगों के बैठने की क्षमता है, जो मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड से दस हजार ज्यादा है। इसमें 76 कॉर्परेट बॉक्स हैं, जबकि 4 ड्रैसिंग रूम, 3 प्रैक्टिस ग्राउंड, इंडोर प्रैक्टिस पिच, ट्रेंनिग सेंटर और एक 55 रूम का क्लब हाउस है।
मगर, साल 1983 में इस भव्य स्टेडियम के मूल अवतार को रिकॉर्ड 8 महीने 13 दिन में निर्माण करने वाले मृर्गेश जयकृष्णा को ट्रंप के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए नहीं बुलाया गया है। इस स्टेडियम के अस्तित्व का श्रेय जयकृष्णा को ही दिया जाता है। बीसीसीआई के पूर्व वाइस प्रेसिडेंट और गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व वीपी रहे मुर्गेश ने बताया कि मुझे सोमवार को मोंटेरा स्टेडियम में हो रहे नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया है।
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36 साल पहले ऊबड़-खाबड़ बंजर भूमि थी मोटेरा
बताते चलें कि जहां यह स्टेडियम बना है, 36 साल पहले वह ऊबड़-खाबड़ बंजर भूमि थी। 76 वर्षीय इंडस्ट्रियलिस्ट ने स्पोर्ट्स क्लब ऑफ गुजरात के प्रेसिडेंट के रूप में भी काम किया था।
उन्होंने बताया कि पहले गुजरात में जो स्टेडियम था, उसे एएमसी और जीसीए मैनेज करता था। मैच होने की स्थिति में हमें स्टेडियम किराये पर मिलता था और इसके बदले में कई कॉम्प्लीमेंट्री पास विभिन्न अधिकारियों को देना पड़ता था।
पवेलियन पास से ही जीसीए को कमाई होती थी। अधिकारी पवेलियन में भी फ्री पास के लिए मांग करते थे। इस स्थिति से ऊभने के बाद जयकृष्णा के मन में नया स्टेडियम बनाने का विचार आया।
उन्होंने मुख्यमंत्री माधव सिंह सोलंकी से जमीन की मांग की थी। उन्होंने नए स्टेडियम की अच्छाईयों को देखने के बाद जमीन आवंटित कर दी थी, जबकि उनकी ही पार्टी के लोगों ने अन्य स्टेडियम बनाने की बात का विरोध किया था। इसके बाद राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह ने भूमि पूजन किया और रिकॉर्ड समय में इस स्टेडियम का निर्माण पूरा हुआ।
मोटेरा स्टेडियम में पर सुनील गावसकर ने 10 हजार टेस्ट रन की उपलब्धि हासिल की थी। और कपिल देव ने रिचर्ड हेडली को पीछे छोड़कर टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड भी यहीं अपने नाम किया था।
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