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जन्मदिन विशेष: वो 10 बातें जो मोदी को बनाती हैं स्पेशल...

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 17 सितंबर को अपना जन्मदिन मनाएंगे। पीएम मोदी वैसे तो हर काम दिल खोल कर करते हैं और अपने जीवन को भी लोगों के सामने खुला ही रखते हैं।

Aditya Mishra
Published on: 4 May 2023 3:37 PM GMT (Updated on: 4 May 2023 3:37 PM GMT)
जन्मदिन विशेष: वो 10 बातें जो मोदी को बनाती हैं स्पेशल...
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लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 17 सितंबर को अपना जन्मदिन मनाएंगे। पीएम मोदी वैसे तो हर काम दिल खोल कर करते हैं और अपने जीवन को भी लोगों के सामने खुला ही रखते हैं। लेकिन मोदी के बारे में कई ऐसी बातें हैं जिनके बारे में हम नहीं जानते हैं और उसे जानने की इच्छा रखते हैं। तो लीजिए हम समेट कर लाएं हैं मोदी से जुड़ी कुछ ऐसी ही रोचक बातें।

1. काम के प्रति समर्पण

प्रधानमंत्री अपने काम के प्रति बेहद समर्पित हैं। इसका सशक्त उदाहरण प्रधानमंत्री के तौर पर मौजूदा कार्यकाल है। 3 साल में उन्होंने एक भी छुट्टी नहीं ली है। वो घंटों काम करते हैं। लंबी यात्राएं और तूफानी दौरे करते हैं, पर कभी थके या निराश नहीं नजर आते।

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2. नियम के पाबंद

मोदी कामयाबी में अनुशासन का बड़ा योगदान है। वो हर काम उसके निर्धारित वक्त में ही करते हैं। उनकी दिनचर्या तय है। भले ही काम की वजह से वो देर से सोए हो पर सुबह तय समय पर उठते हैं, योग करते हैं। यही वजह रही कि लोकसभा चुनाव अभियान के वक्त उन्होंने 3 लाख किलोमीटर तक का फासला तय किया था। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है।

3. हर किसी को क्रेडिट देना

प्रधानमंत्री लोगों को प्रोत्साहित करते रहते हैं। उनकी लोकप्रियता की सबसे बड़ी वजह ही यही है कि वो हमेशा क्रेडिट देने से नहीं चूकते। वो सोशल मीडिया की अपनी पोस्ट्स और 'मन की बात' में कई बार साधारण लोगों की असाधारण कहानियों के लिए तारीफ कर चुके हैं। सोशल मीडिया में उनकी फैन फॉलोइंग दुनिया के कई मशहूर नेताओं से काफी ज्यादा है।

4.स्थानीयता को महत्व

प्रधानमंत्री स्थानीयता को काफी महत्व देते हैं। हर बार उनके भाषणों में यह दिख चुका है। वो जिस भी प्रांत या क्षेत्र में जाते हैं वहां की भाषा और संस्कृति के जरिए आसानी से तालमेल बिठा लेते हैं।

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5 फॉर्मूलों में बात कहने की कला

मोदी अकेले ऐसे पॉलिटिशियन हैं जो अपनी बात कहने के लिए फॉर्मूलों का इस्तेमाल करते हैं। इससे वो अपनी बात में ज्यादा असर पैदा करते हैं। उनके कई फॉर्मूले लोकप्रिय हुए हैं।

6. नहीं लगा एक भी दाग

बीजेपी और नरेंद्र मोदी के लिए भ्रष्टाचार सबसे बड़ा मुद्दा रहा। नरेंद्र मोदी हमेशा कहते रहे कि पूर्व की सरकारों से उनकी सरकार भिन्न रही क्योंकि किसी भी मंत्री या नेता पर रत्ती भर अनियमितता का आरोप नहीं लगा।

नरेंद्र मोदी अपने भाषणों में कांग्रेस के कई भ्रष्टाचारों का जिक्र करते हैं जिसमें बोफोर्स, 2जी से लेकर कॉमनवेल्थ घोटाले तक की बात शामिल रही। चुनाव प्रचार के अंत में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को 'भ्रष्टाचारी नंबर-1' तक कह दिया जिस पर काफी हंगामा हुआ।

हालांकि कांग्रेस ने बोफोर्स के जवाब में राफेल सौदे का मुद्दा उठाया और अपने प्रचार के मुख्य बिंदु के तौर पर पेश किया। राहुल गांधी ने 'चौकीदार चोर है' का नारा दिया और इसी के इर्द-गिर्द वो नरेंद्र मोदी सरकार को 'भ्रष्ट' बताते रहे।

राहुल गांधी के 'चौकीदार' को नरेंद्र मोदी ने सुअवसर के तौर पर लिया और इसके जवाब में उन्होंने 'मैं भी हूं चौकीदार' अभियान चलाया। बीजेपी के मुताबिक यह अभियान कामयाब रहा जिसका फायदा उसे वोट के रूप में मिला।

7. खास रणनीति बनाने में माहिर

कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को करारी शिकस्त मिली है। बीजेपी की प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को से अमेठी का किला छीन लिया है।

बीजेपी और पीएम मोदी की रणनीति कांग्रेस के किले में घुसकर वार करनमे की थी जो पूरी तरह से कामयाब रही। अमेठी में स्मृति ईरानी के समर्थन में जनसभा करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तीखे हमले किए थे जिसका असर भी देखने के मिला।

जनता ने पीएम मोदी के काम को सराहा और अमेठी को बीजेपी की झोली में डाल दिया।

8.हिट रहा सुशासन का फॉर्मूला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुशासन का नारा दिया। 17 मई एक रैली को संबोधित करते हुए को प्रधानमंत्री ने कहा था कि, मुझे प्रसन्नता है कि देश की जनता राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा, अंत्योदय के दर्शन और सुशासन के मंत्र को लेकर चल रही और बीजेपी के प्रति अपना विश्वास प्रकट कर रही है।

सुशासन के मुद्दे को प्रधानमंत्री ने अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन से जोड़ा और 25 दिसबंर को सुशासन दिवस मनाने की रवायत शुरू की। पीएम मोदी की ये बातें जनता को पसंद आईं और अब नतीजे देश के सामने हैं, जो सबसे बड़ी गवाही दे रहे हैं।

9.विकास के कार्यों को जनता तक पहुंचाया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी रैलियों में अपनी सरकार के विकास कार्यों को जनता के सामने रखा। चर्चित योजना 'आयुष्मान भारत' का हवाला देकर विपक्षी दलों को घेरते रहे।

मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में जहां बीजेपी की सरकार सरकार नहीं थी वहां इस योजना को वहां की सरकारों ने लागू करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है।

इससे विपक्षी दलों को खासा नुकसान हुआ है। वहीं, खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस योजना को लेकर विपक्षी दलों के रवैये पर सवाल उठाते रहे जिससे जनता में विपक्ष के प्रति गलत धारणा बनी। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य , शिक्षा, सड़क निर्माण के कार्यों को जनता के बीच ले जाने में पूरी तरह सफल रहे।

10. करिश्माई नेतृत्व

ये पीएम मोदी का ही करिश्माई नेतृत्व था कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कश्मीर, सिक्किम, ओडिशा, मणिपुर, हिमाचल, हरियाणा, बिहार, आंध्र प्रदेश आदि में कांग्रेस को भारी नुकसान हुआ।

कांग्रेस तीन विधानसभा चुनावों में मिली जीत को बरकरार नहीं रख सकी और नतीजा यह हुआ कि उसे राजस्थान और मध्य प्रदेश में करारी हार का मुंह देखना पड़ा।

स्थिति यह रही है कि अब कुछ राज्यों में कांग्रेस हाशिए पर आ गई है या फिर एक-दो सीट पर सिमट गई है। ओडिशा में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। यह भी 'मोदी मैजिक' का कमाल है।

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Aditya Mishra

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