×

NASA के साथ भारत की ये कंपनियां: मिलकर देंगी कोरोना को मात, शुरू किया ये काम

अमेरिका की स्वतंत्र एजेंसी NASA ने भी एक ख़ास वेंटिलेटर का निर्माण किया है, जो कोरोना मरीजों के इलाज में काम आएगा। बताया जा रहा है कि NASA ने दक्षिण कैलिफोर्निया की जेट प्रॉपल्शन लैब (JLP) में इस वेंटिलेटर को बनाया। इसे बनाने में जेएलपी के इंजीनियरों को करीब डेढ़ महीने का समय लगा।

Shivani Awasthi
Published on: 31 May 2020 9:02 AM IST
NASA के साथ भारत की ये कंपनियां: मिलकर देंगी कोरोना को मात, शुरू किया ये काम
X

नई दिल्ली: अमेरिका का राष्ट्रीय वैमानिकी एवं अंतरिक्ष प्रशासन यानी नासा भी अब कोरोना वायरस से बचाव को लेकर मदद के लिए आगे आया है। नासा ने इस बाबत कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए एक ख़ास वेंटिलेंटर को बनाया है। अहम बात ये हैं कि नासा के इस स्पेशल वेंटिलेटर के निर्माण का काम भारत की तीन कंपनियों को दिया गया है।

NASA ने बनाया कोरोना मरीजों के लिए ख़ास वेंटिलेटर

कोरोना वायरस से निपटने को लेकर दुनिया के तमाम देश जुटे हुए हैं। कहीं वायरस से लड़ने के लिए वैक्सीन और दवाओं पर शोध हो रहा है तो कहीं मरीजों के इलाज और जांच को लेकर टेस्टिंग किट, पीपीआई किट, मास्क, सैनिटाइजर और वेंटिलेटर आदि का बड़ी मात्रा में निर्माण हो रहा है।

जेएलपी के इंजीनियरों को करीब डेढ़ महीने में किया वेंटिलेटर तैयार

इसी बीच अमेरिका की स्वतंत्र एजेंसी NASA ने भी एक ख़ास वेंटिलेटर का निर्माण किया है, जो कोरोना मरीजों के इलाज में काम आएगा। बताया जा रहा है कि NASA ने दक्षिण कैलिफोर्निया की जेट प्रॉपल्शन लैब (JLP) में इस वेंटिलेटर को बनाया। इसे बनाने में जेएलपी के इंजीनियरों को करीब डेढ़ महीने का समय लगा।

ये भी पढ़ेंः एलन मस्क की spaceX ने अंतरिक्ष के लिए भरी उड़ान, नासा ने ऐसे रचा इतिहास

स्पेशल वेंटिलेटर का नाम ‘वाइटल

नासा के इस स्पेशल वेंटिलेटर का नाम ‘वाइटल’ है। जानकारी के मुताबिक, वाइटल वेंटिलेटर को चिकित्सकों और चिकित्सा उपकरण विनिर्माण की सलाह से डिजाइन किया गया है। वहीं अमेरिका के खाद्य एवं दवा प्रशासन से वाइटल वेंटिलेटर को ‘आपात प्रयोग की अनुमति’ दे दी है।

भारत की तीन कंपनियों को मिला वेंटिलेटर निर्माण का लाइसेंस

अब बड़ी संख्या में वाइटल वेंटिलेटर का निर्माण किया जाना है, जिसकी जिम्मेदारी भारत की तीन कंपनियों को मिली है। दरअसल, वेंटिलेटर के मैन्‍युफैक्‍चरिंग के लिए 3 भारतीय कंपनियों को लाइसेंस दिया गया है। इनमे अल्फा डिजाइन टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, भारत फोर्ज लिमिटेड और मेधा सर्वो ड्राइव्स प्राइवेट लिमिटेड का नाम शामिल है। हालाँकि भारतीय कंपनियों के अलावा भी 18 अन्य कंपनियां नासा के वेंटिलेटर का निर्माण करेंगी। इनमे अमेरिका की आठ और ब्राजील की तीन कम्पनियाँ हैं।

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Shivani Awasthi

Shivani Awasthi

Next Story