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Bournvita में मिली ज्यादा चीनी की शिकायत, NCPCR ने कंपनी को भेजा नोटिस, हटाने को कहा गया भ्रामक विज्ञापन

Bournvita Sugar Controversy: सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर और न्यूट्रिनिस्ट रेवंत हिमतसिंग्का ने अपने वीडियो में बॉर्नविटा में ज्यादा चीनी के इस्तेमाल की बात कही थी। विवाद बढ़ने पर NCPCR ने बॉर्नविटा की शिकायत FSSAI और उपभोक्ता मामलों के मुख्य आयुक्त से भी की है। ताकि आगे की कार्रवाई हो सके।

Aman Kumar Singh
Published on: 27 April 2023 1:28 PM GMT (Updated on: 27 April 2023 1:02 PM GMT)
Bournvita में मिली ज्यादा चीनी की शिकायत, NCPCR ने कंपनी को भेजा नोटिस, हटाने को कहा गया भ्रामक विज्ञापन
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प्रतीकात्मक चित्र (Social Media)

Bournvita Sugar Controversy: देश के हर घर में हेल्थ पाउडर ड्रिंक के तौर पर मशहूर बॉर्नविटा (Bournvita) पर बढ़ते विवाद के मद्देनजर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) हरकत में आया है। एनसीपीसीआर ने कंपनी मोंडेलेज (कैडबरी की पेरेंट कंपनी) को नोटिस जारी किया है। इसमें कहा गया है कि आयोग को बॉर्नविटा में शक्कर की मात्रा मिलाने को लेकर शिकायत मिली है। शिकायत में ये कहा गया है कि बॉर्नविटा में चीनी के अलावा जो मिक्सचर फार्मूला इस्तेमाल किया जा रहा है, वह बच्चों के लिए खतरनाक हो सकता है।

बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कंपनी को सभी प्रकार के भ्रमित करने वाले विज्ञापन तथा पैकेजिंग मैटेरियल पर किए गए दावे तुरंत हटाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, इस संबंध में कंपनी से 7 दिनों के भीतर अपना पक्ष रखने के लिए जवाब मांगा है।

जानें क्या है बॉर्नविटा शक्कर विवाद?

दरअसल, कुछ समय पहले सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर और न्यूट्रीनिस्ट रेवंत हिमतसिंग्का (Nutritionist Revant Himatsingka) ने अपने एक वीडियो में बॉर्नविटा में ज्यादा शक्कर के प्रयोग की बात कही थी। उन्होंने दावा किया था कि बॉर्नविटा (Bournvita) में चीनी, कोको सॉलिड्स और कैंसर पैदा करने वाले कलरेंट हैं। जिसके बाद सोशल मीडिया पर नेटीजन (Netizens) ने उनके वीडियो शेयर करते हुए बॉर्नविटा पर सवाल खड़े किए थे। हिमतसिंग्का के वीडियो को एक्टर परेश रावल (Paresh Rawal) से लेकर पॉलिटिशियन कीर्ति आजाद तक ने शेयर किया था।

कंपनी मोंडेलेज ने दी सफाई

चूंकि, बॉर्नविटा का प्रयोग बच्चों के लिए होता है तो लोगों ने इस मुद्दे को हाथों-हाथ लिया। धीरे-धीरे ये मामला तूल पकड़ने लगा। कंपनी मोंडेलेज के तरफ से सफाई भी आई। कंपनी के अनुसार बॉर्नविटा को पूरी तरह साइंटिफिक और देश में खाद्य पदार्थ को लेकर बने कानून के हिसाब से तैयार किया गया है। ये टेस्टी के साथ हेल्दी भी होता है। मोंडेलेज इंडिया (Mondelez India) ने कहा, 'उसके बॉर्नविटा में प्रत्येक 20 ग्राम की मात्रा में 7.5 ग्राम चीनी होती है। मतलब करीब डेढ़ चम्मच चीनी होती है। यह बच्चों के लिए चीनी रोजाना खाने की सीमा से बहुत कम है। साथ ही, देश के नियामक दिशानिर्देशों के अनुसार है।

NCPCR ने दी कार्रवाई की चेतावनी

वहीं, राष्ट्रीय बाल आयोग (NCPCR) ने बॉर्नविटा की शिकायत FSSAI और उपभोक्ता मामलों के मुख्य आयुक्त से भी की है। ताकि आगे की कार्रवाई हो सके। NCPCR के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो (NCPCR President Priyank Kanoongo) की ओर से बॉर्नविटा को भेजे गए नोटिस में लिखा है, 'शिकायतों के मद्देनजर आयोग CRPC अधिनियम 2005 की धारा- 13 के तहत अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए कार्रवाई करेगा।' अब ये देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस नोटिस के बाद बॉर्नविटा अगला कदम क्या उठाने जा रहा है। NCPCR देखना चाहता है कि क्या बॉर्नविटा, विज्ञापन और भ्रामक जानकारी हटाता है या नहीं।

Aman Kumar Singh

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