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आँख दिखायी तो चीन की खैर नहींः पैंगोंग झील के पास मार्कोस तैनात, देंगे जवाब

भारतीय वायु सेना के गरुड़ विशेष बलों ने संघर्ष के शुरुआती दौर में किसी भी लड़ाकू या अन्य विमानों की देख-रेख करने के लिए अपने रक्षा सिस्टम के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर रणनीतिक ऊंचाई पर पर्वत की चोटी विशेष जगह भेज दिया गया हैं। सेना और वायु सेना दोनों से संबंधित खास सैन्य दल छह महीने से से ज्यादा वक्त से हैं।

Newstrack
Published on: 28 Nov 2020 12:30 PM GMT
आँख दिखायी तो चीन की खैर नहींः पैंगोंग झील के पास मार्कोस तैनात, देंगे जवाब
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आँख दिखायी तो चीन की खैर नहींः पैंगोंग झील के पास मार्कोस तैनात, देंगे जवाब

नई दिल्ली:भारत और चीन के बीच के एक काफी वक्त से तनाव चल रहा है। भारत और चीन के मध्य टकराव को काफी टाइम से चला आ रहा है। इस बीच भारतीय नौसेना के मरीन कमांडो (मार्कोस) को तैनात किया गया है। बता दे पूर्वी लद्दाख में भारतीय वायुसेना के गरुड़ कमांडो और भारतीय सेना के पैरा स्पेशल फोर्सेज गतिरोध के शुरुआत के दिनों से ही संघर्षों में विशेष भूमिका निभा रही है। पूर्वी लद्दाख में मरीन कमांडो की तैनाती का मकसद एकीकरण को बढ़ाने और नौसैनिक कमांडो को हर जोखिम के लिए तैयार करने में मदद करना है।

पैंगोंग झील क्षेत्र में स्पेशल फ्रंटियर फोर्स तैनात

इस समय लद्दाख के अधिकतर हिस्सों में अत्यधिक ठंड है। ऐसे में नौसैनिक कमांडो भी साथ आ जाएंगे तो तीनों सेनाओं की शक्ति एक साथ रहने से और बढ़ेगी।' रिपोर्ट के मुताबिक मार्कोस को पैंगोंग झील क्षेत्र में तैनात किया गया है। इस साल अप्रैल-मई के समय के बाद से ही भारतीय और चीनी सेना के बीच स्थिति है। साथ ही नौसेना के कमांडो भी जल्द ही झील में परिचालन के लिए कई नई नावें ले कर आएगी । इससे मौजूदा बुनियादी ढाँचे के साथ झील पर भी नजर रहेगी। भारतीय सेना के स्पेशल फोर्स जिनमें पैरा स्पेशल फोर्सेज और कैबिनेट सेक्रेटेरिएट की स्पेशल फ्रंटियर फोर्स शामिल हैं,हैं, पूर्वी लद्दाख में लंबे वक्त से विशेष मुहिम चला रहे हैं।

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चीनी ने एलएसी पर तैनात किये विशेष सैनिक

भारतीय वायु सेना के गरुड़ विशेष बलों ने संघर्ष के शुरुआती दौर में किसी भी लड़ाकू या अन्य विमानों की देख-रेख करने के लिए अपने रक्षा सिस्टम के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर रणनीतिक ऊंचाई पर पर्वत की चोटी विशेष जगह भेज दिया गया हैं। सेना और वायु सेना दोनों से संबंधित खास सैन्य दल छह महीने से से ज्यादा वक्त से हैं। 29-30 अगस्त को भी, भारतीय पक्ष ने खास सैन्य दल का इस्तेमाल एलएसी के साथ रणनीतिक ऊंचाइयों पर अधिकार जमाने लिए किया था। ऐसा करने से चीन पर पैनी नजर रखा जा सके। चीनी ने भी अपनी तरफ से एलएसी पर अपने चुने हुए विशेष सैनिकों को रखा है।

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