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पद्म श्री से सम्मानित नवनीता सेन का निधन, जानिए इनके बारे में
साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता लेखिका नवनीता सेन का शुक्रवार को निधन हो गया है। वह 81 वर्ष की थीं। वह काफी समय से कैंसर से पीड़ित थीं। कोलकाता स्थित आवास पर उनका निधुन हुआ।
नई दिल्ली: साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता लेखिका नवनीता सेन का शुक्रवार को निधन हो गया है। वह 81 वर्ष की थीं। वह काफी समय से कैंसर से पीड़ित थीं। कोलकाता स्थित आवास पर उनका निधुन हुआ।
नवनीता को साहित्य अकादमी पुरस्कार और पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। नवनीता काफी समय से बीमार चल रही थीं। उनके परिवार में उनकी दो बेटियां अंतारा और नंदना है।
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नवनीता सेन का जन्म 13 जनवरी, 1938 को कोलकाता में हुआ था। उनके पिता का नाम नरेंद्रनाथ देव और माता का नाम राधारानी देवी है। उनके माता-पिता दोनों ही कवि थे। कोलकाता के प्रेसीडेंसी कॉलेज से उन्होंने स्नातक की पढ़ाई की थी। नवनीता सेन एक कवियत्री के साथ-साथ उपन्यासकार और कथाकार भी थीं।
एक कवि, एक उपन्यासकार, एक स्तंभकार और लघु कथाओं और यात्रा वृतांतों की लेखिका, सेन को रामायण पर उनके रिसर्च के लिए भी जाना जाता है।
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अमर्त्य सेन से हुई थी शादी
नवनीता सेन का विवाह वर्ष 1959 में प्रसिद्ध अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन से हुआ था, जिन्हें 1998 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 1976 में दोनों का तलाक हो गया।
एक साल पहले उनके शरीर में कैंसर होने की जानकारी मिली थी। उनकी सेहत दिनोदिन बिगड़ती चली गई। इधर कुछ दिनों से वह कुछ बोल नहीं पा रही थीं।
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पद्मश्री सम्मान से हुई थीं सम्मानित
वर्ष 1999 में उन्हें उनकी कृति 'नव-नीता' के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। बाद में उन्हें पद्मश्री सम्मान भी मिला।
ममता ने जताया दुख
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नवनीता सेन के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि कई पुरस्कारों से सम्मानित, उनकी अनुपस्थिति उनके असंख्य छात्रों और शुभचिंतकों द्वारा महसूस की जाएगी। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना।