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NCP की कोर कमेटी ने ठुकराया शरद पवार का इस्तीफा, अब पवार के जवाब की प्रतीक्षा, एक कार्यकर्ता ने की आत्मदाह की कोशिश
Maharashtra Politics: पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल की ओर से पवार के अध्यक्ष पद से इस्तीफे को नामंजूर करने का प्रस्ताव रखा गया जिस पर सभी सदस्यों ने सहमति जताई। कोर कमेटी की ओर से पवार के इस्तीफे को नामंजूर किए जाने के बाद अब पवार के जवाब की प्रतीक्षा की जा रही है।
Maharashtra Politics: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष पद से शरद पवार के इस्तीफे का मामला अब काफी उलझ गया है। पार्टी नेताओं की ओर से पवार पर लगातार इस्तीफा वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। अब पार्टी के वरिष्ठ नेताओं वाली कोर कमेटी ने भी पवार के इस्तीफे को नामंजूर कर दिया है। कोर कमेटी के सदस्यों की बैठक के दौरान संयोजक और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल की ओर से पवार के अध्यक्ष पद से इस्तीफे को नामंजूर करने का प्रस्ताव रखा गया जिस पर सभी सदस्यों ने सहमति जताई। कोर कमेटी की ओर से पवार के इस्तीफे को नामंजूर किए जाने के बाद अब पवार के जवाब की प्रतीक्षा की जा रही है।
शरद पवार की ओर से इस्तीफे का ऐलान किए जाने के बाद से ही पार्टी कार्यकर्ताओं में भी काफी निराशा दिख रही है। कार्यकर्ताओं की ओर से लगातार पवार से इस्तीफा वापस लेने की मांग की जा रही है। शरद पवार के इस्तीफे के ऐलान से निराश एक कार्यकर्ता ने आज खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। हालांकि माचिस जलाने से पहले ही मौके पर मौजूद लोगों ने उसे रोक लिया।
10 मिनट के भीतर इस्तीफा नामंजूर
एनसीपी के अध्यक्ष पद से ऐलान के साथ ही शरद पवार ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक कोर कमेटी का गठन किया था। इस कमेटी को ही नए अध्यक्ष का नाम तय करने का जिम्मा सौंपा गया है। कोर कमेटी के सदस्य पहले से ही पवार से फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग करते रहे हैं। कोर कमेटी की आज हुई बैठक के दौरान 10 मिनट के भीतर ही पवार का इस्तीफा नामंजूर करने का फैसला कर लिया गया।
बैठक की शुरुआत में ही पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल की ओर से पवार के इस्तीफे को नामंजूर करने वाला प्रस्ताव पेश किया गया जिस पर कोर कमेटी के सभी सदस्यों ने एक सुर से सहमति जताई।
पवार के बिना सियासी जंग लड़ना मुश्किल
बैठक में जिस तरह पवार के इस्तीफे को नामंजूर करने का फैसला लिया गया उससे साफ हो गया कि सभी सदस्य पहले से ही इस बात का मन बनाकर आए थे कि पवार का इस्तीफा मंजूर नहीं किया जाएगा।
पार्टी नेताओं का कहना है कि देश में साल भर के भीतर लोकसभा चुनाव होने हैं। शरद पवार की अगुवाई के बिना इस सियासी जंग को लड़ना काफी मुश्किल होगा। ऐसे में किसी नए नेता को पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपना भी उचित नहीं होगा। पार्टी नेताओं का कहना था कि पवार को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालते हुए पार्टी में अपनी इच्छा के मुताबिक बदलाव करना चाहिए।
पार्टी को पवार के नेतृत्व की जरूरत
कोर कमेटी की बैठक के बाद संयोजक प्रफुल पटेल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पार्टी नेताओं की राय स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष पद से शरद पवार के इस्तीफे का ऐलान के बाद से ही मैं और पार्टी के अन्य सभी बड़े नेता पवार से अपना इस्तीफा वापस लेने का अनुरोध करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज देश और पार्टी को पवार साहब की जरूरत है और ऐसे में हमें उनका इस्तीफा मंजूर नहीं है।
पटेल ने कहा कि पवार के बिना पार्टी को चलाना काफी मुश्किल काम होगा क्योंकि वे पार्टी के मजबूत आधार स्तंभ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे देश की सियासत में शरद पवार को काफी सम्मान के साथ देखा जाता है और उन्हें चाहने वाले देश के हर राज्य में हैं। ऐसी स्थिति में कोर कमेटी के सभी सदस्यों ने एकमत से पवार का इस्तीफा नामंजूर करते हुए उनसे फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा कि बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया है कि पिछले दो-तीन दिनों के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपनी भावनाएं हम तक पहुंचाई हैं। पवार के फैसले से पार्टी कार्यकर्ताओं को काफी धक्का लगा है और वे खुद को निराश और दुखी महसूस कर रहे हैं। इसी कारण कमेटी की बैठक के दौरान एक स्वर से पवार के इस्तीफे को नामंजूर करने का फैसला किया गया।
महाराष्ट्र के कई शहरों में लगे पोस्टर
इस्तीफे का एलान के बाद महाराष्ट्र के कई शहरों में पवार के समर्थन में होर्डिंग और पोस्टर लगाए गए हैं। इनमें कहा गया है कि आज सिर्फ महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि पूरे देश को आपके नेतृत्व की आवश्यकता है। इन पोस्टरों में पवार से फैसले को वापस लेने का अनुरोध भी किया गया है। पवार के ऐलान के बाद कार्यकर्ताओं में भी काफी निराशा दिख रही है। कार्यकर्ताओं की ओर से भी लगातार पवार से इस्तीफा वापस लेने का अनुरोध किया जा रहा है।
कार्यकर्ता ने किया आत्मदाह का प्रयास
राज्य के कई शहरों में एनसीपी कार्यकर्ता शरद पवार के समर्थन में सड़कों पर उतर आए हैं। शरद पवार के इस्तीफे से निराश एक कार्यकर्ता ने आज आत्मदाह का प्रयास भी किया। इस कार्यकर्ता ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़क लिया मगर माचिस जलाने से पूर्व ही मौके पर मौजूद अन्य कार्यकर्ताओं ने उसे रोक लिया।
सियासी जानकारों का कहना है कि पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के बढ़ते दबाव के बाद अब सबकी निगाहें शरद पवार के फैसले पर टिकी हुई है। अब यह देखने वाली बात होगी कि शरद पवार अपने इस्तीफे के फैसले पर अडिग रहते हैं या पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के दबाव में फैसला वापस लेते हैं। अभी तक पवार ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं।