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अब नहीं बचेंगे मुन्नाभाई! CBCID ने जारी की संदिग्ध नकलचियों की तस्वीरें

कई मेडिकल छात्रों ने कथ‍ित तौर अपनी जगह दूसरों से परीक्षा दिलाई। इस मामले में अब तक चार छात्र और दो ब्रोकर की गिरफ्तारी भी हो चुकी है।

SK Gautam
Published on: 12 Feb 2020 4:28 PM IST
अब नहीं बचेंगे मुन्नाभाई! CBCID ने जारी की संदिग्ध नकलचियों की तस्वीरें
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नई दिल्ली: परीक्षाओं में पेपर लीक और एक कैंडिडेट के स्थान पर दूसरे कैंडिडेट द्वारा परीक्षा देने के मामले सामने आते रहते हैं। बता दें कि तमिलनाडु में बीते साल सितंबर 2019 में नीट स्कैम सामने आया था। जब परीक्षा देने आए एक मेडिकल स्टूडेंट की शक्ल उसके नीट कार्ड से मैच नहीं कर रही थी।

सीबी सीआईडी कर रही है जांच

दरअसल, पिछले साल सितंबर महीने में सामने आए नीट घोटाले की जांच सीबी सीआईडी कर रहा है। सीबी सीआईडी ने मंगलवार को ऐसे दस लोगों की फोटो जारी की कथ‍ित तौर पर पर जिनकी परीक्षा दूसरे ने दीमामला तमिलनाडु के एक मेडिकल कॉलेज का है जहां ये दूसरे की जगह परीक्षा देने का मामला पहली बार सामने आया था।

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अब तक चार छात्र और दो ब्रोकर की गिरफ्तारी

सीबी सीआईडी ​​वर्तमान में नीट घोटाले की जांच कर रहा है, कहा जा रहा है कि कई मेडिकल छात्रों ने कथ‍ित तौर अपनी जगह दूसरों से परीक्षा दिलाई। इस मामले में अब तक चार छात्र और दो ब्रोकर की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। अब क्राइम-ब्रांच अपराध जांच विभाग सीबी सीआईडी ने मंगलवार को तमिलनाडु राज्य के उम्मीदवारों के लिए NEET परीक्षा देने वाले संदिग्ध नकलचियों की तस्वीरें सार्वजनिक की हैं।

पुलिस ने कुल 10 फोटो जारी की हैं, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं।इसके साथ ही जनता से अनुरोध किया गया है कि वो उनकी पहचान करने में मदद करें। पुलिस को 9443884395 पर या depccwcbcid@tn.gov.in पर जानकारी साझा करें।

कैंडिडेट के स्थान पर दूसरे छात्र ने दिया था परीक्षा

तमिलनाडु में NEET में मुन्नाभाईयों का ये घोटाला पिछले साल सितंबर में तब सामने आया जब थेनी मेडिकल कॉलेज के एक मेडिकल छात्र केवी उदित सूर्या के NEET कार्ड पर लगी तस्वीर एग्जाम देने आए अभ्यर्थी से मैच नहीं कर रही थी। शिकायत के बाद जांच में सामने आया कि नीट में सूर्या दो बार फेल हो चुके थे। उन्होंने हाल ही में मुंबई को परीक्षा केंद्र चुना था, जहां एक प्रॉक्सी ने उनका एग्जाम लिखा था।

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सूर्या और उनके डॉक्टर पिता वेंकटेशन, गवर्नमेंट स्टेनली हॉस्पिटल में काम करते थे। घटना के बाद वो छुपे थे, उन्हें पुलिस ने तिरुपति से गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 120 (बी) (आपराधिक साजिश), 419 (धोखाधड़ी) और 420 (धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति की डिलीवरी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की।फिलहाल इस मामले की जांच में और परतें भी धीरे धीरे खुल रही हैं, इसके तार देश के अन्य कोनों से जुड़े हो सकते हैं।



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SK Gautam

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