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लापरवाही पड़ रही भारी,बढ़ती जा रही महामारी

भारत में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 10 लाख के करीब पहुंच चुकी है। मृतकों की संख्या की बात की जाए तो देशभर में अब तक इस महामारी के कारण 25 हजार मौतें हो चुकी हैं।

Newstrack
Published on: 17 July 2020 10:31 AM GMT
लापरवाही पड़ रही भारी,बढ़ती जा रही महामारी
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''भारत में कोरोना के केस दस लाख तक पहुंच गए है। हर रोज हजारों मामले सामने आ रहे हैं। फिर भी लोग न तो फिजिकल डिस्टेन्सिंग का पालन कर रहे हैं और न ही चेहरे पर मास्क लगा रहे हैं। सड़कों पर, बाज़ारों में, दुकानों में लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं। ऐसे ही लोग अपने खुद के और दूसरों की जान के दुश्मन बने हुये हैं।''

नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 10 लाख के करीब पहुंच चुकी है। मृतकों की संख्या की बात की जाए तो देशभर में अब तक इस महामारी के कारण 25 हजार मौतें हो चुकी हैं। महाराष्ट्र देश में सबसे अधिक मामलों के साथ पहले स्थान पर है जबकि तमिलनाडु दूसरे और तीसरे नंबर पर राजधानी दिल्ली है जहां हर रोज हजारों नए मामले सामने आ रहे हैं। संक्रमण की रफ्तार में तेजी आने का सबसे बड़ा कारण लोगों द्वारा बरती जा रही लापरवाही है। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच बहुत से ऐसे भी लोग हैं जो प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं। देश के बड़े शहरों में अब भी संक्रमण से बचने के लिए लोग जरूरी चीजों का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं जैसे कि हैंड सैनिटाइजर और मास्क जो कि अब सामान्य सी बात हो गई है। इस बेपरवाही के पीछे लोगों की अज्ञानता ही ज्यादा है। चूंकि अब अनलॉक की प्रक्रिया है तो लोग समझने लगे हैं कि वायरस खत्म हो गया है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संक्रमण को लेकर लापरवाही बरतने वालों की आलोचना कर चुके हैं। बढ़ते मामलों के साथ देश में एक और चिंता यह बनी हुई है कि कोरोना का संक्रमण चरम पर नहीं पहुंचा है। लेकिन हर वर्ग के लोग यही कहते हैं कि उन्हें मास्क पहनने में असुविधा होती है और उसे लगाने के बाद अजीब सा महसूस होता है। सड़कों पर ढेरों ऐसे लोग दिखते हैं जिन्होंने सही तरीके से मास्क नहीं पहना है। जिन्होंने पहना भी है तो उनके नाक और मुंह सही तरीके से ढंके नहीं होते हैं और बहुत से लोग तो ऐसे हैं जो मास्क पहनते ही नहीं हैं। हद तो यह है कि जिन शहरों और इलाकों में कोरोना मरीजों की अच्छी-खासी संख्या है, वहां भी तमाम ऐसे लोग दिख जा रहे हैं जो ढंग से मास्क नहीं लगाते। यही हाल फिजिकल डिस्टेन्सिंग का है। दुकानों, सार्वजनिक स्थलों, पब्लिक ट्रांसपोर्ट आदि के लिए दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन नहीं किया जा रहा है। साफ सफाई के नियमों की भी अनदेखी हो रही है। इधर उधर थूकने पर पाबंदी तो है लेकिन इसका सख्ती से न तो पालन हो रहा है और न कराया जा रहा है। पहले पान मसाला, गुटका आदि पर पाबंदी थी लेकिन अब वो भी हटा ली गई है।

अनलॉक के बीच लॉक डाउन

अनलॉक की प्रक्रिया के बीच देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए कई शहरों में दोबारा लॉकडाउन लगाए जा रहे हैं। ऐसा माना जा सकता है कि अनलॉक की वजह से मामले बढ़े हैं और संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाए जा रहे हैं। पूरे यूपी में अब हर वीकएंड पर लॉकडाउन रहेगा। राज्य में प्रत्येक शुक्रवार रात दस बजे से सोमवार की सुबह 5 बजे तक लॉक डाउन घोषित कर दिया गया है। राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमितों की संख्या में काफी तेजी आ गई है। गुजरात के अहमदाबाद, वडोदरा और सूरत में सरकारी बसों को फिर से बंद कर दिया गया है। वहीं मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 14 जुलाई से एक हफ्ते का लॉकडाउन लगाया गया है। कर्नाटक सरकार ने बंगलुरु में 14 से 23 जुलाई तक लॉकडाउन लागू किया है। महाराष्ट्र के पुणे और पिंपरी-चिंचवाड़ में भी 13 जुलाई से 10 दिनों का लॉकडाउन लागू हो गया है। नवी मुंबई में 19 जुलाई तक के लिए तालाबंदी बढ़ा दी गई है। बिहार में 31 जुलाई तक लॉकडाउन लगा दिया गया है। श्रीनगर में भी लॉकडाउन लगाया है और कंटेनमेंट जोन का विस्तार किया गया है।.

जुर्माना देने को तैयार

दिल्ली पुलिस का कहना है कि मार्च से लेकर अब तक 42,000 लोगों पर जुर्माना लग चुका है। 12 जुलाई को ही 792 ऐसे लोगों का चालान कटा जिन्होंने मास्क नहीं पहना था और सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं किया था। देशभर की पुलिस इस तरह से जुर्माना वसूल कर लाखों रुपये सरकारी खजाने में जमा कर रही है। जुर्माने की रकम हर शहर में अलग है। बेंगलुरू में जहां जुर्माना 200 रुपये है तो वहीं मुंबई में यह एक हजार है। बंगलुरु पुलिस कमिश्नर हेमंत निबंलकर ने ट्विटर पर घोषणा की थी उनकी पुलिस ने मास्क नहीं लगाने पर 10 लाख रुपये से अधिक जुर्माना एक महीने में वसूल किया। साथ ही उन्होंने कहा कि यह गर्व करने वाली बात नहीं है। उन्होंने लोगों से सामाजिक दूरी के नियमों का सम्मान करने की अपील की। मध्य प्रदेश के उज्जैन में अब तक 11 लाख रुपये से ज्यादा जुर्माना वसूला जा चुका है लेकिन लोग हैं कि मान ही नहीं रहे।

अनोखी सजा

उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में जो लोग नियम तोड़ते हैं और जुर्माना नहीं भरते हैं उन्हें सामाजिक दूरी पर चार घंटे की क्लास में जाना पड़ता है और साथ ही साथ 500 बार लिखना पड़ता है - "मास्क लगाना है।" लेकिन संदेश आम इंसान तक पहुंचना अब भी मुश्किल है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बावजूद लापरवाही बरतने वाले शख्स को प्रशिक्षण केंद्र में लगभग 3 घंटे बाद मास्क पहनाकर घर के लिए रवाना कर दिया जाता है।

तो दो महीने में कंट्रोल हो जाएगा वायरस

जबर्दस्त तरीके से फैल रहे कोरोना संक्रमण के मद्देनजर विश्व स्वास्थ्य संगठन और अमेरिका के सेंटर फॉर डीजीज कंट्रोल (सीडीसी) ने कहा है कि वायरस पर काबू पाने के लिए लोगों का मास्क पहनना बेहद जरूरी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस अब हवा में 10 से 15 फुट की दूरी तक फैल रहा है। बंद जगहों में हवा में कोरोना वायरस काफी देर तक तैरता रह सकता है। ऐसे में मास्क की अहमियत लोगों को समझनी होगी। सीडीसी के एक अधिकारी ने कहा है कि अगर अमेरिका में हर व्यक्ति मास्क लगाए तो कोरोना महामारी को एक-दो महीने में कंट्रोल किया जा सकता है।

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कोरोना के जाल में दुनिया

कुल केस : 1,37,42,618 (16 जुलाई तक)

मौतें : 5,88,009

ठीक हुये : 81,91,951

एक्टिव केस : 49,62,658

हल्के लक्षण : 49,02,630

सीरियस केस : 60,028

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