अब NHAI करेगा देश के सभी हाईवे का क्वालिटी टेस्ट, होगी हाईवे की रैंकिंग

एनएचएआई की अन्य परियोजनाओं के लिए भी डिजाइन, मानकों, प्रथाओं, दिशा-निर्देशों और अनुबंध समझौतों में खामियों को पहचानने और उन्हें दूर करने में मदद मिलेगी।

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Published on: 6 July 2020 5:59 PM GMT
अब NHAI करेगा देश के सभी हाईवे का क्वालिटी टेस्ट, होगी हाईवे की रैंकिंग
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नई दिल्ली: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) अब पूरे देश के सभी हाईवे का क्वालिटी टेस्ट का आकलन करके उनकी रैंकिंग करेगा। सड़कों को बेहतरीन बनाने के अपने प्रयासों के तहत की जा रही इस कवायद में राष्ट्रीय राजमार्गों पर जहां भी जरूरत हो, वहां आवश्यक सुधार सुनिश्चित करना है। ताकि उनकी गुणवत्ता बेहतर हो सके तथा राजमार्गों पर आवाजाही करने वाले यात्रियों को मनभावन सफर का आनंद मिल सके।

विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय प्रथाओं और अध्ययनों पर होगा आकलन

आकलन के मानदंड विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रथाओं या तौर-तरीकों और अध्ययनों पर आधारित हैं। तीन वर्गों में होने वाले आकलन में राजमार्ग की दक्षता के लिए 45 प्रतिशत, राजमार्ग पर सुरक्षा-व्यवस्था के प्रबंध के लिए 35 प्रतिशत तथा राजमार्ग पर उपयोगकर्ता को मिलने वाली सेवाओं के लिए 20 प्रतिशत अंक दिए जायेंगे। इस आकलन की रिपोर्ट के आधार पर एनएचएआई अध्ययन करेगा और जहां जरूरी है वहां सुधार के लिए आवश्यक निर्णय लिए जायेंगे। इसके अलावा, आकलन करते समय कई और महत्वपूर्ण मानदंडों पर भी विचार किया जाएगा।

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जिनमें परिचालन की गति, कई दिशाओं से वाहनों की पहुंच पर नियंत्रण, टोल प्लाजा पर लगने वाला समय, सड़क संकेतक, सड़क चिन्ह, दुर्घटना की दर, किसी घटना से निपटने में लगने वाला समय, क्रैश बैरियर, रोशनी, उन्नत यातायात प्रबंधन प्रणाली (एटीएमएस) की उपलब्धता, संरचनाओं की कार्यक्षमता, श्रेणीबद्ध पृथक चैराहों की व्यवस्था, स्वच्छता, वृक्षारोपण, सड़क के किनारे मिलने वाली सुविधाएं और ग्राहक संतुष्टि आदि भी शामिल हैं।

आकलन के बाद तय होगी रेटिंग

हर मानदंड पर प्रत्येक हाईवे द्वारा हासिल किए जाने वाला स्कोर दरअसल परिचालन के उच्च मानकों, बेहतर सुरक्षा तथा उपयोगकर्ताओं को अच्छे अनुभव कराने के लिए आवश्यक जानकारियां सुलभ कराएगा और इसके साथ ही उन सुधारात्मक कदमों को भी सुझाएगा जिन पर अमल करके मौजूदा राजमार्गों को बेहतर बनाना संभव ही पाएगा।

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इससे एनएचएआई की अन्य परियोजनाओं के लिए भी डिजाइन, मानकों, प्रथाओं, दिशा-निर्देशों और अनुबंध समझौतों में खामियों को पहचानने और उन्हें दूर करने में मदद मिलेगी। हाईवे की रैंकिंग त्वरित रूप से परिवर्तनशील होगी और हाईवे पर काम कर रहे ठेकेदार सेवाओं में सुधार करके अपनी रैंकिंग को बेहतर भी कर सकते है।

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