TRENDING TAGS :
SBI ने लॉन्च की YONO कृषि समीक्षा, बस चार क्लिक में मिलेंगी ये सुविधाएं
बैंक की ओर से कहा गया, योनो कृषि पर केसीसी की समीक्षा से 75 लाख से अधिक किसानों को लाभ होने की उम्मीद है, जिनके एसबीआई में केसीसी खाते हैं।
नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने किसानों को राहत प्रदान की है। SBI ने अपने डिजिटल कृषि समाधान मंच, YONO Krish पर KCC यानी कि किसान क्रेडिट कार्ड समीक्षा विकल्प पेश किया है। जिसके ज़रिए किसान अब सिर्फ चार क्लिक में अपनी KCC सीमा का उपयोग कर सकेंगे। इसकी जानकारी खुद बैंक की ओर से दी गई।
केसीसी के लिए किसानों को नहीं जाना होगा बैंक
SBI की ओर से एक बयान में कहा गया कि इस अतिरिक्त सुविधा के साथ किसानों को अपनी केसीसी सीमा में बदलाव के लिए आवेदन करने के वास्ते बैंक के ब्रांच में नहीं जाना होगा। बैंक की ओर से कहा गया, योनो कृषि पर केसीसी की समीक्षा से 75 लाख से अधिक किसानों को लाभ होने की उम्मीद है, जिनके एसबीआई में केसीसी खाते हैं। पेपरलेस केसीसी समीक्षा की सुविधा से न केवल किसानों को केसीसी सीमा के बदलाव के लिए आवेदन करने में लगने वाली लागत और परेशानी से बचने में मदद मिलेगी।
ये भी पढ़ें- ग्राहकों को तगड़ा झटका: RBI ने इन बैंकों पर लगाया जुर्माना, आपको पड़ेगा भारी
SBI KCC
बल्कि फसल कटाई के मौसम के दौरान विशेष रूप से उनके लिए प्रक्रिया को और तेज कर दिया जाएगा। वहीं भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा केसीसी योजना इस लिहाज से तैयार किया गया है कि किसानों को उनकी खेती और अन्य जरूरतों के लिए लचीली और आसान प्रक्रिया के साथ सिंगल सिस्टम के तहत बैंकिंग प्रणाली से पर्याप्त और समय पर कर्ज मिल सके।
किसानों की मददगार है ये योजना
SBI Yono
आपको बता दें कि यह योजना किसानों को फसलों की खेती के लिए अल्पकालिक आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करती है। इसके अलावा कटाई के बाद के खर्च, मार्केटिंग लोन का उत्पादन, किसान परिवारों की उपभोग आवश्यकताओं, कृषि से संबद्ध कृषि संपत्ति और गतिविधियों के रखरखाव के लिए कार्यशील पूंजी और कृषि और संबद्ध गतिविधियों के लिए निवेश क्रेडिट की आवश्यकता को पूरा करने में सहायता मिलती है।
ये भी पढ़ें- सचिन पायलट बाहर: नहीं मिली सीट, पीछे गैलरी में लगी कुर्सी
YONO कृषि में चार ऑफरिंग सेक्शन हैं, जिनमें- खाता, बचत, (किसानों के निवेश और बीमा जरूरतों के लिए वित्तीय सुपर स्टोर), मित्र (कृषि सलाहकार सेवाएं) और मंडी (कृषि आदानों की खरीद के लिए ऑनलाइन बाजार स्थान और कृषि उपकरण) शामिल हैं। सभी किसानों के पास स्मार्टफोन नहीं होने के चलते एसबीआई ने कहा कि उसने अपनी शाखाओं में केसीसी समीक्षा प्रक्रिया को भी ठीक किया है।