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Nipah Virus Alert: कोरोना से ज्यादा खतरनाक है निपाह वायरस, केरल में केस मिलने से खौफ, कोझिकोड में सभी स्कूल-कॉलेज 24 तक बंद

Nipah Virus Alert in Kerala: इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने निपाह वायरस को कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक बताया है। आईसीएमआर का कहना है कि निगाह से संक्रमण की स्थिति में मृत्यु दर कोरोना वायरस से काफी अधिक है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 16 Sep 2023 3:31 AM GMT (Updated on: 16 Sep 2023 3:45 AM GMT)
Nipah Virus
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Nipah Virus  (photo: social media)

Nipah Virus: देश में कोरोना का कहर थमने के बाद अब निपाह वायरस की एंट्री ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। केरल में निपाह वायरस के केस मिलने के बाद अब स्वास्थ्य एजेंसियों ने चेतावनी जारी करना शुरू कर दिया है। इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने निपाह वायरस को कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक बताया है। आईसीएमआर का कहना है कि निगाह से संक्रमण की स्थिति में मृत्यु दर कोरोना वायरस से काफी अधिक है। निपाह से संक्रमण की स्थिति में मृत्यु दर 40 से 70 फ़ीसदी है जबकि कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर मृत्यु दर सिर्फ दो से तीन फ़ीसदी ही है।

इस बीच कोझिकोड में निपाह वायरस के मामले सामने आने के बाद से ही खौफ का माहौल दिख रहा है। वायरस का प्रकोप रोकने के लिए कोझिकोड में सभी स्कूल-कॉलेज अगले एक हफ्ते यानी 24 सितंबर तक बंद कर दिए गए हैं। प्रोफेशनल कॉलेज और ट्यूशन सेंटर्स को भी बंद रखने का आदेश दिया गया है। इस दौरान सिर्फ ऑनलाइन क्लास ही करवाई जा सकती है।

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कोझिकोड पहुंची केंद्रीय टीम

केरल में निपाह वायरस के अभी तक छह मामले सामने आ चुके हैं और इस कारण राज्य में सतर्कता बढ़ा दी गई है। आईसीएमआर के महानिदेशक राजीव बहल ने बताया कि हालात का जायजा लेने और वायरस का प्रकोप रोकने के उपाय सुझाने के लिए केंद्रीय टीम कोझिकोड भेजी गई है।

उन्होंने बताया कि एक संक्रमित मरीज के संपर्क में आने के कारण इस वायरस के अन्य मरीज बढ़े हैं। बहल ने कहा कि कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के जरिए एक हजार लोगों का पता लगाया गया है। उन्होंने कहा कि इस वायरस का प्रसार रोकने के लिए तैयारियों और कदमों के संबंध में लोगों को जानकारी दी जा रही है।

लोगों को हाथ धोने और मास्क पहनने की सलाह

बहल ने कहा कि इस वायरस का प्रसार रोकने के लिए कुछ उपाय वैसे ही हैं जैसे कोरोना के खिलाफ उठाए गए थे। वायरस का प्रकोप रोकने के लिए लोगों से बार-बार हाथ धोने और फेस मास्क लगाने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि इसे रोकने के लिए आइसोलेशन बेहद जरूरी है।

इसके फैलने का सबसे प्रमुख कारण संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना है। बाद में दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने वाले लोग भी इस वायरस का शिकार हो जाते हैं। इसलिए लक्षण दिखने के बाद संक्रमित व्यक्ति को तत्काल आइसोलेशन में चले जाना चाहिए और इसके साथ ही डॉक्टर से भी संपर्क स्थापित करना चाहिए।

कॉन्टैक्ट लिस्ट में हो सकती है बढ़ोतरी

इस बीच केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि मौजूदा समय में निपाह वायरस से संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों की लिस्ट 1080 हो गई है। इनमें से 130 लोग ऐसे हैं, जिन्हें शुक्रवार को ही सूची में शामिल किया गया है। इनमें में से 327 लोग हेल्थ वर्कर्स शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हाई रिस्क कैटेगरी में 175 लोग सामान्य नागरिक हैं, जबकि 122 हेल्थकेयर वर्कर्स हैं।

उन्होंने कहा कि कॉन्टैक्ट लिस्ट में शामिल लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 30 अगस्त को निपाह वायरस ने एक व्यक्ति की जान ले ली थी और इसी कारण राज्य में निपाह से संक्रमित केस बढ़ रहे हैं।

उन्होंने बताया कि 30 अगस्त को जान गंवाने वाले व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने बताया कि अभी तक राज्य में छह केस दर्ज किए गए हैं। इस वायरस के प्रकोप के कारण केरल में खौफ का माहौल दिख रहा है।

एहतियाती कदम उठाने में जुटी सरकार

निपाह वायरस की दस्तक के बाद केरल सरकार ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। निपाह केसों का इलाज करने वाले अस्पतालों को मेडिकल बोर्ड बनाने को कहा गया है जिसकी बैठक दिन में दो बार होगी। इसके बाद तैयार रिपोर्ट को स्वास्थ्य विभाग को सौंपने का निर्देश दिया गया है।

राज्य के कोझिकोड में निपाह वायरस के मामले सामने आने के बाद सभी स्कूलों को एक हफ्ते के लिए बंद कर दिया गया है। इस दौरान ऑनलाइन पढ़ाई की जा सकती है मगर शैक्षणिक संस्थानों में पूर्ण रूप से बंदी रहेगी।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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