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Odisha Rail Accident: बालासोर रेल हादसे पर पीएम मोदी ने बुलाई हाईलेवल मीटिंग, 288 लोगों की जा चुकी है जान
Odisha Rail Accident: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। इसी सिलसिले में आज उन्होंने एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। बैठक में पीएम अधिकारियों से जमीनी हकीकत के बारे में जानकारी लेंगे और जरूरी दिशानिर्देश भी देंगे।
Odisha Rail Accident: ओडिशा के बालासोर जिले में हुए भीषण रेल हादसे ने पूरे देश को झकझोड़ कर रख दिया है। हाल के दिनों में यह सबसे दर्दनाक रेल हादसा है, जिसमें मृतकों का आंकड़ा 300 के करीब पहुंचने को है। रेस्क्यू ऑपरेशन कल यानी शुक्रवार 2 जून की रात से युद्धस्तर पर जारी है। इधर, नई दिल्ली में भी हादसे को लेकर बैठकों का दौर शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। इसी सिलसिले में आज उन्होंने एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। बैठक में पीएम अधिकारियों से जमीनी हकीकत के बारे में जानकारी लेंगे और जरूरी दिशानिर्देश भी देंगे।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव घटनास्थल पर पहुंचे हुए हैं। उन्होंने हालात का जायजा लेने के बाद कहा कि हादसे की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई है, जो पूरे मामले की जांच करेगी। अभी पूरा फोकस रेस्क्यू पर है। जो घायल हुए हैं, उनके बेहतर इलाज के लिए टीमें जुटी हुई हैं। कमिश्नर रेल सेफ्टी को भी हादसे की जांच करने के लिए कहा गया है।
विपक्ष ने रेल मंत्री से मांगा इस्तीफा
बालासोर रेल हादसे को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। एक-एक कर विपक्षी नेता उनपर ताबड़तोड़ हमले कर रहे हैं और उन्हें हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेने की मांग करते हुए इस्तीफा देने को कह रहे हैं। नेता उन्हें पूर्व के रेल मंत्रियों द्वारा उठाए गए ऐसे कदम का उदाहरण भी दे रहे हैं। टीएमसी, कांग्रेस और सीपीआई ने वैष्णव का इस्तीफा मांगा है।
एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, रेल विभाग को इसकी जांच कर जो दोषी हैं, उनके विरूद्ध कार्रवाई करनी चाहिए। रेलवे को यात्रियों की जान को अहमियत देनी चाहिए। पहले रेल मंत्री ऐसे हादसों पर इस्तीफा दे देते थे, मगर अब कोई बोलने को तैयार नहीं।
वहीं, विपक्ष की इस मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ये जिस तरह की घटना है, उसमें मानवीय संवेदना बेहद अहम है। मैं यही कहूंगा कि सबसे पहला फोकस रेस्क्यू और रिलीफ पर है। बता दें कि ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे में अब तक 288 लोग मारे जा चुके हैं। लोगों के रेस्क्यू का काम जारी है। वहीं घायलों की तादाद भी बढ़कर 900 के पार पहुंच गई है।