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Oommen Chandy: ऐसी थी ओमन चांडी की लोकप्रियता, 27 की उम्र में पहली बार बने विधायक और फिर बना दिया एक नया रिकार्ड
Oommen Chandy: कांग्रेस के दिग्गज नेता चांडी पांच दशक तक राजनीति में सक्रिय रहे। वे दो बार केरल के मुख्यमंत्री तो चार बार विपक्ष के नेता भी रहे। 18 जुलाई को इस लोकप्रिय नेता ने आखिरी सांस ली।
Oommen Chandy: ओमन चांडी केरल के दिग्गज नेता तो थे ही साथ ही राजनीति में उनकी मजबूत पकड़ भी थी। जनता उन्हें काफी पसंद करती थी और वे जनता के लोकप्रिय नेता थे। आज जनता ने अपने इस लोकप्रिय नेता को खो दिया। केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी का आज 18 जुलाई 2023 को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वे 79 साल के थे।
दो बार रहे मुख्यमंत्री-
कांग्रेस के दिग्गज नेता ओमन चांडी दो बार 2004-06 और 2011-16 तक केरल के मुख्यमंत्री रहे। कांग्रेस के अनुभवी नेताओं में से एक चांडी महज 27 साल की उम्र में विधायक बन गए थे। उन्होंने पहली बार 1970 में राज्य विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज की और विधानसभा पहुंचे। उसके बाद उनका राजनीति सफर फिर रूका नहीं। वे 12 बार लगातार चुनाव जीते। ओमन चांडी की लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है। 12 बार वो भी लगातार चुनाव जीतना किसी नेता के लिए आसान नहीं है। उनकी लोकप्रियता और उनका जनता के साथ जुड़ाव ही रहा कि वे लगातार जीतते रहे और विधानसभा पहुंचते रहे।
आइए जानते हैं इनके बारे में-
ओमन चांडी का जन्म 31 अक्टूबर 1943 को केरल के कोट्टायम जिले के कुमारकोम में के.ओ. चांडी और बेबी चांडी के घर हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पुथुपपल्ली में सेंट जॉर्ज हाई स्कूल से पूरी की। उसके बाद उन्होंने कोट्टायम में सीएमएस कॉलेज और चंगानासारी में सेंट बर्कमैन कॉलेज में एडमिशन लिया। उन्होंने सरकारी लॉ कॉलेज, एर्नाकुलम से एलएलबी की।
छात्र जीवन से शुरू की राजनीति-
राजनीति में लंबी पारी खेलने वाले ओमन चांडी ने अपनी राजनीति की शुरुआत छात्र संघ से की। वे केरल छात्र संघ में शामिल हुए। वह 1967 से 1969 तक छात्र संघ के अध्यक्ष रहे। 1970 में चांडी को राज्य युवा कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। चांडी 1970, 1977, 1980, 1982, 1987, 1991, 1996, 2001, 2006, 2011, 2016 और 2021 में अविश्वसनीय बारह बार पुथुपल्ली विधानसभा क्षेत्र से केरल विधानसभा के लिए चुने गए।
और बना दिया ऐसा रिकाॅर्ड-
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने दो बार 2004-06 और 2011-16 तक केरल के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंनेे 27 साल की उम्र में 1970 के राज्य विधानसभा चुनावों में पहली बार जीत कर विधायक बने। उस समय वे युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे। उसके बाद वे लगातार 12 बार विधानसभा का चुनाव जीते। चांडी ने पिछले पांच दशकों में केवल अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र पुथुपल्ली का प्रतिनिधित्व किया। अगस्त 2022 में, वह 18,728 दिनों तक सदन में पुथुपल्ली का प्रतिनिधित्व करके राज्य विधानसभा के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले सदस्य बन गए। इसके साथ ही उन्होंने केरल कांग्रेस (एम) के पूर्व सुप्रीमो दिवंगत के एम मणि के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
चार बार विपक्ष के नेता की भूमिका में भी रहे-
अपने पांच दशक के लंबे राजनीतिक करियर के दौरान ओमान चांडी चार बार विपक्ष के नेता भी रहे और विभिन्न मंत्रिमंडलों में मंत्री भी रहे।
जब लगा बड़ा आरोप, सीबीआई ने दिया क्लीन चिट-
दिसंबर 2022 में ओमन चांडी को उस समय बड़ी राहत मिली जब सौर घोटाला मामले की मुख्य आरोपी सरिता नायर द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोप में सीबीआई से उन्हें क्लीन चिट मिल गई। इस मामले ने केरल को हिलाकर रख दिया था, जब उनकी सरकार लगभग एक दशक पहले सत्ता में थी।