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अलर्ट पर सेना! पाकिस्तान का एकलौता हथियार, जिसे मिली ऐसी ज़िम्मेदारी

इंटेलीजेंस ब्यूरो की टॉप सीक्रेट रिपोर्ट में कहा गया है, 'अंतर्राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म्स पर जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा की पोल खुलने के बाद पाकिस्तान की आईएसआई जिसका पूरा नाम इंटर-सर्विसेसज इंटेलीजेंस है, का नया 'पोस्टर बॉय' अल-उमर-मुजाहिद्दीन है।

Vidushi Mishra
Published on: 1 Sep 2019 8:57 AM GMT
अलर्ट पर सेना! पाकिस्तान का एकलौता हथियार, जिसे मिली ऐसी ज़िम्मेदारी
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नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही पाकिस्तान की बेचैनी के देखते हुए आंतरिक खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है। खुफिया एजेंसी ने इंटेलीजेंस ब्यूरो ने दिल्ली पुलिस को बड़े आतंकवादी हमले का अलर्ट जारी किया है।

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'पोस्टर बॉय'

आपको बता दें कि इंटेलीजेंस ब्यूरो की टॉप सीक्रेट रिपोर्ट में कहा गया है, 'अंतर्राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म्स पर जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा की पोल खुलने के बाद पाकिस्तान की आईएसआई जिसका पूरा नाम इंटर-सर्विसेसज इंटेलीजेंस है, का नया 'पोस्टर बॉय' अल-उमर-मुजाहिद्दीन है। यह घाटी से बाहर बड़े आतंकवादी हमले करने में सक्षम है।'

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खतरनाक आतंकवादी मुश्ताक अहमद जरगर उर्फ मुश्ताक लातराम जिसने 12 जून 2019 को श्रीनगर के अनंतनाग में आतंकवादी हमला किया था।

इंटेलीजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट में कहा गया, 'जरगर ने जम्मू-कश्मीर और पीओके के लड़कों को भर्ती किया है। अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद आईएसआई का उद्देश्य जरगर के लड़कों से जम्मू कश्मीर के अंदर तक भारत के अन्य भागों में आतंकवादी हमले कराना है।'

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इरादा अंतर्राष्ट्रीयकरण का

रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्तमान में पाकिस्तान की सरकार, उसकी सेना और आईएसआई (सभी तीन) मिलकर काम कर रहे हैं। कश्मीर मुद्दे का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने के लिए उतावले हैं। रिपोर्ट में इस्लामाबाद के गुप्त लक्ष्य के बारे में कहा गया है, 'केवल भड़काऊ (आतंकवाद) कार्रवाई करनी है, इरादा अंतर्राष्ट्रीयकरण का है।'

इस खतरनाक योजना के लिए घाटी से बाहर बड़े आतंकवादी हमले करने के लिए आईएसआई फिदायीन संगठनों को प्रशिक्षित कर रहा है, जिनमें प्रमुख रूप से एयूएम है।

रिपोर्ट में कहा गया कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद कश्मीर पर पाकिस्तानी सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के खुले रुख ने स्पष्ट रूप से आईएसआई को बड़ी आतंकवादी घटनाएं अंजाम देने के लिए आतंकवादी संगठनों को जिम्मेदारी देने की खुली छूट दे दी है।

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रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ है कि आईएसआई फिदायीन के माध्यम से आतंकवादी हमले की योजना बना सकता है, इसमें या तो कोई मानव बम हो सकता है या भारी विस्फोटकों से भरा कोई वाहन (वीबी-आईईडी) हो सकता है।

Vidushi Mishra

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