TRENDING TAGS :
'न तुम आए, न तुम्हारी दीद हुई, तुम ही बताओ ये मुहर्रम...', राज्य सभा में सुधांशु त्रिवेदी का कांग्रेस-AAP पर शायराना तंज
Parliament Monsoon Session 2023: राज्यसभा में दिल्ली सेवा बिल को लेकर पक्ष-विपक्षी के सांसदों के बीच जमकर नोक-झोंक देखने को मिली। बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने शायराना अंदाज में विपक्ष पर तंज कसा।
Delhi Service Bill : राज्यसभा में सोमवार (07 अगस्त) को दिल्ली सेवा बिल (Delhi Service Bill) पेश किया गया। इस बिल पर पक्ष और विपक्षी सांसदों के बीच जमकर नोक-झोंक देखने को मिली। 'दिल्ली सेवा बिल' पर चर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi) ने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। विपक्ष के शोर पर सुधांशु त्रिवेदी ने शायराना अंदाज में तंज कसा। उन्होंने कहा कि, 'इन्हें न पढ़ाई से मतलब है और लिखाई से मतलब है। इन्हें तो सिर्फ कमाई से मतलब है।'
बीजेपी सांसद के इतना कहने पर विपक्ष का शोर तेज हुआ। तब सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) की दोस्ती पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, 'इन्हें लगता है कि हम बिल पर समर्थन पाकर बढ़त बना लेंगे। लेकिन, कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion) लाकर आगे ही निकल गई। इस दौरान सुधांशु त्रिवेदी ने सदन में एक शेर भी सुनाया। बोले, 'न तुम आए, न तुम्हारी दीद हुई, तुम ही बताओ यह मुहर्रम हुई कि ईद'।
CM केजरीवाल पर बरसे सुधांशु त्रिवेदी
बीजेपी सांसद ने अपने संबोधन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) पर भी निशाना साधा। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, 'वर्ष 2013 में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा था कि तत्कालीन सीएम शीला दीक्षित (Sheila Dixit) के आवास में 10 एसी लगे थे। यहां तक कि बाथरूम में भी AC लगा था। उन्होंने ये भी पूछा था कि, बिजली बिल का भुगतान कौन करता है? आज अरविंद केजरीवाल के घर में 15 बाथरूम हैं। उनमें 1 करोड़ रुपए के पर्दे लगे हैं।'
'बीजेपी ने अटल-आडवाणी की मेहनत मिट्टी में मिलायी'
दिल्ली सेवा बिल पर चर्चा के दौरान आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। चड्डा ने दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने के लिए बीजेपी के कई नेताओं के संघर्ष को भी याद किया। राघव चड्ढा ने कहा कि, बीजेपी ने अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) और लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) के दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने की 40 साल की मेहनत को मिट्टी में मिला दिया।'