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Parliament Monsoon Session Live: लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही 31 जुलाई तक स्थगित
Parliament Monsoon Session Live: संसद के मॉनसून सत्र का आज यानी कि शुक्रवार (28 जुलाई) को सातवां दिन है। गुजरे 6 दिनों की संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही मणिपुर वायरल वीडियो पर विपक्ष के हंगामें की भेंट चढ़ चुकी है।
Parliament Monsoon Session Live: संसद के मॉनसून सत्र का आज यानी कि शुक्रवार (28 जुलाई) को सातवां दिन है। गुजरे 6 दिनों की संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही मणिपुर वायरल वीडियो पर विपक्ष के हंगामें की भेंट चढ़ चुकी है। दोनों सदनों में आज शुक्रवार को भी भारी हंगामा देखने को मिला। कांग्रेस गठबंधन ने लोकसभा में केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है, जिस पर तुरंत चर्चा कराए जाने की मांग को लेकर जमकर हुआ।
लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही 31 जुलाई तक स्थगित
मणिपुर मुद्दे पर विपक्षी सांसदों के जारी हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही 31 जुलाई यानी कि सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। उसके बाद राज्यसभा की भी कार्यवाही भारी हंगामे के कारण सोमवार तक स्थगित कर दी गई।
लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित
सदन की कार्यवाही शुरु होते ही विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच लोकसभा दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में मणिपुर मुद्दे पर सदन में चर्चा की मांग कर रहे हैं। वहीं, राज्ससभा में विपक्षी सांसदों का हंगामा जारी है।
मुददों से बचने के लिए बहाने बना रही सरकार: अधीर रंजन
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि नियम 198 के तहत हमारे पास अविश्वास प्रस्ताव है। इस नियम के अनुसार चर्चा मणिपुर के संबंध में तुरंत होनी चाहिए। सरकार नहीं चाहती कि सदन के अध्यक्ष उनसे सवाल पूछें। वे मुद्दों से बचने के लिए बहाने दे रहे हैं।
नियमों को ताक पर रखकर पेश किए जा रहे बिल: राघव चड्डा
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा ने कहा कि जब अविश्वास प्रस्ताव लोकसभा में पेश किया जाता है और उसे मंजूर कर लिया जाता है, तो कोई भी विधेयक या बिल सदन के अंदर पेश नहीं किया जा सकता है। जब तक अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हो जाती है। लेकिन, इस बार नियमों को ताक पर रखकर सदन में पेश किए जा रहे हैं और उन्हे पारित किया जा रहा है। जो कि बहुत दुखद है। उन्होने कहा कि मैं लोकसभा अध्यक्ष और केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि जब तक अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और मतदान नहीं हो जाता है, तब कोई बिल पेश न किया जाए।
मणिपुर मामले पर चर्चा नहीं करना चाहता विपक्ष: प्रह्लाद जोशी
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विपक्ष शांतिपूर्ण ढंग से चर्चा में भाग नहीं लेते और संसद में किसी भी विधेयक को पारित करने में सहयोग नहीं करते। हम उनसे रचनात्मक सुझाव लेने को तैयार हैं, लेकिन वे अचानक अविश्वास प्रस्ताव ले आये। जब भी जरूरत होगी हम अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे और चूंकि हमारे पास संख्या है, इसलिए हमें कोई समस्या नहीं है। अगर वे चाहते हैं कि मणिपुर मामले में सच्चाई सामने आए, तो इस संसद से बेहतर कोई मंच नहीं है।