TRENDING TAGS :
10 रुपये सस्ता होगा पेट्रोल: सरकार लेने जा रही ये बड़ा फैसला
रिपोर्ट के मुताबिक सरकार लगातार इस कोशिश में है कि जल्द से जल्द मेथेनॉल ब्लेंडेड ईंधन को बाजार में लाया जाए। अगर सरकार इसमें सफल हो जाती है तो एक लीटर पेट्रोल की कीमत पर सीधे 10 रुपये प्रति लीटर का असर पड़ेगा। यहीं नहीं, सरकार को इससे प्रदूषण भी 30 फीसदी तक कम करने में मदद मिलेगी।
नई दिल्ली: देशवासियों के राहत भरी खबर है। पेट्रोल और डीजल के दामों में बड़ी राहत मिलने वाली है। दरअसल, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में आई मज़बूती के चलते घरेलू बाजार में पेट्रोल पिछले 10 दिन में 37 पैसे प्रति लीटर तक सस्ता हो गया है। तो इसी बीच अब सरकार ऐसा कदम उठाने जा रही है कि एक लीटर पेट्रोल की कीमत पर सीधे 10 रुपये प्रति लीटर की कमी आएगी। तो आइए आपको बताते हैं सरकार के इस कदम के बारे में
रिपोर्ट के मुताबिक सरकार लगातार इस कोशिश में है कि जल्द से जल्द मेथेनॉल ब्लेंडेड ईंधन को बाजार में लाया जाए। अगर सरकार इसमें सफल हो जाती है तो एक लीटर पेट्रोल की कीमत पर सीधे 10 रुपये प्रति लीटर का असर पड़ेगा। यहीं नहीं, सरकार को इससे प्रदूषण भी 30 फीसदी तक कम करने में मदद मिलेगी।
ये भी पढ़ें—गर्म पानी से नहाना हो सकता है नुकसानदायक, जानें क्यों
पेट्रोल-डीज़ल के मौजूदा दाम-
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल के दाम बिना बदलाव के 80.29 रुपये पर स्थिर है। वहीं, डीज़ल की कीमतें बढ़कर 70.28 रुपये प्रति लीटर हो गई है। इसके अलावा कोलकाता में पेट्रोल के दाम 77.29 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल 69.40 रुपये प्रति लीटर है।
सरकार कर रही है बड़े कदम उठाने की तैयारी
मेथेनॉल ब्लेंडेड ईंधन एक ऐसा ईंधन है जिसके बाजार में आ जाने से कच्चे तेल का आयात भी कम हो सकेगा, और भारत को हर साल करीब 5 हजार करोड़ रुपये बचाने में मदद मिलेगा। इसके लिए रोड ट्रांसपोर्ट एवं हाइवे मिनिस्टर नितिन गडकरी ने पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को लेटर में लिखा है कि वह देश भर में मेथेनॉल ब्लेंडेड फ्यूल उपलब्ध कराएं।
इसलिए सरकार ले सकती है ये फैसला
मौजूदा समय में 10 फीसदी एथेनॉल ब्लेंडेड ईंधन का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन, इस एथेनॉल की लागत 42 रुपये प्रति लीटर के करीब है, जोकि बहुत ज्यादा है। जबकि मेथेनॉल की कॉस्ट सिर्फ 20 रुपये प्रति लीटर है। ऐसे में इसके इस्तेमाल से पेट्रोल के दामों में बड़ी राहत मिलने संभावना है। बता दें कि इंडियन ऑयल पहले ही मेथेनॉल ब्लेंडड फ्यूल बना रही है। इसमें 15 फीसदी मेथेनॉल और 85 पेट्रोल है- इसका कामर्शियल इस्तेमाल हो रहा है।
ये भी पढ़ें—जब गाते वक़्त गले से निकल आया था खून, आज इनकी आवाज के सब है दीवाने
एक अधिकारी के मुताबिक रोड ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री ने रेगुलेटरी फ्रेमवर्क पेश किया है लेकिन अब इसे अमल में लाना पेट्रोलियम मिनिस्ट्री का काम है। हम इसके बारे में नीति आयोग से बातचीत कर रहे हैं। नीति आयोग ने बताया है कि फ्यूल में 15 फीसदी मेथेन ब्लेंड करने पर 2030 तक 100 अरब डॉलर की बचत हो सकती है।