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मिलेंगे 6000 रुपयेः इस टेलीफोन नंबर से लें प्रवासी मजदूर जानकारी

पीएम किसान स्कीम का बजट 75 हजार करोड़ रुपये का है। मोदी सरकार सालाना 14.5 करोड़ लोगों को पैसा देना चाहती है। लेकिन रजिस्ट्रेशन अभी 10 करोड़ का भी नहीं हुआ है। इसके कुल लाभार्थी सिर्फ 9.65 करोड़ हैं। जबकि स्कीम शुरू हुए 17 माह बीत चुके हैं।

SK Gautam
Published on: 17 Jun 2020 11:46 AM GMT
मिलेंगे 6000 रुपयेः इस टेलीफोन नंबर से लें प्रवासी मजदूर जानकारी
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नई दिल्ली: लॉक डाउन के वक्त दूसरे राज्यों से पलायन कर अपने शहर अपने गांव पहुंचे प्रवासी मजदूरों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम का लाभ मिल सकता है। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने एक बातचीत में कहा कि ‘कुछ शर्तें पूरी करने वाला मजदूर रजिस्ट्रेशन करवाए तो सरकार पैसा देने का तैयार है। शर्त ये है कि मजदूर के नाम पर कहीं खेत होना चाहिए।

रेवेन्यू रिकॉर्ड में नाम और बालिग होना जरूरी

रजिस्ट्रेशन के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं आप खुद ही स्कीम की वेबसाइट पर जाकर इसके फार्मर कॉर्नर के जरिए आवेदन कर सकते हैं। इसमें खासतौर पर रेवेन्यू रिकॉर्ड में नाम और बालिग होना जरूरी है। अगर किसी का नाम खेती के कागजात हैं तो उसके आधार पर वो अलग से लाभ ले सकता है। भले ही वो संयुक्त परिवार का हिस्सा ही क्यों न हो।

75 हजार करोड़ रुपये पीएम किसान स्कीम का बजट

आपको बता दें कि पीएम किसान स्कीम का बजट 75 हजार करोड़ रुपये का है। मोदी सरकार सालाना 14.5 करोड़ लोगों को पैसा देना चाहती है। लेकिन रजिस्ट्रेशन अभी 10 करोड़ का भी नहीं हुआ है। इसके कुल लाभार्थी सिर्फ 9.65 करोड़ हैं। जबकि स्कीम शुरू हुए 17 माह बीत चुके हैं। ऐसे में अगर शहर से गांव आने वाले लोग इसके तहत रजिस्ट्रेशन करवाते हैं तो उन्हें लाभ मिल सकता है।

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हर साल 6000 रुपये मिल रहे हैं

खेती से जुड़े हैं ज्यादातर प्रवासी मजदूर-राष्ट्रीय किसान महासंघ के संस्थापक सदस्य विनोद आनंद का कहना है कि शहरों से गांव गए ज्यादातर लोग अब कृषि कार्य में जुटेंगे या फिर वे मनरेगा के तहत कहीं काम करेंगे। ऐसे में जिसके पास खेती है वो पहले अपना रजिस्ट्रेशन किसान सम्मान निधि के लिए करवा ले। इसके तहत हर साल 6000 रुपये मिल रहे हैं। किसान संगठन और कृषि वैज्ञानिक लगातार इसे बढ़ाने का दबाव बना रहे हैं।

इन शर्तों को करना होगा पूरा- खेती की जमीन के कागजात के अलावा पीएम किसान स्कीम का लाभ लेने के लिए बैंक अकाउंट नंबर और आधार नंबर होना जरूरी है। इस डेटा को राज्य सरकार वेरीफाई करती है तब केंद्र सरकार पैसा भेजती है।

ये टेलीफोन नंबर आएगा काम

पीएम किसान सम्मान निधि स्कीम की ऑफीशियल वेबसाइट (pmkisan.gov.in) है। बेवसाइट को लॉग इन करना होगा। इसमें दिए गए ' Farmers Corner' वाले टैब में क्लिक करना होगा।

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अगर आधार नंबर गलत दर्ज हो गया है

अगर आपने पहले आवेदन किया है और आपका आधार ठीक से अपलोड नहीं हुआ है या किसी वजह से आधार नंबर गलत दर्ज हो गया है तो इसकी जानकारी इसमें मिल जाएगी।

-फार्मर कॉर्नर में किसानों को खुद को ही पीएम किसान योजना में रजिस्टर्ड करने का भी विकल्प दिया गया है।

-इसमें सरकार ने सभी लाभार्थियों की पूरी सूची अपलोड कर दी है। आपके आवेदन की स्थिति क्या है। इसकी जानकारी किसान आधार संख्या/ बैंक खाता/ मोबाइल नंबर के जरिए मालूम कर सकते हैं।

-जिन किसानों को इस योजना का लाभ सरकार की तरफ से दिया गया है उनके भी नाम राज्य/जिलेवार/तहसील/गांव के हिसाब से देखे जा सकते हैं।

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सीधे मंत्रालय से भी कर सकते हैं संपर्क

चूंकि यह मोदी सरकार की सबसे बड़ी किसान स्कीम है इसलिए किसानों को कई तरह की सहूलियतें भी दी गईं हैं। इसी में एक है हेल्पलाइन नंबर। जिसके जरिए देश के किसी भी हिस्से का किसान सीधे कृषि मंत्रालय से संपर्क कर सकता है।

-पीएम किसान टोल फ्री नंबर: 18001155266

-पीएम किसान हेल्पलाइन नंबर:155261

-पीएम किसान लैंडलाइन नंबर्स: 011—23381092, 23382401

-पीएम किसान की एक और हेल्पलाइन है: 0120-6025109

ई-मेल आईडी: pmkisan-ict@gov।in

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