×

Mann Ki Baat: 'मन की बात' ने हमें जनता से दूर नहीं होने दिया, ये मेरी आध्यात्मिक यात्रा, बोले- PM

PM Modi 100th Episode Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात का आज रविवार (30 अप्रैल) को 100 वां एपिसोड है। पीएम मोदी आज रेडियो के जरिए 100वीं बार देश और दुनिया के लोगों के साथ संवाद किया।

Jugul Kishor
Published on: 30 April 2023 2:06 PM IST (Updated on: 30 April 2023 5:28 PM IST)
Mann Ki Baat: मन की बात ने हमें जनता से दूर नहीं होने दिया, ये मेरी आध्यात्मिक यात्रा, बोले- PM
X
PM Modi 100th Episode Mann Ki Baat( सोशल मीडिया)

PM Modi 100th Episode Mann Ki Baat Live: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात का आज रविवार (30 अप्रैल) को 100 वां एपिसोड है। पीएम मोदी आज रेडियो के जरिए 100वीं बार देश और दुनिया के लोगों के साथ संवाद किया। हर महीने के आखिरी रविवार को पीएम मोदी मन की बात के जरिए देश दुनिया के लोगों से संवाद करते हैं। मुख्यमंत्री सांसद, विधायक, मंत्री सहित तमाम कार्यकर्ताओं ने अपने क्षेत्रों में लोगों के साथ मन की बात कार्यक्रम को सुना।

पीएम मोदी के मन की बात की बड़ी बातें

पीएम मोदी ने कहा कि आज मन की बात का सौवां एपिसोड है। मुझे आप सबकी हजारों चिठ्ठियां मिली हैं, लाखों संदेश मिले हैं, मैनें कोशिश की है कि ज्यादा से ज्यादा चिठ्ठियों को पढ़ पाउं, देख पाऊं, संदेशों को जरा समझने की कोशिश करुं। आपके पत्र पढ़ते हुए कई बार में भावुक हुआ, भावनाओं से भर गया। भावनाओं में बह गया और खुद को संभाल भी लिया। आपने मुझे मन की बात के सौवें एपिसोड पर बधाई दी है लेकिन मैं सच्चे दिले से कहता हूं। दरअसल, बधाई के पात्र आप सब मन की बात के श्रोता हैं। हमारे देशवासी हैं। मन की बात कोटि-कोटि भारतीयों के मन की बात है उनकी भावनाओं का प्रकटीकरण है।

मन की बात मेरे लिए तो दूसरों के गुणों की पूजा करने की तरह ही रहा है। मेरे एक मार्गदर्शक थे लक्ष्मणराव ईमानदार। हम उनको वकील साहब कहा करते थे। वो हमेशा कहते थे कि हमें दूसरों के गुणों की पूजा करनी चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि सामने कोई भी हो, आपके साथ का हो आपका विरोधी हो, हमें उसेक अच्छे गुणों को जानने का उसके सीखने का प्रयास करना चाहिए। उनकी इस बात ने मुझे हमेशा प्रेरणा दी है। मन की बात दूसरों के गुणों से सीखने का बहुत बडा़ माध्यम बन गई है।

पीएम मोदी ने कहा कि जब में गुजरात का मुख्यमंत्री था तो वहां सामान्य जन से मिलना जुलवा स्वाभाविक रूप से हो ही जाता था। मुख्यमंत्री का कामकाज और कार्यकाल ऐसा ही होता है, मिलने जुलने के अवसर बहुत मिलते ही रहते हैं। लेकिन, 2014 में दिल्ली आने के बाद मैनें पाया कि यहां का जीवन तो बहुत ही अलग है। काम का स्वरूप अलग है। शुरूआती दिनों में कुछ अलग महसूस करता था। खाला खाली सा महसूस करता था। पचासों साल पहले मैनें अपना घर इसलिए नहीं छोड़ा था कि एक दिन अपने ही देश के लोगों से संपर्क ही मुश्किल हो जाएगा। जो देशवासी मेरा सब कुछ है, मैं उनसे ही कट करके जी नहीं सकता था। मन की बात ने मुझे इस चुनौती को समाधान दिया, सामान्य मानवी से जुड़ने का रास्ता दिया। पदभार और प्रोटोकॉल व्यवस्था तक ही सीमित रहा और जनभाव, कोटि-कोटि जनों के साथ मेरे भाव, विश्व का अटूट अंग बन गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरे लिए 'मन की बात' ईश्वर रूपी जनता जनार्दन के चरणों में प्रसाद की थाल की तरह है। 'मन की बात' मेरे मन की आध्यात्मिक यात्रा बन गया है। 'मन की बात' स्व से समिष्टि की यात्रा है। 'मन की बात' अहम् से वयम् की यात्रा है।

आज देश में टूरिज्म बहुत तेजी से ग्रो कर रहा है। हमारे ये प्राकृतिक संसाधन हों, नदियां, पहाड़, तालाब या फिर हमारे तीर्थ स्थल हों, उन्हे साफ रखना बहुत जरूरी है। ये टूरिज्म इंडस्ट्री की बहुत मद्द करेगा। पर्यटन में स्वच्छता के साथ-साथ हमने Incredible India Movement की भी कई बार चर्चा की है। इस मूमेंट से लोगों को पहली बार ऐसे कितनी ही जगहों के बारे में पता चला, जो उनके आस पास ही थे। मैं हमेशा कहता हूं कि हमें विदेशों में टूरिज्म पर जानें से पहले कम से कम 15 Tourist destination पर जरूर जाना चाहिए और यह Destination जिस राज्य में आप रहते हैं, वहां के नहीं होने चाहिए, आपके राज्य से बाहर किसी अन्य राज्य के होने चाहिए।

'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान की शुरुआत मैंने हरियाणा से ही की थी। 'सेल्फी विद डॉटर' अभियान ने मुझे बहुत प्रभावित किया और मैंने अपने एपिसोड में इसका जिक्र किया। जल्द ही यह 'सेल्फी विद डॉटर' अभियान वैश्विक हो गया। इस अभियान का मकसद लोगों को जीवन में बेटी के महत्व को समझाना था।

पीएम मोदी ने कहा कि आज आकाशवाणी के साथियों को भी धन्यवाद दूंगा, जो धैर्य के साथ पूरे कार्यक्रम को रिकार्ड करते हैं। वो ट्रांसलेटर्स जो बहुत ही कम समय में तेजी के साथ मन की बात को विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद करते हैं। मैं उनका भी आभारी हूं। मैं दूरदर्शन और MyGov के साथियों को भी धन्यवाद देता हूं। देश भर में टीवी चैनल्स, इलेक्ट्रानिक मीडिया के लोग, जो मन की बात को बिना कामर्शियल ब्रेक के दिखाते हैं। उन सभी का मैं आभार व्यक्त करता हूं और आखिरी में, मैं उनका भी आभार व्यक्त करूंगा, जो मन की बात की कमान संभाले हुए हैं। भारत के लो, भारत में आस्था रखने वाले लोग ये सब कुछ आपकी प्रेरणा और ताकत से ही संभव हो पाया है।

इन बड़े नेताओं ने मन की बात को सुना

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गुजरात मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी और जनरल वी.के. सिंह, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत तमाम नेताओं ने मन की बात 100वें एपिसोड को सुना।

आज जारी होगा 100 का सिक्का

मन की बात के एक सौ एपिसोड पूरे होने पर आज यानि रविवार को 100 का सिक्का जारी किया जाएगा। जानकारी के अनुसार इस सिक्के के आगे भाग में अशोक स्तम्भ होगा और इसके नीचे सत्यमेव जयते लिखा होगा। सौ रुपये के सिक्के पर माइक्रोफोन बना होगा और उसपर 2023 लिखा होगा। सिक्के के एक साइड पर भारत और दूसरे साइड पर INDIA लिखा रहेगा और शीर्ष के नीचे चिह्न दिखाई देगा। सरकार द्वारा जारी जानकारी में ये मालूम हुआ।

मन की बात का कब था पहला एपिसोड

मन की बात का पहला एपिसोड वर्ष 2014 में 3 अक्टूबर को प्रसारित किया गया था। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री हर बार एक नए विषय को लेकर चर्चा करते हैं। इस कार्यक्रम को 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बालुची, अरबी, पश्तू, फारसी, दरिया और स्वाहिली सहित 11 विदेशी भाषाओं में भी प्रसारित किया जाता है। मन की बात कार्यक्रम आकाशवाणी के 500 से अधिक प्रसारण केंद्रों द्वारा प्रसारित किया जाता है। एक अध्ययन में पता चला है कि कम से कम एक करोड़ से अधिक लोग एक बार में जुड़ चुके हैं।

Jugul Kishor

Jugul Kishor

Next Story