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पीएम मोदी ने आज बुलाई सर्वदलीय बैठक, कोरोना समेत इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बुलाई गई यह महत्वपूर्ण बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होगी। इस बैठक में देश के सभी प्रमुख सियासी दलों से जुड़े नेता हिस्सा लेंगे। बैठक में देश में कोरोना की स्थिति और कोरोना वैक्सीन के वितरण के मुद्दे पर चर्चा होने की संभावना है।

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Published on: 4 Dec 2020 3:46 AM GMT
पीएम मोदी ने आज बुलाई सर्वदलीय बैठक, कोरोना समेत इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
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गांवों में हाईस्पीड इंटरनेट की सुविधा शुरू होने से ग्रामीण जाति, आय, पेंशन और दूसरों कामों के लिए गांव के लोगों को शहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

नई दिल्ली: देश में कोरोना के बढ़ते संकट के बीच शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बुलाई गई यह महत्वपूर्ण बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होगी। इस बैठक में देश के सभी प्रमुख सियासी दलों से जुड़े नेता हिस्सा लेंगे। बैठक में देश में कोरोना की स्थिति और कोरोना वैक्सीन के वितरण के मुद्दे पर चर्चा होने की संभावना है। प्रधानमंत्री ने हाल में तीन दवा कंपनियों का दौरा करके कोरोना वैक्सीन के बारे में अपडेट की जानकारी ली थी। माना जा रहा है कि इस बैठक में प्रधानमंत्री इस बारे में विभिन्न राजनीतिक दलों से जानकारी शेयर करेंगे।

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कई मंत्री भी लेंगे बैठक में हिस्सा

प्रधानमंत्री और देश के विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के अलावा बैठक में केंद्र सरकार के कई महत्वपूर्ण मंत्री भी हिस्सा लेंगे। सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी इस महत्वपूर्ण बैठक में मौजूद रहेंगे। बैठक के समन्वय की जिम्मेदारी संसदीय कार्य मंत्रालय को सौंपी गई है और मंत्रालय की ओर से संसद के दोनों सदनों में विभिन्न पार्टियों के नेताओं से संपर्क साधा गया है। इस बैठक में संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी और राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी हिस्सा लेंगे।

Photo- Social Media

शीतकालीन सत्र पर भी हो सकती है चर्चा

देश में कोरोना का संकट पैदा होने के बाद प्रधानमंत्री ने दूसरी बार सर्वदलीय बैठक बुलाई है। जानकार सूत्रों का कहना है कि बैठक में कोरोना संक्रमण के साथ ही संसद के शीतकालीन सत्र पर भी चर्चा हो सकती है। संसद के शीतकालीन सत्र को इस बार बजट सत्र के साथ जोड़ने पर भी विचार किया जा रहा है। संसद का बजट सत्र सामान्य तौर पर जनवरी के आखिरी हफ्ते में शुरू होता है।

संक्रमण की रफ्तार रोकने की कोशिश

देश में त्योहारों और लगन के दौरान कोरोना की रफ्तार में तेजी दर्ज की गई है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के केसों में हो रही बढ़ोतरी के मद्देनजर मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की थी। उन्होंने संक्रमण की रफ्तार रोकने के लिए विभिन्न राज्यों की ओर से उठाए जा रहे कदमों के बारे में जानकारी ली थी। इसके साथ ही शादी-ब्याह के सीजन में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिए थे।

File Photo

किसान आंदोलन के बीच सर्वदलीय बैठक

सरकार की ओर से यह सर्वदलीय बैठक ऐसे समय में बुलाई गई है जब बड़ी संख्या में किसानों ने दिल्ली बॉर्डर पर डेरा डाल रखा है। किसान संगठन सरकार की ओर से पिछले दिनों पास किए गए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वे दिल्ली के सभी रास्ते सील कर देंगे। सरकार और किसान संगठनों के बीच दो दौर की बातचीत हो चुकी है मगर अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है। ऐसे में कुछ सियासी दलों की ओर से किसानों के आंदोलन का मुद्दा भी उठाया जा सकता है। किसान संगठन कृषि कानूनों को समाप्त करने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की भी मांग कर रहे हैं।

Photo- Social Media

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संसद का शीतकालीन सत्र बुलाने की मांग

इस बीच कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भी सरकार से मांग की है कि देश में इस समय कई ऐसे ज्वलंत मुद्दे हैं जिन्हें लेकर संसद का शीतकालीन सत्र जल्द से जल्द आयोजित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों ने जबर्दस्त आंदोलन छेड़ रखा है और उन्होंने दिल्ली की सीमा पर डेरा डाल दिया है। इसके साथ ही देश कोविड-19 संकट और चीनी आक्रमण से भी जूझ रहा है। ऐसे में सरकार को शीतकालीन सत्र बुलाना चाहिए ताकि इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जा सके।

अंशुमान तिवारी

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