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अंतरिक्ष में भारत ने दुनिया को दिकाई ताकत, जानिए क्या है ऐंटी सैटलाइट मिसाइल
पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को देशवासियों को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने बताया कि भारत ने अंतरिक्ष में बड़ी कामयबी हासिल करते हुए लो अर्थ ऑर्बिट(एलईओ) में एक लाइव सैटलाइट को मार गिराया है।
लखनऊ: पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को देशवासियों को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने बताया कि भारत ने अंतरिक्ष में बड़ी कामयबी हासिल करते हुए लो अर्थ ऑर्बिट(एलईओ) में एक लाइव सैटलाइट को मार गिराया है।
भारत के इसरो और डीआरडीओ ने संयुक्त प्रयास के तहत इस मिसाइल को विकसित किया है। जासूसी करने वाली सैटेलाइट को लो अर्थ ऑर्बिट में ही रखा जाता है। भारत अब ऐसी जासूस सैटेलाइटों को केवल तीन मिनट में ही मार गिरा सकेगा।
बता दें कि एंटी सैटेलाइट हथियार (ASAT) अंतरिक्ष हथियार हैं, जो सामरिक सैन्य उद्देश्यों के लिए उपग्रहों को निष्क्रिय करने या नष्ट करने के लिए तैयार किया जाता है।
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देश के वैज्ञानिकों की ओर से ऑपरेशन मिशन शक्ति को अंजाम दिया गया है। इसे स्वदेश में ही बने ऐंटी-सैटलाइट मिसाइल के जरिए अंजाम दिया गया। आइए, बताते हैं क्या होता है यह ऐंटी-सैटलाइट मिसाइल...
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ऐंटी सैटलाइट मिसाइल में बारूद नहीं होता। इसे काइनैटिक किल वेपन भी कहा जाता हैं। सामान्य मिसाइल के टिप पर वॉरहेड लगाते हैं। लक्ष्य पर टकराने के बाद यह ब्लास्ट होता है। जबकि ऐंटी सैटलाइट मिसाइल काइनैटिक किल मैकेनिज्म पर काम करती है। इसके वॉरहेड पर एक मेटल स्ट्रिप होता है। सैटलाइट के ऊपर मेटल का गोला गिर जाता है और वह उसे गिरा देता है।
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इस मिसाइल से अतंरिक्ष में सैन्य ताकत मिली है। अब तक यह शक्ति अमेरिका, रूस और चीन के पास ही थी, अब अंतरिक्ष में महाशक्ति कहलाने वाले देशों में भारत भी शामिल हो गया है। लेकिन बता दें कि अब तक किसी भी देश ने युद्ध में ऐसे ऐंटी-सैटलाइट मिसाइल को इस्तेमाल नहीं किया है।