×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

अब नौकरी करना आसान नहीं! मोदी सरकार लाई ये प्रस्ताव, आखिर क्या होगा?

आने वाले दिनो में लेबर यूनियनों का हड़ताल पर जाना मुश्किल हो सकता है। अब कंपनियों के लिए कर्मचारियों  की छंटनी की प्रक्रिया आसान होने वाली है। मोदी सरकार 27 नवंबर को लोकसभा में लेबर कोड पेश करने वाली है। इसके अनुसार नए लेबर कोड में किसी भी कर्मचारी को तय अवधि की समाप्ति के बाद उसे छंटनी का हिस्सा नहीं माना जाएगा।

suman
Published on: 27 Nov 2019 9:52 AM IST
अब नौकरी करना आसान नहीं! मोदी सरकार लाई ये प्रस्ताव, आखिर क्या होगा?
X

नई दिल्ली: आने वाले दिनो में लेबर यूनियनों का हड़ताल पर जाना मुश्किल हो सकता है। अब कंपनियों के लिए कर्मचारियों की छंटनी की प्रक्रिया आसान होने वाली है। मोदी सरकार 27 नवंबर को लोकसभा में लेबर कोड पेश करने वाली है। इसके अनुसार नए लेबर कोड में किसी भी कर्मचारी को तय अवधि की समाप्ति के बाद उसे छंटनी का हिस्सा नहीं माना जाएगा।

यह पढ़ें...बदलेंगे महाराष्ट्र के राज्यपाल कोश्यारी की जगह लेंगे कलराज मिश्र

इस प्रस्ताव के अनुसार ट्रेड यूनियन को तभी माना जाएगा, जब उसके पास वहां के 75 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी का साथ मिल रहा है। इससे पहले इसका 66 प्रतिशत था जो अब बढ़ाकर 75 कर दिया गया है। इस प्रस्ताव में कैजुअल लीव को हड़ताल माना गया है। इसकी जानकारी 14 दिन पहले दी जानी होगी। नए प्रस्ताव में इंपलामेंट सियोरिटी में रखा गया है।

यह पढ़ें...उद्धव ठाकरे कल लेंगे CM पद की शपथ: यहां जानें कौन बनेगा मंत्री, MLA ले रहे शपथ

इस प्रस्ताव के जरिए कर्मचारियों की नियुक्ति और उन्हें हटाने की प्रक्रिया आसान हो जाएगी। केंद्रीय कैबिनेट ने इसे 20 नवंबर को संसद में लाने की मंजूरी दी थी। इस प्रस्ताव का उद्देश सरकार द्वारा श्रमिक अधिनियमों को आसान बनाना है। यह प्रस्ताव उस फैसले का विस्तार है जिसमें 44 कानूनों को 4 कोड में बदलने का श्रम विभाग ने फैसला लिया था।



\
suman

suman

Next Story