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New Parliament Building: PM मोदी 28 मई को करेंगे नए संसद भवन का उद्घाटन, जानें इसमें क्या है खास?
New Parliament Building Inauguration: संसद के नए भवन का निर्माण करीब-करीब दो साल पहले शुरू हुआ था। नई इमारत सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास का हिस्सा है। प्रधानमंत्री मोदी इसका उद्घाटन करने वाले हैं।
New Parliament Building Inauguration: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। लोकसभा सचिवालय (Lok Sabha Secretariat) के अनुसार, स्पीकर ओम बिरला ने गुरुवार (18 मई) को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। उन्हें नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया। बयान के मुताबिक, 'नए संसद भवन (New Parliament Building) का काम पूरा कर लिया गया है। गौरतलब है कि, पीएम मोदी ऐसे समय संसद के नए भवन का उद्घाटन करने जा रहे हैं, जब उनके कार्यकाल के 9 वर्ष पूरे हो रहे हैं।
दरअसल, नए संसद की इमारत राष्ट्र के शक्ति केंद्र सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास (Central Vista Redevelopment) का हिस्सा है। राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक 3 किलोमीटर की सड़क का नवीनीकरण, एक सामान्य केंद्रीय सचिवालय का निर्माण, प्रधानमंत्री का एक नया कार्यालय (Prime Minister's New Office) और आवास तथा एक नया उपराष्ट्रपति एन्क्लेव भी केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के पूरी की जा रही इस परियोजना का हिस्सा रहे हैं।
सब कुछ बदला-बदला नजर आएगा
गौरतलब है कि, चार मंजिला नए संसद भवन में मंत्रियों और पार्टियों का ही नहीं बल्कि सांसदों का भी अपना कमरा होगा। पुराने संसद की तुलना में इसमें सब कुछ बदला-बदला नजर आएगा। संसद से जुड़े मार्शल तथा कर्मचारी राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (NIFT) की डिजाइन की हुई नई वेशभूषा में नजर आएंगे।
1,224 सांसदों के बैठने की व्यवस्था
लोकसभा तथा राज्यसभा (Lok Sabha and Rajya Sabha), दोनों सदनों ने 5 अगस्त 2019 को सरकार से संसद के नए भवन के निर्माण के लिए आग्रह किया था। इस पर अमल किया गया। जिसके बाद 10 दिसंबर 2020 को पीएम मोदी ने संसद के नए भवन का शिलान्यास किया। संसद के नवनिर्मित भवन को गुणवत्ता के साथ-साथ रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है। चार मंजिला संसद भवन (Four Storey Parliament Building) में 1,224 सांसदों के बैठने की व्यवस्था की गई है।
लोकसभा में बैठ सकेंगे 888 मेंबर
संसद के वर्तमान भवन में लोकसभा में 550, जबकि राज्यसभा में 250 सदस्यों की बैठक की व्यवस्था है। भविष्य की जरूरतों को देखते हुए संसद के नवनिर्मित भवन में लोकसभा में 888, जबकि राज्यसभा में 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की गई है। दोनों सदनों का संयुक्त सत्र लोकसभा चैम्बर में ही आयोजित होगा।
सेंट्रल हॉल नहीं, अब कमेटी हॉल
नए संसद भवन में सेंट्रल हॉल (Central Hall in Parliament House) नहीं होगा। इसकी जगह कमेटी हॉल (Committee Hall) होगा। इसमें विशेष तौर पर बेहद खूबसूरत संविधान कक्ष भी बनाया गया है। इसके अलावा लाउंज, लाइब्रेरी, कैंटीन की सुविधा उपलब्ध होगी।
1971 के बाद से नहीं बढ़ी सांसदों की संख्या
आपको बता दें, वर्ष 1971 के बाद से लोकसभा और राज्यसभा में सांसदों की संख्या नहीं बढ़ाई गई है। कई बार 33 प्रतिशत संख्या बढ़ाने पर विचार हुआ। इस वक़्त 25 लाख की आबादी पर एक सांसद का चयन होता है। ये दुनिया में सबसे अधिक है। इसे पुराने संसद भवन से 17,000 वर्गमीटर बड़ा बनाया गया है।
संसद का नवनिर्मित भवन भारत की गौरवशाली लोकतांत्रिक परम्पराओं तथा संवैधानिक मूल्यों को और अधिक समृद्ध करने का कार्य करेगा। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस इमारत में सदस्यों को अपने कार्यों को और बेहतर तरीके से करने में भी सहायता मिलेगी।