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मोदी का बड़ा ऐलान: 2 को शुरू ये योजना, मिलेगा फायदा ही फायदा
कोरोना वायरस की तबाही से पूरा देश बुरी तरह से जूझ रहा है। इन हालातों में बड़े उद्योग से लेकर दिहाड़ी मजदूर तक सभी वर्ग के लोग प्रभावित हुए हैं। ऐसे में अर्थव्यस्वथा को पटरी पर लाने के लिए उद्योग-धंधे फिर से शुरू हो गए हैं।
नई दिल्ली : कोरोना वायरस की तबाही से पूरा देश बुरी तरह से जूझ रहा है। इन हालातों में बड़े उद्योग से लेकर दिहाड़ी मजदूर तक सभी वर्ग के लोग प्रभावित हुए हैं। ऐसे में अर्थव्यस्वथा को पटरी पर लाने के लिए उद्योग-धंधे फिर से शुरू हो गए हैं। लेकिन इसके बाद भी देश में बड़े पैमाने पर ऐसे लोग हैं, जो रेहड़ी-पटरी या फिर खोमचा लगाकर अपने परिवार का गुजारा करते थे। उनका धंधा-पानी अभी तक शुरू नहीं हो पाया है।
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रेहड़ी-पटरी
महामारी कोरोना संकट और लॉकडाउन की वजह से पहले रेहड़ी-पटरी लगना बंद हो गया था और फिर जब दोबारा से लगाने की अनुमति मिली, तो फिर पूंजी की कमी की वजह से काम शुरू नहीं हो पाया है। क्योंकि जो पूंजी थी वो लॉकडाउन के दौरान खर्च हो गई।
देश में इन हालातों में ऐसे लोगों को दोबारा कारोबार शुरू करने के लिए मोदी सरकार पूंजी मुहैया करा रही है। जिससे रेहड़ी-पटरी और खोमचे वाले फिर से अपना कारोबार शुरू करें और अपने परिवार का खुशहाली से भरण-पोषण करें।
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पीएम स्वनिधि योजना
यदि आप पूंजी की कमी में रेहड़ी-पटरी नहीं लगा पा रहे हैं तो बिना गारंटी आप 10,000 रुपये तक कर्ज ले सकते हैं। इस योजना का नाम पीएम स्वनिधि योजना है। इसके लिए आप अपने पास बैंक में जाकर इस योजना के तहत 10 हजार रुपये लोन लेकर कोराबार शुरू कर सकते हैं।
केंद्र सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत यह योजना बनाई है। बता दें, अब तक करीब 2.6 लाख रेहड़ी-पटरी वाले लोन के लिए आवेदन कर चुके हैं। इनमें से 64,000 को स्वीकृति मिल चुकी है, जबकि 5,500 को लोन लेकर अपना बिजनेस शुरू कर चुके हैं।
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मासिक किस्तों में देना होगा
पीएम स्वनिधि योजना रेहड़ी पटरी (स्ट्रीट वेंडर्स) वालों के लिए ही लॉन्च की गई है। इसके तहत रेहड़ी पटरी वालों को 10 हजार का लोन मिलेगा। ऐसे में पीएम मोदी का कहना है कि इस योजना का उद्देश्य सिर्फ कर्ज देना नहीं है, बल्कि रेहड़ी-पटरी वालों के समग्र विकास और आर्थिक उत्थान के परिप्रेक्ष्य में देखा जाना चाहिए।
इस योजना में अहम बात ये है कि इसके तहत कर्ज लेने के लिए कोई गारंटी देने की जरूरत नहीं है। रेहड़ी-पटरी वालों को यह कर्ज एक साल में मासिक किस्तों में देना होगा। कर्ज समय पर चुकाने वाले लोगों को 7 प्रतिशत सालाना की ब्याज सब्सिडी भी मिलेगी। इसके साथ में 1200 रुपये तक की कैशबैक की भी सुविधा मिलती है।