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कोविड 19 की नई दवा: ये कंपनी कर रही मार्केट में लाने की तैयारी, फेज 1 सफल
कोरोना वैक्सीन के तमाम दावों के बीच फार्मास्युटिकल फर्म पीएनबी वेस्पर लाइफ साइंसेस ने कोरोना के मरीजों के इलाज में मददगार एक नई दवा बना ली है।
नई दिल्ली: जानलेवा कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तांडव मचा रखा है। अब तक इस वायरस की वजह से लाखों लोग काल की गाल में समा चुके हैं। इतने महीने बीत जाने के बाद भी अभी तक इस वायरस का तोड़ नहीं निकल पाया है। ऐसे में कोरोना वैक्सीन ही आखिरी उम्मीद के रूप में नजर आ रही है। हालांकि कोरोना वैक्सीन के तमाम दावों के बीच फार्मास्युटिकल फर्म पीएनबी वेस्पर लाइफ साइंसेस ने कोरोना के मरीजों के इलाज में मददगार एक नई दवा बना ली है।
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दरअसल, कोच्चि की कंपनी वेस्पर लाइफ की इस नई कोरोना की दवा के परीक्षण के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी के बाद अब कंपनी दूसरे दौर के परीक्षण में मरीजों पर दवा GPP-Baladol का ट्रायल करेगी। सबसे बड़ी बात ये है कि यह दुनिया में पहली ऐसी कंपनी बन गई है, जो इस तरह का परीक्षण एक नये रासायनिक तत्व के साथ कर रही है।
इसलिए बनाया गया था PNB-001
पीएनबी वेस्पर लाइफ साइंसेस के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि 15 साल पुरानी कंपनी ने छह नए रासायनिक तत्वों को बनाया है। इनमें एक सबसे नया PNB-001 का कोरोनो वायरस के मरीजों के इलाज में ट्रायल किया जाएगा। कंपनी के सीईओ ने बताया कि पीएनबी-001 को शुरू में फेफड़े के कैंसर के लिए बनाया गया था। उन्होंने कहा कि कंपनी को दूसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल के लिए सेंट्रल लाइसेंसिंग अथॉरिटी से परमिशन मिल गयी है। बता दें कि कंपनी की लैबोरेटरीज ब्रिटेन में हैं।
गौरतलब है कि PNB वेस्पर कोरोना के इलाज के लिए नए मॉलेक्यूल का क्लीनिकल ट्रायल शुरू करने वाली दुनिया की पहली कंपनी बन गई है। कंपनी का सीईओ पीएन बालाराम बालाराम के पास 100 फीसदी मालिकाना हक है। साथ ही छह अमेरिकी, ब्रिटिश और जर्मन रिसर्च पार्टनर हैं, जो अक्टूबर से कोच्चि कार्यालय में काम शुरू कर देंगे। पीएनबी001 का अमेरिका, यूरोप और भारत समेत कई एशियाई देशों में साल 2036 तक पेटेंट है। यह ट्रायल पुणे के बीएमजे मेडिकल कॉलेज में 40 कोरोना संक्रमित मरीजों पर किया जाएगा।
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378 रोगियों पर होगा ट्रायल
कंपनी के सीईओ बालाराम ने कहा कि पहले चरण का क्लीनिकल ट्रायल फरवरी में लंबादा मेडिकल रिसर्च की ओर से अहमदाबाद में 78 रोगियों पर किया गया था। उन्होंने कहा कि पीएनबी-001 एस्पिरिन की तुलना में 20 गुना ज्यादा असरदार है। साथ ही इसका रोगियों पर कोई साइड इफेक्ट भी दिखाई नहीं दिया है। अगर दूसरे चरण का ट्रायल सफल रहा तो कंपनी नई दिल्ली व लखनऊ के एम्स समेत मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई और पुणे के कुछ अस्पतालों में 378 रोगियों पर तीसरे चरण का ट्रायल करेगी।
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