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आर्मी का सामान बनाने वाली फैक्ट्री से खतरनाक नक्सली गिरफ्तार, दर्ज हैं कई मुकदमें

गुड्डू सिंह ने पुलिस से बचने के लिए गुजरात के वापी में कुसुमनगर कॉर्पोरेट कंपनी में सबसे पहले काम करना शुरू किया। इसके बाद इसने कपड़ों की गुणवत्ता की देखभाल करने का काम सीखा।

Aditya Mishra
Published on: 4 Jan 2021 11:50 AM GMT
आर्मी का सामान बनाने वाली फैक्ट्री से खतरनाक नक्सली गिरफ्तार, दर्ज हैं कई मुकदमें
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मध्य प्रदेश के जिस इलाके में सड़क निर्माण का काम चल रहा है। वहां पिछले कई महीनों से नक्सली सक्रिय हैं। उन्होंने पहले भी दहशत फैलाने का काम किया था।

भरूच:सूरत जिले के मांगरोल में डिफेन्स से जुड़े सामान बनाने वाली फैक्ट्री से एक नक्सली को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

बताया जा रहा है कि वह आर्मी के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट, हेलमेट, पैराशूट आदि का कपड़ा बनाने बाली फैक्ट्री में पिछले तीन साल से पहचान छुपाकर काम कर रहा था। गिरफ्तार किया गया ये शख्स कम्पनी में बुलेटप्रूफ जैकेट के कपड़े की गुणवत्ता बनाए रखने वाले ऑपरेटर के रूप में काम करता था।

वह मूल रूप से झारखंड का रहने वाला है। उसकी गिरफ्तारी के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। इसके साथ ही अब देश की सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा से सम्बंधित सवाल खड़े हो रहे हैं।

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Police आर्मी का सामान बनाने वाली फैक्ट्री से खतरनाक नक्सली गिरफ्तार, दर्ज हैं कई मुकदमें(फोटो: सोशल मीडिया)

जांच करने के बाद पता चला है कि गुड्डू सिंह के ऊपर झारखंड के नोडीदा बाजार पुलिस स्टेशन में बम धमाका करने, हथियार रखने और हत्या करने जैसे गंभीर मामलों में 6 मुकदमें पंजीकृत हैं।

गुड्डू सिंह साल 2013 में गुजरात आया था। काफी समय से उसकी तलाश झारखंड पुलिस को थी। वह पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहा था।

गुड्डू सिंह ने पुलिस से बचने के लिए गुजरात के वापी में कुसुमनगर कॉर्पोरेट कंपनी में सबसे पहले काम करना शुरू किया। इसके बाद इसने कपड़ों की गुणवत्ता की देखभाल करने का काम सीखा। उसके बाद फिर ये मांगरोल आ गया।

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indian forces आर्मी का सामान बनाने वाली फैक्ट्री से खतरनाक नक्सली गिरफ्तार, दर्ज हैं कई मुकदमें(फोटो: सोशल मीडिया)

पुलिस स्टेशन के नजदीक एक मकान में परिवार के साथ छिपकर रहता नक्सली

यही पर उसने अपने छिपने और खाने पीने के लिए नया ठिकाना खोज लिया। वह डिफेंस के लिए कपड़े बनाने वाली कंपनी में नौकरी करने लगा।

जांच में ये भी मालूम पड़ा है कि 36 साल का गुड्डू अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ कोसंबा के पुलिस स्टेशन के पास ही रहता है।

अपनी पहचान छुपाने के लिए गुड्डू ने गुजरात का नकली आधार कार्ड भी बनवा लिया था। जिस पर इसने अपना नाम परिमल प्रताप सिंह दर्ज करवाया हुआ है।

इसी के आधार पर गुड्डू अलग-अलग कंनियों में काम करता रहा। पुलिस अब उसके साथ सख्ती से पूछताछ कर रही है।

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Aditya Mishra

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