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चीन ने चली बड़ी चाल: इस इलाके में बना लिए सैन्य शिविर, ऐसे हुआ खुलासा

चीन डोकलाम विवाद के बाद से ही एलएसी के पास अपने निचले इलाकों में सैन्य शिविर का निर्माण कर रहा है। एलएसी के आसपास स्थानीय नागरिकों ने ऐसे 20 से ज्यादा देखें हैं।

Newstrack
Published on: 8 Dec 2020 5:53 PM GMT
चीन ने चली बड़ी चाल: इस इलाके में बना लिए सैन्य शिविर, ऐसे हुआ खुलासा
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एलएसी के पास अपने निचले इलाकों में सैन्य शिविर का निर्माण कर रहा है। एलएसी के आसपास स्थानीय नागरिकों ने ऐसे 20 से ज्यादा देखें हैं।

नई दिल्ली: एलएसी पर भारत और चीन के बीच तनाव बरकरार है। दोनों देशों के बीच गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद तनाव चरम पर पहुंच गया है। इसके बाद से चीन लगातार भारत के खिलाफ साजिश रच रहा है। लेकिन हर चाल में ड्रैगन को भारत ने नाकाम कर दिया है।

इस तनाव के कारण कड़ाके की ठंड में भी 18 हजार फीट की ऊंचाई पर दोनों देशों की सेनाओं डटी हुईं हैं। चीन युद्ध तैयारियों में लगा हुआ है और किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारी कर रहा है।

एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन डोकलाम विवाद के बाद से ही एलएसी के पास अपने निचले इलाकों में सैन्य शिविर का निर्माण कर रहा है। एलएसी के आसपास स्थानीय नागरिकों ने ऐसे 20 से ज्यादा देखें हैं। इन शिविरों के बनने से चीनी सेना को यह लाभ है कि वह अपने इलाके में ज्यादा बेहतर तरीके से गश्त कर सकेगी। किसी भी तनाव की स्थिति में चीनी सेना आसानी मूवमेंट कर सकेगी।

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China

भूटान के क्षेत्र में चीनी सेना निर्माण कार्य कर रही थी, जिसे 2017 में भारत ने रोक दिया। इसके बाद भारत और चीन की सेना के तनाव बढ़ गया था। इस निर्माण के बाद चीन भारत के उस रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हिस्से के बेहद पास आ जाता। जिसे चिकन नेक कहा जाता है जो भारत के मुख्य हिस्से और उत्तर पूर्वी क्षेत्र को आपस में जोड़ने का काम करता है। इस हिस्से पर अगर चीन नियंत्रण कर लेता तो भारत के लिए उत्तर पूर्व से जमीनी संपर्क टूट जाएगा।

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चीन और पाकिस्तान का युद्धाभ्यास

चीन और पाकिस्तान की सेना युद्धाभ्यास करने जा रही है। चीन सेना ने कहा कि इस युद्धाभ्यास का लक्ष्य दोनों देशों की वायु सेनाओं को वास्तविक युद्ध के लिए प्रशिक्षण देना है। पाकिस्तान और चीनी वायुसेना मिलकर यह युद्धाभ्यास करने जा रहे हैं। इस युद्धाभ्यास का नाम शाहीन-9 है। इसके लिए चीन ने गुजरात सीमा के नजदीक लड़ाकू विमान भेजे हैं। चीनी सेना का एयर फोर्स दस्ता सोमवार को युद्धाभ्यास में शामिल होने के लिए सिंध के भोलारी एयरबेस पर पहुंच चुका है।

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