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आलू देगा तगड़ा झटका: महंगी होने वाली हैं सब्जियां, कीमतों में होगी ताबड़तोड़ बढ़ोतरी

महासचिव आमिर चौधरी कहते हैं कि, चंबल फर्टिलाइजर के आलू का बीज पिछले साल हमने 30 रुपये किलो की दर पर खरीदा था। इस साल उसने 56 रुपये का रेट रखा है।

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Published on: 3 Nov 2020 4:59 PM IST
आलू देगा तगड़ा झटका: महंगी होने वाली हैं सब्जियां, कीमतों में होगी ताबड़तोड़ बढ़ोतरी
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आलू देगा तगड़ा झटका: महंगी होने वाली हैं सब्जियां, कीमतों में होगी ताबड़तोड़ बढ़ोतरी (Photo by social media)

नई दिल्ली: आज-कल दिन पर दिन सारी सब्जियां महंगी होती जा रही है। इन सबका असर आम-आदमी और किसान पर पड़ रहा है। अब खबर आ रही है कि सरकार ने आलू के बीज का सरकारी रेट ही दोगुना कर दिया है। आलू के महंगे बीज की वजह से आलू मंहगा होने वाला है। आपको बता दें, सरकार खुद इस साल 35 रुपये किलो के रेट पर बीज बेच रही है। वहीं पिछले साल इसका रेट 12 से 18 रुपये किलो तक ही था।

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इसपर किसानों का कहना है कि 'जब सरकार ही दोगुना रेट पर किसानों को बीज बेच रही है तो फिर निजी कंपनियां एक कदम आगे बढ़कर मुनाफा क्यों नहीं कमाएंगी? बहुत से किसान प्राइवेट एरिया से 60 रुपये किलो तक बीज खरीदकर बुआई कर रहे हैं। वहीं इसपर आलू उत्पादक किसान समिति आगरा मंडल के महासचिव आमिर चौधरी कहते हैं कि 'इसके बीज का रेट क्वालिटी पर तय होता है। सरकार 18 रुपये वाला बीज 35 रुपये के रेट पर बेच रही है।'

65000 रुपये प्रति एकड़ लागत बढ़ गई है

महासचिव आमिर चौधरी कहते हैं कि, चंबल फर्टिलाइजर के आलू का बीज पिछले साल हमने 30 रुपये किलो की दर पर खरीदा था। इस साल उसने 56 रुपये का रेट रखा है। एक एकड़ में 22 से 25 क्विंटल बीज लगता है। पिछले साल प्रति एकड़ 75,000 रुपये का बीज लगा था जो इस साल बढ़कर 1 लाख 40 हजार रुपये हो गया है। यानी 65000 रुपये प्रति एकड़ लागत बढ़ गई है। ऐसे में अगले साल भी आलू का रेट कम नहीं होगा क्योंकि महंगाई की वजह से इस साल बुआई कम होने का अनुमान है।

उन्होंने आगे कहा कि, ''सिर्फ बीज ही नहीं बल्कि डीजल और खाद का रेट भी काफी बढ़ गया है। पिछले साल के मुकाबले 18-20 रुपये प्रति लीटर डीजल का रेट बढ़ गया है। खाद और कीटनाशकों के दाम में भी आग लगी हुई है। ऐसे में आलू पैदा करने की लागत प्रति किलो 12 रुपये से बढ़कर इस बार 16 रुपये किलो तक पहुंच जाएगी। वो भी तब जब कोई प्राकृतिक आपदा न हो। वो आगे कहते हैं कि वो खुद 40 एकड़ में आलू पैदा करते हैं, जिसके लिए करीब 1000 क्विंटल बीज लगेगा। अब समझ लीजिए कि कितना बोझ बढ़ गया है।''

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किसान शक्ति संघ के अध्यक्ष चौधरी पुष्पेंद्र सिंह ने सरकार से की मांग

किसान शक्ति संघ के अध्यक्ष चौधरी पुष्पेंद्र सिंह ने सरकार से आलू का बीज 50 फीसदी सब्सिडी पर उपलब्ध करवाने की मांग की है। आलू की महंगाई पर उनका कहना है कि ''पिछले साल के मुकाबले डीजल, खाद, बिजली और बुआई के बढ़े रेट की मार से किसान पहले ही काफी परेशान है। ऐसे में उसे आलू उत्पादक किसानों की मदद के लिए हाथ बढ़ाना चाहिए। इसके साथ ही कम से कम 20 रुपये किलो की दर पर इसकी MSP बलपूर्वक की जाए। वरना वो दिन दूर नहीं जब हमें सब्जियों के राजा आलू को आयात करना पड़ेगा। अभी तो अपनी घरेलू डिमांड का पूरा आलू हम खुद पैदा कर रहे हैं।''

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