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प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 12.79 करोड़ लोगों को दिया गया मुफ्त राशन
लॉकडाउन के मद्देनजर केंद्र सरकार द्वारा जारी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज से प्रदेश में पात्र लाभार्थियों को खाद्दान्न वितरण किया जा रहा है। लोगों में सरकार की इस पहल को लेकर काफी उत्साह दिख रहा है।
नई दिल्ली: लॉकडाउन के मद्देनजर केंद्र सरकार द्वारा जारी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज से प्रदेश में पात्र लाभार्थियों को खाद्दान्न वितरण किया जा रहा है। लोगों में सरकार की इस पहल को लेकर काफी उत्साह दिख रहा है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार खाद्य विभाग द्वारा कुल 3.55 करोड़ लाभार्थियों में से 8.75 लाख परिवारों के 34.21 लाख लोगों को लगभग 17107 मीट्रिक टन निशुल्क चावल वितरण किया गया।
प्रधानमंत्री ग़रीब कल्याण अन्न योजना के तहत निशुल्क वितरण शुरू हो गया। जिसमें सभी कार्डधारकों को उनके राशन कार्ड में दर्ज सदस्यों के आधार पर प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल नि:शुल्क दिया जा रहा है।
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3.06 करोड़ कार्डधारकों लोगों को राशन
3.55 करोड़ लाभार्थियों को निशुल्क वितरण सम्बंधी संदेश भेजे गए है। अब तक दूसरे चरण में प्रधानमंत्री ग़रीब कल्याण अन्न योजना के तहत 3.06 करोड़ कार्डधारकों के 12.79 करोड़ लोगों को 6.4 लाख मीट्रिक टन राशन (चावल) दिया जा चुका है।
अब तक कुल लक्ष्य का 90 प्रतिशत वितरण रहा।करोना की विषम परिस्थितियों को ध्यान में रखकर अब तक क़रीब 2.64 लाख नए राशन कार्ड बनाए गए ताकि मजदूर/नरेगा श्रमिक तथा अन्य ज़रूरतमंद को राशन मिल सके।
इन सबको भी राशन 15 अप्रैल से मिल रहा है। कोई भी लाभार्थी केवल अपना राशन कार्ड संख्या बताकर किसी भी उचित दर दुकान से निशुल्क राशन (चावल) ले सकता है।
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जो लोग किसी योजना से नहीं जुड़े हैं, उन्हें भी दी जाएगी मदद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशेष रुप से निर्देशित किया है कि जो लोग किसी भी योजना से जुड़े नहीं है उन्हें भी एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता और खाद्दान्न दिया जायेगा।मुख्यमंत्री के इसी निर्देश के तहत सभी लोगों तक अन्न पहुंचाया जा रहा है।
इधर उतर प्रदेश शासन में करोना से अप्रभावित ज़िलों में सीमित आर्थिक गतिविधियां शुरु करा दी हैं। मुख्यमंत्री का महात्वाकांक्षी कार्यक्रम एक जनपद एक उत्पाद को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
प्रदेश में जहां एक ओर करोना संक्रमण को देखते हुए लाकडाउन का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है वहीं दूसरी ओर आर्थिक गतिविधियों को भी शुरु कर दिया गया है।
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