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प्रिंस चार्ल्स पहुंचे भारत! राष्ट्रपति कोविंद से की मुलाकात, गुरुद्वारे में की सेवा

इसके साथ ही इससे पहले प्रिंस चार्ल्स ने भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का दौरा किया। इस यात्रा के दौरान भारत-ब्रिटेन के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने, जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों और बाजार संबंधित मुद्दों पर बातचीत की। इस के साथ उन्होंने बांग्ला साहिब गुरुद्वारे भी गए और लंगर के लिए चपाती बनाने में भी मदद की।

Aditya Mishra
Published on: 13 Nov 2019 5:55 AM GMT
प्रिंस चार्ल्स पहुंचे भारत! राष्ट्रपति कोविंद से की मुलाकात, गुरुद्वारे में की सेवा
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नई दिल्ली: ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स दो दिवसीय यात्रा पर बुधवार को भारत आ गये हैं। उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात किया, जिसमें वह जलवायु परिवर्तन और स्थायी वित्तीय व्यवस्था जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे।

इसके साथ ही इससे पहले प्रिंस चार्ल्स ने भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का दौरा किया। इस यात्रा के दौरान भारत-ब्रिटेन के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने, जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों और बाजार संबंधित मुद्दों पर बातचीत की। इस के साथ उन्होंने बांग्ला साहिब गुरुद्वारे भी गए और लंगर के लिए चपाती बनाने में भी मदद की।

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि प्रिंस चार्ल्स ने विभाग के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र में करीब 45 मिनट बिताए। यह केंद्र मौसम के पूर्वानुमान का मुख्य केंद्र है। उन्हें बताया गया कि किस तरह राडार, उपग्रह और डोप्लर राडार की मदद से चक्रवात के बारे में अनुमान जताया जाता है।

महापात्रा ने बताया कि आगंतुकों ने चक्रवात ‘बुलबुल’ के बारे में पूछा, जो पिछले सप्ताह पश्चिम बंगाल में आया था। आईएमडी के डीजी ने कहा, ‘‘हमने उन्हें बताया कि आईएमडी पड़ोसी देशों के भी मौसम के पूर्वानुमान मुहैया कराता है।’’ इसके बाद उन्होंने बांग्ला साहिब गुरुद्वारे में दर्शन भी किए।

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने उन्हें एक कृपाण भेंट की। उन्होंने गुरुद्वारे की रसोई में सेवा भी की और लंगर के लिए चपाती बनाने में मदद की। प्रिंस चार्ल्स बुधवार को भारत की दो दिन की यात्रा पर आए हैं। यह भारत की उनकी 10वीं यात्रा है। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी भेंट की।

बताया जा रहा है कि प्रिंस चार्ल्स गुरुवार को अपना 71वां जन्मदिन मनाएंगे। यह प्रिंस ऑफ वेल्स की भारत की 10वीं आधिकारिक यात्रा है। इस दौरान वे ब्रिटेन में सिख समुदाय के योगदान को चिह्नित करने के लिए गुरु नानकदेव की 550 वीं जयंती के अवसर पर गुरुद्वारा भी जाएंगे।

ब्रिटिश उच्चायोग ने कहा...

भारत में ब्रिटिश उच्चायोग ने एक बयान में कहा कि प्रिंस चार्ल्स राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रपति कोविंद के साथ द्विपक्षीय बैठक सहित विभिन्न कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इस बयान में यह भी कहा गया कि वह सामाजिक विकास के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान के लिए एक भारतीय विजेता को राष्ट्रमंडल कॉमनवेल्थ 'प्वॉइंट्स ऑफ लाइट' पुरस्कार भी प्रदान करेंगे।

इसके अलावा वह गुरु नानक की 550 वीं जयंती के अवसर पर गुरुद्वारा भी जाएंगे। ब्रिटिश उच्चायोग ने यहां एक बयान में कहा, यह प्रिंस ऑफ वेल्स की 10वीं आधिकारिक यात्रा होगी।

इस यात्रा से ब्रिटेन-भारत के मजबूत संबंधों को और मजबूती मिलेगी। बैठक में सतत विकास और जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों पर ध्यान दिया जाएगा।

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सैन्य कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे

इस दौरान प्रिंस चार्ल्स प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में भारत, ब्रिटेन और पूरे राष्ट्रमंडल के सैनिकों के बलिदान को याद करने के लिए एक सैन्य कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। वह प्रभावशाली भारतीय व्यापारियों के साथ स्थायी बाजारों पर उनकी सलाह और निवेश के लिए एक चर्चा में भाग लेंगे।

डोमिनिक एस्किवथ ने दौरे को लेकर क्या कहा

भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त सर डोमिनिक एस्कि्वथ ने कहा,'मैं प्रिंस चार्ल्स के स्वागत के लिए तैयार हूं। प्रिंस चार्ल्स इस बात का गवाह होंगे कि कैसे भारत प्राकृतिक आपदाओं का जवाब देने के लिए इनोवेशन का उपयोग करता है और कैसे इसकी स्वच्छ तकनीक जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने में मदद कर रही है।

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2017 में आए थे भारत

इससे पहले 2017 में प्रिंस चार्ल्स अपनी पत्नी कैमिला के साथ संयुक्त अधिकारीक दौरे पर भारत आए थे। इससे पहले प्रिंस चार्ल्स के बड़े बेटे प्रिंस विलियम और पत्नी केट मिडलटन 14 से 18 अक्टूबर तक पड़ोसी देश पाकिस्तान के दौरे पर गए थे।

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Aditya Mishra

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