Punjab: पंजाब कांग्रेस के नेताओं को INDIA में आप मंजूर नहीं, बेंगलुरु बैठक के बाद विपक्षी गठबंधन में छिड़ा घमासान

Punjab Politics:पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने INDIA में आम आदमी पार्टी को शामिल किए जाने के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने खुलकर कहा है कि विपक्षी गठबंधन में आप को शामिल किया जाना उन्हें किसी भी सूरत में मंजूर नहीं है।

Anshuman Tiwari
Published on: 21 July 2023 5:06 AM GMT (Updated on: 21 July 2023 5:20 AM GMT)
Punjab: पंजाब कांग्रेस के नेताओं को INDIA में आप मंजूर नहीं, बेंगलुरु बैठक के बाद विपक्षी गठबंधन में छिड़ा घमासान
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AAP in Punjab (photo: social media )

Punjab Politics: बेंगलुरु में हाल में हुई 26 विपक्षी दलों की बैठक के दौरान गठबंधन का नाम INDIA रखे जाने पर सहमति बनी थी और इसमें आम आदमी पार्टी को भी शामिल किया गया था। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक में भी हिस्सा लिया था। अब पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने INDIA में आम आदमी पार्टी को शामिल किए जाने के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने खुलकर कहा है कि विपक्षी गठबंधन में आप को शामिल किया जाना उन्हें किसी भी सूरत में मंजूर नहीं है।

पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी को जबरन जेल में डाला गया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस और आप के बीच समझौता नहीं हो सकता क्योंकि पार्टी विभिन्न मुद्दों पर आप सरकार के खिलाफ संघर्ष कर रही है। पंजाब कांग्रेस के नेताओं के इस तेवर से साफ हो गया है कि विपक्षी गठबंधन में घमासान छिड़ गया है।

पंजाब में आप का साथ मंजूर नहीं

पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह वारिंग ने INDIA में आम आदमी पार्टी को शामिल किए जाने के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब में आप सरकार की ओर से कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी को गिरफ्तार किए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें जबरन जेल में डाला गया है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में जिस तरह हमारी पार्टी के नेताओं को निशाना बनाकर जेलों में डाला गया है,वह बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। हमारे नेता पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी को बीमार होने के बावजूद गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया गया।
पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि राज्य में हम विभिन्न मुद्दों पर आप सरकार से लड़ाई लड़ रहे हैं। ऐसी स्थिति में पंजाब में किसी भी सूरत में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच कोई समझौता नहीं हो सकता। हमें पंजाब में विपक्षी गठबंधन में आप का साथ किसी भी सूरत में मंजूर नहीं है।

बाजवा ने भी किया विरोध

कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी वारिंग की बातों का समर्थन किया है। बाजवा ने कहा कि एनडीए के खिलाफ उन्हें विपक्ष के गठबंधन पर कोई आपत्ति नहीं है मगर इसमें आम आदमी पार्टी को नहीं शामिल किया जाना चाहिए। बाजवा ने कहा कि दिल्ली अध्यादेश के संबंध में कांग्रेस ने भाजपा का विरोध किया है मगर हमने आम आदमी पार्टी के साथ कोई राजनीतिक गठबंधन नहीं किया है।

उन्होंने कहा कि हम आप और इस पार्टी के नेताओं के पूरी तरह खिलाफ हैं। लिहाजा पंजाब में आप के साथ किसी भी प्रकार का गठबंधन नहीं किया जाना चाहिए। पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के इस बयान से साफ हो गया है कि राज्य में आप और कांग्रेस के बीच आने वाले दिनों में तनातनी और बढ़ सकती है।

गठबंधन के बाद भाजपा ने पूछा सवाल

इस बीच पंजाब के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कांग्रेस को लेकर तंज भी कसा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह राज्य में सत्तारूढ़ सरकार की विपक्षी पार्टी है। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से सवाल किया कि उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच समझौते के बाद अब हमें कांग्रेस को सरकारी पार्टी कहना चाहिए या विपक्षी पार्टी।

दूसरी ओर शिरोमणी अकाली दल के मुखिया सुखबीर बादल ने INDIA को कठपुतली शो बताया है। उन्होंने कहा कि अब पंजाब में आप और कांग्रेस कठपुतली शो करेंगे और इसकी डोर दिल्ली में बैठे नेताओं की ओर से खींची जाएगी। उन्होंने कहा कि अब इस गठबंधन की ओर से पंजाब को अपमानित करने का काम किया जाएगा। आप और कांग्रेस नेता देश में अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी का महिमामंडन करने की कोशिश करेंगे।

बाजवा की मान्यता रद्द करने की मांग

इस बीच अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया ने पंजाब विधानसभा के स्पीकर को चिट्ठी लिखी है। इससे चिट्ठी में उन्होंने लिखा है कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो गया है और ऐसी स्थिति में कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा की विपक्ष के नेता के रूप में मान्यता खत्म की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की कि पंजाब विधानसभा में कांग्रेस सदस्यों की सीट सत्तापक्ष की ओर स्थानांतरित की जानी चाहिए।

Anshuman Tiwari

Anshuman Tiwari

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