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राहुल गांधी ने सरकार को किया धन्यवाद, जानिए क्या है मामला
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना महामारी के बीच भारतीय कंपनियों को अवसरवादी अधिग्रहणों से बचाने की अपनी चेतावनी का संज्ञान लेने और इसके लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश एफडीआई नीति में संशोधन करने के लिए शनिवार को सरकार को ट्वीट के जरिए धन्यवाद किया। इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि देश में आर्थिक सुस्ती से भारतीय कॉरपारेट कंपनियां काफी कमजोर हुई हैं
नई दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना महामारी के बीच भारतीय कंपनियों को अवसरवादी अधिग्रहणों से बचाने की अपनी चेतावनी का संज्ञान लेने और इसके लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश एफडीआई नीति में संशोधन करने के लिए शनिवार को सरकार को ट्वीट के जरिए धन्यवाद किया। इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि देश में आर्थिक सुस्ती से भारतीय कॉरपारेट कंपनियां काफी कमजोर हुई हैं और टेकओवर के लिए दूसरे देशों के निशाने पर हैं। सरकार को इसकी इजाजत नहीं देनी चाहिए कि कोई विदेशी कंपनी इस संकट के दौर में किसी भारतीय कंपनी पर अधिकार हासिल कर लें।
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12 अप्रैल को राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को आगाह करते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'देश भयंकर मंदी की चपेट में है। इस वजह से कई भारतीय कंपनियां कमजोर हुई है ऐसे में डर है कि विदेशी कंपनी इसका फायदा उठाते हुए कंपनी को टेकओवर कर लें। भारत सरकार को इस दिशा में प्रयास करते हुए विदेशी ताकतों को भारतीय कंपनियों के अधिग्रहण से रोकना चाहिए।
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क्या है मामला
सरकार ने कोविड-19 महामारी के बीच अनुकूल मौका देखते हुये घरेलू कंपनियों के अधिग्रहण की किसी भी कोशिश पर रोक लगाने के लिए भारत के साथ जमीनी सीमा साझा करने वाले देशों से आने वाले विदेशी निवेश के लिये सरकारी मंजूरी को शनिवार को अनिवार्य बना दिया। दरअसल, कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन है। कोई भी कंपनी पूरी ताकत के साथ काम नहीं कर रही है, इसलिए उनका आर्थिक नुकसान हो रहा है। वो कोई फायदा कमा नहीं पा रही है। इस वजह से बाजार में कंपनी की कीमत कम हो रही है। दूसरे शब्दों में कहें तो उसकी मार्केट वैल्यू गिर गई है। ऐसे में ओपन मार्केट से शेयर खरीद कर विदेशी कंपनियां भारतीय कंपनी का अधिग्रहण कर सकती है. यानी कि कंट्रोल अपने हाथों में ले सकती है।