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Ramnavami Riots 2023: गुजरात, बंगाल और बिहार में बवाल, सासाराम में पत्थरबाजी-आगजनी के बाद धारा-144 लागू
Ramnavami Riots 2023: बुधावर देर रात से गुरूवार तक विभिन्न इलाकों से हिंसा, आगजनी, उपद्रव, तोड़फोड़ और झड़प की खबरें आती रहीं।
Ramnavami Riots 2023: बीते साल की तरह इस वर्ष भी रामनवमी के मौके पर देश के कुछ हिस्सों में अशांति देखने को मिली। बुधावर देर रात से गुरूवार तक विभिन्न इलाकों से हिंसा, आगजनी, उपद्रव, तोड़फोड़ और झड़प की खबरें आती रहीं। महाराष्ट्र, गुजरात से लेकर यूपी, बंगाल तक में हिंसा का दौर देखने को मिला। कई जगहों पर दो समुदाय के लोग सीधे आमन-सामने हो गए। उपद्रवी तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की हर संभव कोशिश की। रामनवमी बीतने के बाद अब पुलिस ऐसे अपराधी तत्वों के धरपकड़ में लगी हुई है।
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जिन – जिन राज्यों में हिंसा और तनाव का माहौल देखने को मिला है, वहां आरोपियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई शुरू हो गई है। विभिन्न राज्यों में 100 से अधिक लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। वहीं, हिंसाग्रस्त इलाकों में अभी भी टेंशन है, लिहाजा पुलिस की भारी तैनाती की गई है। फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं।
सासाराम में बवाल के बाद लगा धारा- 144
बिहार के सासाराम में रामनवमी के मौके पर दो पक्ष आमने-सामने आ गए। इस दौरान विवाद बढ़ा। पत्थरबाजी और वाहनों में तोड़फोड़ के अलावा कई झोपड़ीनुमा दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। जिले के गोला बाजार की तरफ जाने वाली सड़कें ईंट-पत्थरों से पटी हुई हैं। इलाके में तनाव का माहौल है, जिसके मद्देनजर धारा-144 लागू कर दी गई है।
मुंबई में सैंकड़ों अज्ञात लोगों पर केस दर्ज
रामनवमी पर हिंसा को लेकर इस बार महाराष्ट्र देश में सुर्खियों में छाया रहा है। रामनवमी से ठीक पहली रात को छत्रपति संभाजीनगर में एक राम मंदिर के बार दो समुदाय के लोग आमने-सामने हो गए। इसके बाद तो वह इलाका युद्धक्षेत्र में तब्दील हो गया। पत्थर, लाठी-डंडे से लेकर जमकर बमबाजी भी हुई। पुलिस की कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। कड़ी मशक्कत के बाद स्थिति नियंत्रण में आई और अगली सुबह भारी सुरक्षा बंदोबस्त के साथ शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान पुलिस ड्रोन के जरिए पूरे रूट की निगरानी कर रही थी।
महाराष्ट्र में यह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि राजधानी मुंबई में दो गुट आमने-सामने आ गए। मलाड इलाके में एक तरफ जहां रामनवमी के मौके पर निकला जुलूस था, वहीं दूसरी तरफ रमजान के महीने में लोगों का भारी हुजूम खड़ा था। दोनों गुट जैसे ही एक दूसरे के आमने-सामने हुए नारेबाजी शुरू हो गई। लोगों का जोश अचानक आक्रोश में बदलने लगा। भीड़ को बेकाबू होते देख पुलिस फौरन हरकत में आई और बल प्रयोग कर उन्हें तितर-बितर किया।
इसके कारण इलाके में अफरातफरी का माहौल रहा। ये घटना मलाड के मालवानी इलाके में हुई जो कि एक मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है। तनाव को देखते हुए इलाके में पुलिसफोर्स की भारी तैनाती की गई है। बीजेपी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि दूसरे पक्ष ने उनपर समान फेंक कर हमला किया, जिसे जुलूस में शामिल लोगों का काफी चोटें आई हैं। नाराज सत्तारूढ़ बीजेपी के कार्यकर्ता मालवानी थाने के बाहर धरने पर बैठ गए। पुलिस ने इस मामले में कड़ा एक्शन लेते हुए 300 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया है।
गुजरात में शोभायात्रा पर पत्थरबाजी
गुजरात के वडोदरा शहर के कुंभारवाडा इलाके में गुरूवार देर शाम उस वक्त माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब रास्ते से गुजर रहे शोभायात्रा पर कुछ अराजक तत्वों ने पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। इससे पहले दोपहर 2 बजे शहर के एक अन्य इलाके में पथराव की घटना हो चुकी थी। शहर के फतेहपुरा इलाके में दंगाईयों ने जमकर उत्पात मचाते हुए गाड़ियों में तोड़फोड़ की थी। घटना के बाद इलाके की दुकानें बंद कर दी गईं।
घटना के बाद पुलिस एक्शन में आई और संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लैग मार्च किया। देर रात तक उपद्रवी तत्वों की धरपकड़ जारी रही। जानकारी के मुताबिक, अब तक इस मामले में 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पूरे इलाके में गन फायर भी किया गया ताकि छतों पर छिपे उपद्रवियों पर नकेल कसी जा सके।
बंगाल में अब तक 36 लोग अरेस्ट
रामनवमी के मौके पर पश्चिम बंगाल के दौर शहर हिंसा की आग में सुलग उठे। सबसे पहली हिंसा हावड़ा में भड़की। आरोप है कि हावड़ा के शिबपुर क्षेत्र से जब शोभायात्रा गुजर रही थी तब उस पर पत्थरबाजी की गई। सड़क किनारे बने घरों से जुलूस के ऊपर पथराव किया गया। आरोप है कि ये सब होने के दौरान पुलिस वहां मौजूद थी लेकिन शिकायत के बावजूद उसने कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके कारण दो गुट सीधे आमने-सामने हो गए। इलाके में जबरदस्त आगजनी और हिंसा को देखऩे को मिली। पुलिस ने अभी तक हावाड़ा में हिंसा करने के मामले में 36 लोगों को गिरफ्तार किया है।
वहीं, पश्चिम बंगाल के एक अन्य शहर उत्तर दिनाजपुर के डालखोला इलाके में हिंसा भड़क उठी। मुस्लिम बाहुल्य इस इलाके में जमकर उपद्रव हुआ। जिले के एसपी तक घायल हो गए। रामनवमी के दौरान निकले जुलूस को लेकर दो समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए। इस हिंसा में एक शख्स की मौत हो गई, जबकि कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसा के लिए हिंदू समुदाय को जिम्मेदार ठहराया है।