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महिला अपराध को मिलकर रोकें! पुलिस पर न रहें निर्भर, ये लोग उठाएं जिम्मेदारी
लिहाज़ा, सामाजिक दायित्वों के प्रति भी वे सजग रहें। आसपास की घटनाओं के प्रति जागरुक रहें। डीजीपी एम.वी. राव की मानें तो अन्य ज़िलों में भी इस तरह की कक्षा लेने की योजना पर काम किया जा रहा है। बच्चों को जागरुक कर आने वाले भविष्य को संवारा जाएगा।
रांची: उत्तरप्रदेश के हाथरस में दलित युवती के साथ गैंगरेप और हत्या की वारदात ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। झारखंड की बेटियां भी महफ़ूज़ नहीं हैं। बीते दिनों ही दुमका में पांचवी क्लास की छात्रा को शिकार बनाया गया। राजधानी रांची में ऑटो ड्राईवर ने युवती को हवस का शिकार बनाया। एक नहीं अनके ऐसे उदाहरण हैं जो सभ्य समाज के माथे पर कलंक के समान है। बलात्कार की बढ़ती घटनाओं को लेकर सिर्फ पुलिस महकमे को ज़िम्मेदार ठहरा देना वाजिब नहीं होगा।
झारखंड पुलिस के मुखिया डीजीपी एम.वी. राव कहते हैं कि, परिवार और समाज को भी अपनी ज़िम्मेदारी उठानी होगी। दुष्कर्म के ज्यादातर मामलों में आरोपी नज़दीकी रिश्तेदार, जान-पहचान या फिर लड़की के दोस्त सामने आए हैं। लिहाज़ा, घर के अंदर या घर के आसपास के लोग ही इस तरह की वारदात को अंजाम देंगे तो फिर परिवार और समाज को अपना कर्तव्य निभाना होगा।
पुलिस अब शिक्षक की भूमिका में
झारखंड पुलिस ने गोड्डा ज़िला में विभिन्न स्कूलों में बच्चों को महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा को लेकर क्लास देना शुरू किया है। बच्चों को ये बताया जा रहा है कि, वो देश के भविष्य हैं। उनके हाथों में ही देश की बागडोर आने वाली है। लिहाज़ा, सामाजिक दायित्वों के प्रति भी वे सजग रहें। आसपास की घटनाओं के प्रति जागरुक रहें। डीजीपी एम.वी. राव की मानें तो अन्य ज़िलों में भी इस तरह की कक्षा लेने की योजना पर काम किया जा रहा है। बच्चों को जागरुक कर आने वाले भविष्य को संवारा जाएगा।
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वाह्टसअप नंबर से रूकेगा महिलाओं के प्रति हिंसा
झारखंड पुलिस सभी 24 ज़िलों के लिए अलग-अलग वाहट्सअप नंबर जारी करने जा रही है। इन नंबरों में केवल युवतियों और महिलाओं के प्रति हिंसा से जुड़ी जानकारी भेजी जा सकेगी। इसके लिए महिला पुलिस को ज़िम्मेदारी दी जा रही है। जो भी महिलाएं या फिर युवतियां यौन हिंसा के शिकार हैं वे अपना डिटेल्स भेज सकती हैं। अगर किसी अनहोनी की आशंका है तो भी इसकी जानकारी दी जा सकेगी। झारखंड पुलिस पीड़ित की पहचान को सार्वजनिक नहीं करेगा।
पर्यटक स्थलों के आसपास पुलिस की चौकसी
महिलाओं और युवतियों के प्रति बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए झारखंड पुलिस ने पर्यटक स्थलों के आस-पास चौकसी बढ़ाने का निर्णय लिया है। डीजीपी एम.वी. राव ने बताया कि, जिन पर्यटक स्थलों में बड़ी संख्या में युवक-युवतियां पहुंचती हैं वहां पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ाई जा रही है। शुरुआत रांची से हो रही है लेकिन बाकी ज़िलों में भी एहतियाती क़दम उठाए जाएंगे।
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झारखंड पुलिस सुझाव का करती है स्वागत
झारखंड के डीजीपी एम.वी. राव की मानें तो महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा को रोक पाने के लिए अगर किसी के पास कोई सुझाव है तो उसका स्वागत किया जाएगा। उन्होने कहा कि, दुष्कर्म की वारदात को किसी से जोड़कर माहौल खराब करने की कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। झारखंड पुलिस हर मुमकिन कोशिश कर रही है कि, बलात्कार की घटनाओं पर लगाम लग सके।
रांची से शाहनवाज़ की रिपोर्ट